जैसा देश वैसा भेष मुहावरे का अर्थ (Jaisa Des Waisa Bhes Muhavare Ka Arth) होता है। जब कोई व्यक्ति स्थान के अनुसार किसी कार्य या बात को करता है। तो उसके लिए हम जैसा देश वैसा भेष मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप जैसा देश वैसा भेष मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
जैसा देश वैसा भेष मुहावरे का अर्थ क्या है?
जैसा देश वैसा भेष मुहावरे का अर्थ (Jaisa Des Waisa Bhes Muhavare Ka Arth) होता है- स्थान के अनुसार कार्य करना आदि।
जैसा देश वैसा भेष व्याख्या
इस मुहावरे में “जैसा देश वैसा भेष मुहावरे का अर्थ” अनुराग विदेश जाते ही वहां की तरह हो गया, वह हमेशा कहता था जैसा देश वैसा भेष होना चाहिए।
जैसा देश वैसा भेष मुहावरे का वाक्य प्रयोग
जैसा देश वैसा भेष मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- जैसा देश वैसा भेष में रहने वाले लोग आज बहुत आ गये हैं।
- आज-कल लोगों को बदलते देर नहीं लगती है, वें जैसा देश वैसा भेष हो जाते हैं।
- पिता जी ने जब रोहन से कहा तुम विदेश जाते ही बिलकुल बदल गए हो, रोहन ने पलट कर जवाब दिया जैसा देश वैसा भेष पिता जी।
- यदि समाज में जगह बनानी है हमें उनकी तरह रहना होगा, मतलब जैसा देश वैसा भेष.
संबंधित आर्टिकल
आशा है कि जैसा देश वैसा भेष मुहावरे का अर्थ (Jaisa Des Waisa Bhes Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।