खेल समाज को संगठित करने का कार्य करता है, हर सदी में कई खिलाड़ी ऐसे होते हैं, जो समाज को खेलों और अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से प्रेरित करने का काम करते हैं। ऐसे ही विश्व के महान खिलाड़ियों में से एक ‘मिल्खा सिंह’ भी हैं। जिन्होंने अपने खेल से विश्व को प्रेरित किया और भारत का नाम भी रोशन किया। Milkha Singh Achievements in Hindi के माध्यम से आप मिल्खा सिंह की उपलब्धियों के बारे में आसानी से जान पाएंगे, उनकी उपलब्धियां आपको खेलों के लिए प्रेरित करती रहेंगी।
Milkha Singh Achievements in Hindi
निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से आप Milkha Singh Achievements in Hindi के बारे में आसानी से जान पाएंगे;
- वर्ष 1956 के मेलबर्न ओलंपिक, वर्ष 1960 के रोम ओलंपिक तथा वर्ष 1964 में टोक्यो में आयोजित ओलंपिक आदि में मिल्खा सिंह ने हमेशा भारत का प्रतिनिधित्व किया। किसी भी खिलाड़ी का अपने देश के लिए प्रतिनिधित्व करना भी अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि होती है।
- वर्ष 1958 में मिल्खा सिंह ने स्वतंत्र भारत से राष्ट्रमंडल खेलों में पहला स्वर्ण पदक जीता।
- मिल्खा सिंह एकमात्र ऐसे भारतीय खिलाड़ी रहे, जिन्होंने निरंतर 56 साल तक व्यक्तिगत एथलेटिक्स राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता।
- वर्ष 1962 में, जकार्ता में आयोजित एशियाई खेलों में दो और स्वर्ण पदक जीतकर भारत का नाम रोशन किया।
- वर्ष 1964 में आयोजित टोक्यो ओलंपिक में उन्होंने 4×400 मीटर रिले की दौड़ में भारतीय टीम का नेतृत्व किया।
FAQs
मिल्खा सिंह ने 100 मीटर की दौड़ में 45.40 सेकेंड रिकॉर्ड बनाया है।
भारत को पहला गोल्ड मेडल वर्ष 1948 में जीता था।
एशियाई खेलों के इतिहास में भारत ने अब तक 183 स्वर्ण पदक जीते हैं। एशियाई खेलों में भारत अब तक कुल 779 पदक जीत चुका है।
आशा है कि आप इस पोस्ट के माध्यम से Milkha Singh Achievements in Hindi के बारे में जानकारी प्राप्त कर पाए होंगे। इसी तरह के अन्य जनरल नॉलेज के ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।