मुहावरे जिनका प्रयोग हम लगभग प्रतिदिन करते हैं, मुहावरे हमारी बतों को कम शब्दों में बेहतर तरह से प्रस्तुत करने में मदद करते हैं। कई बार ऐसा होता है कि हम मुहावरों का सही अर्थ जानें बिना ही उनका प्रयोग कर देते हैं, जिससे अर्थ का अनर्थ हो जाता है। ऐसे ही मुहावरों की सूची में शामिल है दिमाग का दही करना मुहावरा जिसके अर्थ में अक्सर कई लोग गलती कर देते हैं, इसलिए इस ब्लॉग में ‘मुंह में राम बगल में छुरी मुहावरे का अर्थ’ (Muh Me Ram Bagal Me Churi Muhavare Ka Arth) और इसके भाव को स्पष्ट करने के लिए वाक्यों में प्रयोग दिए गए हैं जो आपको इसके बारे में जानने में मदद करेंगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
मुंह में राम बगल में छुरी मुहावरे का अर्थ क्या है?
मुंह में राम बगल में छुरी मुहावरे का अर्थ (Muh Me Ram Bagal Me Churi Muhavare Ka Arth) होता है ‘मुंह में कुछ और मन में कुछ और होना। जब कोई व्यक्ति दिखने में तो भला और सीधा लगता हो, लेकिन उनके मन में दूसरों के लिए बुराई छिपी होती है। तो उसके लिए ‘मुंह में राम बगल में छुरी’ मुहावरे का प्रयोग करते हैं।
मुंह में राम बगल में छुरी मुहावरे का वाक्य प्रयोग
मुंह में राम बगल में छुरी मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है :
- रोहन मुंह में राम बगल में छुरी वाला है, उससे सावधान रहो।
- शुभम ऐसे तो मीठी-मीठी बातें करता है, लेकिन वह मुंह में राम बगल में छुरी रखता है।
- आजकल ऐसे दोस्त होते हैं जिन पर भरोसा करना मुश्किल हो गया है। क्योंकि वे मुंह में राम बगल में छुरी वाला सोच रखते हैं।
- आजकल अधिकांश व्यक्तियों की स्थिति ‘मुंह में राम बगल में छुरी’ वाली बनती जा रही है।
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आशा है कि मुंह में राम बगल में छुरी मुहावरे का अर्थ (Muh Me Ram Bagal Me Churi Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।