लखनऊ यूनिवर्सिटी ने ट्विनिंग डिग्री प्रोग्राम को आगे बढ़ाने के लिए इससे सम्बंधित गतिविधियां तेज़ कर दी हैं। लखनऊ यूनिवर्सिटी ने ट्विनिंग प्रोग्राम के लिए दिशा निर्देश जारी करने के लिए एक समिति का गठन किया है।
क्या होते हैं ट्विनिंग प्रोग्राम्स?
ट्विनिंग प्रोग्राम उस शिक्षा व्यवस्था को कहते हैं जिसके अंतर्गत एक स्टूडेंट भारत से डिग्री प्राप्त करने के साथ-साथ किसी विदेशी यूनिवर्सिटी से भी डिग्री प्राप्त कर सकता है। यानी उसकी आधी डिग्री भारतीय यूनिवर्सिटी प्रदान करती है और आधी कोई विदेशी यूनिवर्सिटी।
समिति ने बनाए नियम
लखनऊ यूनिवर्सिटी द्वारा ट्विनिंग प्रोग्राम्स के लिए बनाई गई समिति ने ट्विनिंग प्रोग्राम्स के लिए कुछ नियम निर्धारित किए हैं। पहला नियम यह है कि स्टूडेंट के द्वारा विदेशी यूनिवर्सिटी से हासिल किए गए क्रेडिट्स कुल क्रेडिट्स के 30 प्रतिशत से अधिक नहीं होने चाहिए। ट्विनिंग प्रोग्राम चलाने वाले लखनऊ यूनिवर्सिटी के हर संस्थान को विदेशी संस्थान के साथ पार्टनरशिप और कोर्स के सम्बन्ध में ट्रांस्क्रिप्ट जारी करनी होगी।
विदेशी संस्थान द्वारा प्रदान किए जाने वाले कोर्स के संबंध में फीस स्ट्रक्चर के बारे में एडमिशन के समय पारदर्शिता रखना अनिवार्य होगा। लखनऊ यूनिवर्सिटी द्वारा स्टूडेंट्स को कोर्स के बीच में से ही ट्विनिंग प्रोग्राम से नाम वापस लेने का अधिकार दिया जाएगा।
वाइस चांसलर द्वारा गठित की गई समिति
ट्विनिंग प्रोग्राम्स के लिए लखनऊ यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफ़ेसर आलोक कुमार राय द्वारा एक समिति का गठन किया गया है। इस समिति में प्रोफ़ेसर पूनम टंडन, डीन एकेडमिक्स, प्रोफ़ेसर आरपी सिंह, इंटरनेशनल स्टूडेंट एडवाइज़र, प्रोफेसर मसूद सिद्द्की, डिपार्टमेन्ट ऑफ़ स्टेटिक्स, डॉ सीमा मिश्रा, डिपार्टमेंट ऑफ़ केमिस्ट्री आदि को शामिल किया गया है।
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