इंद्रप्रस्थ इंस्टीट्यूट ऑफ़ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी,दिल्ली ने अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ़ इलिनॉइस के साथ एक शैक्षिक कार्यक्रम के तहत समझौता किया है। इस करार के अंतर्गत दोनों संस्थानों के बीच शिक्षा, रिसर्च और फैकल्टी एक्सचेंज जैसे इवेंट आयोजित किए जाएंगे।
शिक्षा के क्षेत्र में साथ काम करेंगे दोनों संस्थान
भारत का इंद्रप्रस्थ इंस्टीट्यूट ऑफ़ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और यूएसए का यूनिवर्सिटी ऑफ़ इलिनॉइस शिक्षा के क्षेत्र में साथ मिलकर काम करेंगे। दोनों संस्थानों के बीच हुए इस करार के तहत दोनों ही संस्थानों के बीच एजुकेशन, रिसर्च और फैकल्टी आदि का आदान प्रदान किया जाएगा। भारत के सॉफ्टवेयर इंजीनियर आज दुनिया की हर बड़ी आईटी कंपनी में काम कर रहे हैं। भारत इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक अग्रणी देश माना जाता है। इसके अलावा अमेरिका इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के मामले में दुनिया का सबसे विकसित देश है। यही कारण है कि भारत के इंद्रप्रस्थ इंस्टीट्यूट ऑफ़ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ़ इलिनॉइस ने शिक्षा से जुड़े इस करार पर हस्ताक्षर किए हैं ताकि दोनों देश आईटी में अपनी अपनी एक्सपर्टीज एक दूसरे के साथ साझा कर सकें।
इन विषयों को लेकर किया गया करार
इंद्रप्रस्थ इंस्टीट्यूट ऑफ़ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और यूएसए के यूनिवर्सिटी ऑफ़ इलिनॉइस के बीच निम्नलिखित विषयों को लेकर करार किया गया है :
- शिक्षा और शोध
- फैकल्टी,स्टूडेंट्स का आदान प्रदान
- एजुकेशनल सेमिनार, अकादमिक बैठक और विशेष कार्यक्रम
- फंड अप्रूवल्स
- शैक्षिक प्रक्रियाओं का समापन और नवीनीकरण किया जाना।
ग्लोबल नॉलेज नेटवर्क को विस्तार देगा करार
इंद्रप्रस्थ इंस्टीट्यूट ऑफ़ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के निदेशक राजन बोस के अनुसार दोनों संस्थानों के बीच होने वाला यह शैक्षिक करार पूरे विश्व के लिए कल्याणकारी साबित होगा। इस करार से ग्लोबल नॉलेज नेटवर्क को विस्तार मिलेगा। यह करार वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए नए अवसर उत्पन्न करेगा।
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