शिक्षा के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए भारत की ओपन यूनिवर्सिटी इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी (IGNOU) और अफ्रीकी महाद्वीप के देश केन्या की ओपन यूनिवर्सिटी केन्या ओपन यूनिवर्सिटी (ओयूके) ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस मौके पर केन्या के राष्ट्रपति विलियम सामोई रुटो और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहे।
समझौते के मुख्य बिंदु
IGNOU और केन्या ओपन यूनिवर्सिटी के बीच हुए इस समझौते के मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:
- स्टूडेंट्स और फैकल्टीज के लिए शिक्षा को अधिक सुविधाजनक बनाना
- शिक्षा के आधुनिक तरीकों को शामिल करना
- ओयूके कर्मचारियों के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम की शुरुआत
- बाज़ार की मांग के अनुसार कोर्सेज को डिजाइन करना
- ई लर्निंग प्लेटफॉर्म की विशेषज्ञता को दोनों विश्विद्यालयों के मध्य साझा किया जाना
- रिसर्च प्रोग्राम्स में सहयोग
स्टूडेंट्स के लिए फायदेमंद साबित होगा समझौता
IGNOU और ओयूके के बीच यह समझौता स्टूडेंट्स के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होगा-
- इस समझौते के अंतर्गत IGNOU और ओयूके दोनों मिलकर शिक्षा को सुविधाजनक बनाने का काम करेंगे जिससे स्टूडेंट्स को फायदा होगा
- बाज़ार की ज़रूरतों के अनुसार कोर्सेज को डिजाइन किया जाएगा जिससे स्टूडेंट्स को भविष्य में रोजगार प्राप्त करने में आसानी होगी।
- दोनों विश्वविद्यालय साथ में मिलकर एक दूसरे के रिसर्च वर्क्स को साझा करेंगे जिससे दोनों यूनिवर्सिटीज़ के स्टूडेंट्स को लाभ मिलेगा।
इग्नू के बारे में
इग्नू का पूरा नाम इंदिरा गाँधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (IGNOU) है। इसकी स्थापना वर्ष 1985 में की गई थी। यह एक सेन्ट्रल ओपन यूनिवर्सिटी है। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में मैदानगढ़ी में स्थित है। यह विश्व का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय है। इसमें भारत के अलावा अन्य देशों के विद्यार्थी भी पढ़ते हैं। इग्नू में लगभग 40 लाख छात्र शिक्षा प्राप्त करते हैं।
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