हिंदी व्याकरण में सर्वनाम से परीक्षाओं में अहम सवाल पूछे जाते हैं। यह कम से लेकर बड़े अंकों के रूप में पूछे जाते हैं। सर्वनाम में 7 भेद होते हैं, जिनमें निश्चयवाचक सर्वनाम भी होता है। निश्चयवाचक सर्वनाम क्या होते हैं और इसके उदाहरण क्या-क्या होते हैं, यह आपको बताया जाएगा। आइए इस ब्लॉग में जानते हैं Nishchay Vachak Sarvanam के बारे में विस्तार से।
निश्चयवाचक सर्वनाम की परिभाषा क्या होती है?
जिस सर्वनाम में पास या दूर किसी व्यक्ति या वस्तु की ओर संकेत का बोध हो वह निश्चयवाचक सर्वनाम कहलाता है। क्योंकि ये संकेत करता है, इसलिए इसे संकेतवाचक सर्वनाम भी कहते हैं।
निश्चयवाचक सर्वनाम के उदहारण
Nishchay Vachak Sarvanam के उदाहरण इस प्रकार हैं:
- वह कैमरा मेरा नहीं है।
- यह घर मेरे पिताजी ने बनवाया था।
- वे सब परसो पहुंच जाएंगे।
- उस तालाब में पानी नहीं है।
- यह गाड़ी खराब है।
- यह भी तो मुकुल का ही साथी है।
- यह कोई नई बात नहीं है।
निश्चयवाचक सर्वनाम के वाक्य प्रयोग
Nishchay Vachak Sarvanam के वाक्य इस प्रकार हैं:
- वह मुकुल से बोलता तू सो रहा है।
- यह आसमान नीला है।
- ये दूध ख़राब हैं।
- वे घड़ियां ख़राब हैं।
- अंकिता सौम्या से बोलीं यह अमेरिका का नक्शा है।
- वह चीन का मानचित्र है।
- ये रात चांदनी है।
आशा है कि इस ब्लॉग से Nishchay Vachak Sarvanam की जानकारी मिली होगी। हिंदी व्याकरण के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए बने रहिए Leverage Edu के साथ।
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Dus mage to sirf do hi diye udharn bahut bura he
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आरव जी, आपके सुझाव के लिए असीम धन्यवाद। हम जल्द ही इसको अपडेट करेंगे।
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2 comments
Dus mage to sirf do hi diye udharn bahut bura he
आरव जी, आपके सुझाव के लिए असीम धन्यवाद। हम जल्द ही इसको अपडेट करेंगे।