पुरस्कार विजेता मैथेमैटिशन और स्टेटिस्टीशियन डॉ. कैल्यामपुडी राधाकृष्ण राव (सीआर राव) का 22 अगस्त 2023 को 102 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह पेंसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी में रिटायर्ड प्रोफेसर और न्यू यॉर्क स्थित बफ़ेलो विश्वविद्यालय में एक रिसर्चर प्रोफेसर थे।
कैल्यामपुडी राधाकृष्ण राव ने स्टेटिस्टिक्स के क्षेत्र में क्रांति ला दी थी और गणित और स्टेटिस्टिक्स में बहुमूल्य रिसर्च में योगदान देने के लिए 75 वर्षों तक काम किया। उनके रिसर्च ने प्रोजेक्शन थ्योरी, डिफरेंशियल ज्योमेट्री एंड मल्टीवेरिएट एनालिसिस के विकास में योगदान दिया है।
शिक्षा के थे धनी
डॉ. सीआर राव ने अपनी स्कूली शिक्षा और ग्रेजुएशन आंध्र प्रदेश से की थी। इसके बाद सीआर राव आंध्र विश्वविद्यालय से गणित में एमएससी की पढ़ाई की। नॉलेज की उनकी खोज ने उन्हें और अधिक की तलाश में रखा और इसलिए 1943 में उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय से स्टेटिस्टिक्स में एमए की उपाधि प्राप्त की।
डॉ. राव का रिसर्च और सीखने से गहरा संबंध था, इसलिए, उन्होंने यूके में कैम्ब्रिज के किंग्स कॉलेज से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। रिसर्च सुविधाएं और नॉलेज जो उनके जुनून को बढ़ा रहे थे, कई लोगों के लिए मशाल बन गए। बाद में उन्होंने उसी कॉलेज से डीएससी की डिग्री हासिल करना जारी रखा।
करियर और उपलब्धि
अमेरिकन स्टैटिस्टिकल एसोसिएशन द्वारा वर्णित यह ‘लिविंग लीजेंड’ उन लोगों के लिए एक आदर्श रोल मॉडल है जो रिसर्च कोर्स लेना चाहते हैं और गणित या सांख्यिकी में अपना करियर बनाना चाहते हैं। उनके समर्पण ने उन्हें इंडियन स्टेटिस्टिकल इंस्टीट्यूट जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में काम करने के लिए प्रेरित किया, जहां उन्हें एंथ्रोपोलॉजी म्यूज़ियम के डायरेक्टर के पद पर प्रमोट किया गया, वहीं पिट्सबर्ग विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के रूप में, पेंसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी में सेंटर फॉर मल्टीवेरिएट एनालिसिस के निदेशक के रूप में प्रमोट किया गया था।
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