कुर्सी तोड़ना मुहावरे का अर्थ (Kursi Todna Muhavare Ka Arth) होता है। जब कोई व्यक्ति बिना किसी काम के बेकार बैठे रहता है, तो उसके लिए हम कुर्सी तोड़ना मुहावरे का प्रयोग करते हैं। इस ब्लॉग के माध्यम से आप कुर्सी तोड़ना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
कुर्सी तोड़ना मुहावरे का अर्थ क्या है?
कुर्सी तोड़ना मुहावरे का अर्थ (Kursi Todna Muhavare Ka Arth) होता है- बेकार बैठे रहना आदि।
कुर्सी तोड़ना पर व्याख्या
इस मुहावरे में “कुर्सी तोड़ना मुहावरे का अर्थ” मुझे कुर्सी तोड़ने वाले लोग बिलकुल नहीं पसंद आते हैं।
कुर्सी तोड़ना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
कुर्सी तोड़ना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- अनुराग ने अपने दोस्त से कहा तुम दिन-रात कुर्सी तोड़ना कब बंद करोगे।
- कुछ लोगों को कुर्सी तोड़ने में बहुत मजा आती है।
- कुर्सी तोड़ने वाला व्यक्ति कभी आगे नहीं बढ़ पता है।
- कुर्सी तोड़ने से अच्छा हैं की लोगों को मेहनत करके अपना नाम रोशन करना चाहिए।
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आशा है कि कुर्सी तोड़ना मुहावरे का अर्थ (Kursi Todna Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।