बाड़मेर ज़िला भारत के राजस्थान राज्य का एक ज़िला है। ज़िले का मुख्यालय बाड़मेर है। बाड़मेर जिले में राजपुरोहित समाज की राजधानी श्री खेतेश्वर ब्रह्मधाम तीर्थ भी मौजूद है। राजपुरोहित समाज के जिले में काफी गांव है ।यहाँ के कपड़े विश्व मेंमशहूर है। ज़िला मुख्यालय बाड़मेर के अलावा अन्य मुख्य कस्बे बालोतरा, गुड़ामलानी, नोखड़ा, बायतु, सिवाना, जसोल, चौहटन, धोरीमन्ना और उत्तरलाई हैं। यहाँ बाड़मेर में कुल कितने गांव हैं, इस बारे में बताया जा रहा है।
बाड़मेर जिले के कुल गांव
वर्तमान में बाड़मेर जिले में 11 उपखंड मुख्यालय, 15 तहसीलें, 3 उप तहसील, 17 पंचायत समितियां, 489 ग्राम पंचायत और 2808 राजस्व गांव है।
बाड़मेर का इतिहास
बाडमेर की स्थापना 13वी शदी मे राव बाहड राव परमार ने की ओर उन्ही का नाम पर बाड़मेर नाम पड़ा, बाहड राव परमार जूना बाडमेर के शासक थे तथा जूना बाडमेर की पहाडी पर ही बाहड राव परमार ने एक छोटे से किले का निर्माण भी कराया जो जो जूना बाडमेर गढ नाम (13वी सदी) से जाना जाता था।
जूना बाडमेर वर्तमान बाडमेर शहर से 25 km दूर स्थित है। परमारो के बाद जूना बाहडमेर पर चौहानो का अधिपत्य हुआ। उसके बाद रावत लूंका (रावल जगमाल के पुत्र व रावल मल्लीनाथ के पौत्र) ने अपने भाई रावल मंडलीक की सहायता से चौहान शासक (राव मुंधा जी) से बाडमेर जीता व जूना बाडमेर में अपना राज्य स्थापित कर जूना को अपनी राजधानी बनाया।
बाड़मेर का भूगोल
थार मरुस्थल का एक भाग बाड़मेर जिला, राजस्थान के पश्चिम में स्थित है। जिला उत्तर में जैसलमेर जिले, दक्षिण में जालौर जिले, पूर्व में पाली और जोधपुर जिले तथा पश्चिम में पाकिस्तान से घिरा है। जिले का कुल क्षेत्रफल 28387 वर्ग किमी है। जिला उत्तरी अक्षांश 24,58’ से 26, 32’ और पूर्वी देशान्तर 70, 05’ से 72, 52’ के मध्य स्थित है। इस जिले की आकृति कुछ-कुछ भारत के मानचित्र के समान है।
जिले में सबसे लंबी नदी लूणी नदी है। यह जालोर के मध्यम से गुजरकर कच्छ की खाड़ी के समीप की भूमि में ही सोख ली जाती है, और इसकी कुल लंबाई 480 किमी है। विभिन्न ऋतुओं में तापमान में बदलाव काफी अधिक है। गर्मियों में तापमान 51 डिग्री सेल्सियस तक और सर्दियों में यह शून्य डिग्री सेल्सियस (32° फैरनहाइट) तक चला जाता। एक साल में औसत वर्षा केवल 277 मिमी है, और मुख्य रूप से बाड़मेर जिला एक रेगिस्तान है। फिर भी, 16 और 25 अगस्त 2006 के बीच 549 मिमी की चरम वर्षा से आई बाढ़ की वजह से कई लोग मारे गए और भारी नुकसान हुआ।
उम्मीद है कि इस ब्लॉग में आपको राजस्थान के जिले के बारे में जानकारी मिल गयी होगी। ऐसे ही अन्य रोचक और महत्वपूर्ण ब्लॉग पढ़ने के लिए बने रहिये Leverage Edu के साथ बने रहिए।