IIT बॉम्बे जल्द ही क्वांटम टेक्नोलॉजी में इंटरडिसिप्लिनरी डुअल डिग्री प्रोग्राम (IIDDP) स्टार्ट करेगा। यह कोर्स क्वांटम इंफॉर्मेशन कंप्यूटिंग साइंस और टेक्नोलॉजी (QuICST) में एक्सीलेंस सेंटर की ओर से कराया जाएगा।
संस्थान में किसी भी बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (बीटेक) कोर्स में इनरोल्ड स्टूडेंट्स IIDDP प्रोग्राम के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे। हालांकि डुअल डिग्री प्रोग्राम की संरचना को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है।
यह प्रोग्राम 2 साल का होगा और इसमें ऐसे टाॅपिक शामिल होंगे जो क्वांटम टेक्नोलाॅजी और प्रोजेक्ट वर्क पर ध्यान केंद्रित करेंगे, जो कि QuICST से संबद्ध रिसर्च ग्रुप के साथ किया जा सकता है।
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किसी भी ब्रांच के कैंडिडेट्स कर सकते हैं अप्लाई
यह नया प्रोग्राम स्टूडेंट्स को 5 साल में ग्रेजुएट के साथ-साथ पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री लेने की अनुमति देगा और 1 B Tech स्टूडेंट अपने कोर्स के तीसरे वर्ष में इस प्रोग्राम को चुन सकता है और किसी भी ब्रांच से स्टूडेंट्स इस प्रोग्राम के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
हाल ही में लाॅन्च किया गया नेशन क्वांटम मिशन
क्वांटम टेक्नोलाॅजी में साइंस-इंडस्ट्री रिसर्च और डेवलपमेंट में सहायता के लिए केंद्र सरकार ने हाल ही में नेशन क्वांटम मिशन (NQM) लॉन्च किया है। QuICST NQM द्वारा पहचाने गए क्वांटम टेक्नोलाॅजी वर्टिकल में काम कर रहा है, जिसमें क्वांटम कंप्यूटिंग, क्वांटम सेंसिंग और मेट्रोलॉजी, क्वांटम कम्युनिकेशन शामिल है।
क्या है क्वांटम टेक्नोलॉजी?
क्वांटम टेक्नोलॉजी (Quantum Technology) से सामान्य कंप्यूटर की तुलना में कई गुना अधिक डेटा कम समय में प्रोसेस किया जा सकता है। यह न्यू इरा की टेक्नोलॉजी है और इससे फार्मा, मेडिकल, फाइनेंस, डिफेंस आदि फील्ड में काफी बदलाव लाया जा सकता है।
IIT बॉम्बे के बारे में
1958 में स्थापित IIT बॉम्बे विदेशी सहायता से स्थापित होने वाला पहला संस्थान था। 1961 में संसद ने IIT को ‘राष्ट्रीय महत्व के संस्थान’ का दर्जा दिया। तब से IIT दुनिया के टाॅप टेक्नोलाॅजी यूनिवर्सिटीज में से एक के रूप में डेवलप हुआ है। यह संस्थान दुनिया भर में इंजीनियरिंग एजुकेशन और रिसर्च में टाॅप पोजिशन के तौर पर जाना जाता है।
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