जान के लाले पड़ जाना मुहावरे का अर्थ (Jaan Ke Lale Pad Jana Muhavare Ka Arth) होता है। जब कोई व्यक्ति किसी गहरे संकट में फँस जाता है, तो उसके लिए हम जान के लाले पड़ जाना मुहावरे का प्रयोग करते हैं। इस ब्लॉग के माध्यम से जान के लाले पड़ जाना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
जान के लाले पड़ जाना मुहावरे का अर्थ क्या है?
जान के लाले पड़ जाना मुहावरे का अर्थ (Jaan Ke Lale Pad Jana Muhavare Ka Arth) होता है- गहरे संकट में फँसना आदि।
जान के लाले पड़ जाना पर व्याख्या
- इस मुहावरे में “जान के लाले पड़ जाना मुहावरे का अर्थ” मंदिर की भीड़ से बहार जाने में रजत के जान के लाले पड़ गए।
जान के लाले पड़ जाना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
जान के लाले पड़ जाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- चंकी के घर में जब चोर घर में घुस आया तो सबके जान के लाले पड़ गए।
- गांव में बीमार होने पर बच्चे के माता-पिता के जान के लाले पड़ गए।
- जंगल में खाना-पानी न मिलने से दिनेश और उनके दोस्तों के जान के लाले पड़ गए।
- गरीबी में रहते रहते सुमन के जान के लाले पड़ गए।
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आशा है कि जान के लाले पड़ जाना मुहावरे का अर्थ (Jaan Ke Lale Pad Jana Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।