आँखें हमारे शरीर का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और इनकी देखभाल के लिए विशेषज्ञों की ज़रूरत होती है। ऐसे विशेषज्ञ बनने के लिए छात्र ऑप्टोमेट्री कोर्स करते हैं। इस कोर्स में आँखों की जाँच करना, नंबर बताना, चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस की सलाह देना और आँखों से जुड़ी सामान्य दिक्कतों की पहचान करना सिखाया जाता है। आज के समय में मोबाइल और कंप्यूटर का इस्तेमाल बढ़ने से लोगों में आँखों की समस्याएँ भी ज़्यादा होने लगी हैं। इसी वजह से ऑप्टोमेट्री का क्षेत्र तेज़ी से बढ़ रहा है और इसमें करियर बनाने के अच्छे मौके मिलते हैं। इस लेख में आप जानेंगे कि ऑप्टोमेट्री कोर्स के लिए क्या योग्यता चाहिए, इसमें क्या पढ़ाया जाता है, फीस और अवधि कितनी होती है और कोर्स पूरा करने के बाद करियर के कौन-कौन से विकल्प मौजूद हैं।
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ऑप्टोमेट्री कोर्स क्या है और इसे क्यों चुनें?
ऑप्टोमेट्री कोर्स में छात्रों को आँखों की जाँच करना, नजर से जुड़ी दिक्कतें पहचानना और चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस की सलाह देना सिखाया जाता है। यह कोर्स आमतौर पर 1 से 4 साल का होता है, कोर्स के प्रकार के अनुसार। इसे चुनने का फायदा यह है कि कम समय में काम आने वाली स्किल्स सीखने को मिलती हैं और इसके बाद अस्पताल, क्लीनिक, ऑप्टिकल स्टोर्स या अपनी प्रैक्टिस में काम करने के अच्छे मौके मिलते हैं।
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ऑप्टोमेट्री कोर्स के लिए आवश्यक योग्यता
ऑप्टोमेट्री कोर्स में दाखिला लेने के लिए छात्रों को कुछ जरुरी शर्तें पूरी करनी होती हैं। ये शर्तें यह सुनिश्चित करती हैं कि उम्मीदवार इस क्षेत्र में पढ़ाई और ट्रेनिग के लिए तैयार हैं।
1. शैक्षणिक योग्यता
- उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं (इंटरमीडिएट) पास किया हो।
- अधिकतर कॉलेज PCB मांगते हैं, लेकिन कई संस्थान PCM या PCMB के छात्रों को भी B.Optom में प्रवेश देते हैं।
2. आयु सीमा
- न्यूनतम आयु आमतौर पर 17-18 साल होती है।
- न्यूनतम आयु प्रायः 17 वर्ष होती है और अधिकतम आयु अधिकांश कॉलेजों में निर्धारित नहीं होती।
3. अन्य आवश्यकताएँ
- कुछ संस्थान उम्मीदवार से स्वास्थ्य प्रमाण पत्र या फिजिकल फिटनेस सर्टिफिकेट भी मांग सकते हैं।
- चयन प्रक्रिया कॉलेज के नियमों पर आधारित होती है, जैसे कि मेरिट लिस्ट, एंट्रेंस परीक्षा या साक्षात्कार।
ऑप्टोमेट्री कोर्स के लिए सिलेबस
यह एक सामान्य/टिपिकल सिलेबस है, अलग-अलग विश्वविद्यालयों में विषयों और सेमेस्टर क्रम में अंतर हो सकता है। नीचे हमने अलग-अलग स्तरों के कोर्स – स्नातक (UG), स्नातकोत्तर (PG) और सर्टिफिकेट (Certificate) के लिए विस्तार से बताया है।
यूजी ऑप्टोमेट्री सिलेबस
| सेमेस्टर | विषय / मॉड्यूल |
| सेमेस्टर 1 | मानव जीवविज्ञान, भौतिक प्रकाशिकी और व्यावहारिक ज्यामितीय प्रकाशिकी, बुनियादी जैव रसायन, नेत्र शरीर रचना विज्ञान और शरीर क्रिया विज्ञान |
| सेमेस्टर 2 | डिस्पेंसिंग ऑप्टिक्स I, बुनियादी नेत्र औषध विज्ञान, विकृति विज्ञान और सूक्ष्म जीव विज्ञान, नेत्र प्रकाशिकी, कंप्यूटर की बुनियादी बातें |
| सेमेस्टर 3 | दृश्य प्रकाशिकी, डिस्पेंसिंग ऑप्टिक्स II, नेत्र संबंधी उपकरण, नेत्र रोग |
| सेमेस्टर 4 | प्रकाशिकी और अपवर्तन, ऑप्टोमेट्रिक ऑप्टिक्स (LVA), ऑप्टोमेट्री जांच, अस्पताल प्रक्रियाएँ और मनोविज्ञान |
| सेमेस्टर 5 | कॉन्टैक्ट लेंस I, द्विनेत्री दृष्टि, नेत्र गतिशीलता, प्रणालीगत रोग और प्रमुख नेत्र रोग |
| सेमेस्टर 6 | पोषण और नेत्र, सार्वजनिक स्वास्थ्य और समुदाय, कॉन्टैक्ट लेंस II, उन्नत ऑर्थोटिक्स |
पीजी ऑप्टोमेट्री सिलेबस
| सेमेस्टर | विषय / मॉड्यूल |
| सेमेस्टर 1 | उन्नत नेत्र शरीर रचना विज्ञान और शरीर क्रिया विज्ञान, क्लिनिकल ऑप्टोमेट्री I, दृश्य प्रकाशिकी, अनुसंधान क्रियाविधि |
| सेमेस्टर 2 | नेत्र रोग और चिकित्सा, कॉन्टैक्ट लेंस I, कम दृष्टि और पुनर्वास, नैदानिक प्रशिक्षण |
| सेमेस्टर 3 | दूरबीन दृष्टि और ऑर्थोप्टिक्स, कॉन्टैक्ट लेंस II, सामुदायिक ऑप्टोमेट्री, क्लिनिकल इंटर्नशिप |
| सेमेस्टर 4 | वैकल्पिक/विशेषज्ञता विषय, शोध प्रबंध/थीसिस कार्य, उन्नत नैदानिक इंटर्नशिप |
डिप्लोमा ऑप्टोमेट्री सिलेबस
| सेमेस्टर | विषय / मॉड्यूल |
| सेमेस्टर 1 | मानव शरीर रचना विज्ञान और शरीर क्रिया विज्ञान, मूल भौतिकी और प्रकाशिकी, अंग्रेजी/संचार कौशल |
| सेमेस्टर 2 | नेत्र शरीर रचना विज्ञान, ऑप्टोमेट्रिक उपकरण, मूल अपवर्तन |
| सेमेस्टर 3 | दृश्य प्रकाशिकी, नेत्र रोग, फार्माकोलॉजी की मूल बातें |
| सेमेस्टर 4 | क्लिनिकल ऑप्टोमेट्री, अस्पताल की प्रक्रियाएँ, सामुदायिक ऑप्टोमेट्री |
| सेमेस्टर 5 | इंटर्नशिप/क्लिनिकल प्रैक्टिस (यदि 3-वर्षीय कार्यक्रम) |
| सेमेस्टर 6 | अंतिम मूल्यांकन, परियोजना (यदि लागू हो) |
सर्टिफिकेट ऑप्टोमेट्री सिलेबस
| मॉड्यूल | विषय / विवरण |
| मॉड्यूल 1 | नेत्र शरीर रचना विज्ञान और दृष्टि विज्ञान का परिचय |
| मॉड्यूल 2 | अपवर्तन और दृश्य परीक्षण की मूल बातें |
| मॉड्यूल 3 | कॉन्टैक्ट लेंस की मूल बातें / चश्मा वितरण (फोकस के आधार पर) |
| मॉड्यूल 4 | रोगी संपर्क और ऑप्टिकल उपकरण |
पीएचडी ऑप्टोमेट्री सिलेबस
| चरण | विषय / विवरण |
| पाठ्यक्रम चरण | अनुसंधान पद्धति, जैव सांख्यिकी, साहित्य समीक्षा, अनुसंधान में नैतिकता |
| अनुसंधान चरण | विषय का अंतिम रूप देना, प्रस्ताव प्रस्तुत करना, डेटा संग्रह |
| लेखन चरण | डेटा विश्लेषण, थीसिस लेखन, प्रकाशन |
| अंतिम चरण | थीसिस प्रस्तुति, मौखिक परीक्षा |
ऑप्टोमेट्री कोर्स के लिए आवेदन प्रक्रिया
ऑप्टोमेट्री कोर्स में प्रवेश पाने के लिए छात्रों को कुछ स्टेप्स फॉलो करने होते हैं:
- सबसे पहले चेक करें कि आपने 10+2 या ग्रेजुएशन पूरा किया है या नहीं।
- कॉलेज या यूनिवर्सिटी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर फॉर्म भरें।
- अपनी मार्कशीट, सर्टिफिकेट, फोटो और आईडी जमा करें।
- कॉलेज मेरिट, एंट्रेंस टेस्ट या इंटरव्यू के आधार पर स्टूडेंट का सिलेक्शन करता है।
- इसके बाद चयनित छात्रों को फीस जमा करनी होती है और प्रवेश प्रक्रिया पूरी करनी होती है।
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ऑप्टोमेट्री कोर्स करने के बाद करियर स्कोप
ऑप्टोमेट्री कोर्स पूरा करने के बाद छात्रों के पास हेल्थ और विज़न के क्षेत्र में कई करियर विकल्प खुलते हैं। इस क्षेत्र में काम करने के मौके अस्पतालों, क्लीनिकों, ऑप्टिकल स्टोर्स, रिसर्च संस्थानों और प्रशिक्षण संस्थानों में मिलते हैं। आपको बता दें कि नीचे दी गई सैलरी अनुमानित हैं और यह अनुभव, शहर और संस्थान के अनुसार बदल सकती हैं:
| जॉब प्रोफाइल | कार्यक्षेत्र | औसत सैलरी (प्रति माह) |
| ऑप्टोमेट्रिस्ट | अस्पताल, क्लीनिक | ₹15,000 – ₹30,000 |
| विज़न टेक्नीशियन | ऑप्टिकल स्टोर्स, क्लीनिक | ₹12,000 – ₹25,000 |
| रिसर्च असिस्टेंट | रिसर्च संस्थान, विश्वविद्यालय | ₹20,000 – ₹35,000 |
| ऑप्टिकल मैनेजर | ऑप्टिकल स्टोर्स | ₹25,000 – ₹45,000 |
| शिक्षक / ट्रेनर | कॉलेज, प्रशिक्षण संस्थान | ₹20,000 – ₹40,000 |
FAQs
हाँ, अमेरिका, यूके, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और कनाडा जैसे देशों में UG और PG स्तर पर ऑप्टोमेट्री कोर्स उपलब्ध हैं।
ऑप्टोमेट्री कोर्स में एडमिशन के लिए 12वीं कक्षा (Physics, Chemistry और Biology/Maths) में कम से कम 50% अंक आवश्यक होते हैं। कुछ कॉलेज अपने एंट्रेंस टेस्ट भी करवाते हैं।
नहीं। B.Optom के लिए NEET की आवश्यकता नहीं होती। अधिकांश कॉलेज मेरिट या अपने प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन देते हैं।
हमें आशा है कि आप इस लेख के माध्यम से ऑप्टोमेट्री कोर्स की जानकारी प्राप्त कर पाए होंगे। अन्य कोर्स से संबंधित लेख पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।
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