कलई खुलना मुहावरे का अर्थ (Kalai Khulna Muhavare Ka Arth) होता है, भेद खुलना या भंडा फूटना। जब किसी व्यक्ति का कोई भेद खुल जाता है तो उस के संदर्भ में इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप कलई खुलना मुहावरे का अर्थ, इसका वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
कलई खुलना मुहावरे का अर्थ क्या है?
कलई खुलना मुहावरे का अर्थ (Kalai Khulna Muhavare Ka Arth) होता है- भेद खुलना, भंडा फूटना या पोल खुलना। आसान शब्दों में समझें तो यह मुहावरा उस स्थिति को परिभाषित करता है, जिसमें किसी इंसान का रहस्य प्रकट हो जाता है अथवा किसी गुप्त या गूढ़ बात का सबको पता चल जाता है।
कलई खुलना पर व्याख्या
इस मुहावरे में “कलई खुलना” का अर्थ है: किसी रहस्य का प्रकट होना अथवा भेद खुलना। यह एक ऐसा मुहावरा है, किसी के राज़ खुल जाने के संदर्भ में इस मुहावरे का उपयोग किया जाता है। यह मुहावरा किसी का भांडा फोड़ने की अवस्था को प्रदर्शित करता है।
कलई खुलना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
कलई खुलना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- लाख छुपाने पर भी अंजलि के सामने मोहित की कलई खुल गई।
- फिल्म की कहानी में पुलिस को देखते ही अपराधियों की कलई खुल जाती है।
- भ्रष्टाचार के आरोप में सरकार में रहे मंत्री की कलई खुल गई।
- वैभव ने आयुषी की कलई खोल दे।
- चुनाव में जनता ने नेताओं की कलई खोल दी और मतदान की शक्ति से उन्हें जवाब दिया।
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आशा है कि आपको कलई खुलना मुहावरे का अर्थ (Kalai Khulna Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।