Hindi Holiday Homework For Class 5: विद्यालय की ग्रीष्मकालीन छुट्टियाँ बच्चो के लिए मौज-मस्ती और आराम का समय होता है। लेकिन ये समय अपने आपको एक्टिव रखने और नई चीजें को सीखने का भी होता है। इसीलिए आज हम इस ब्लॉग के माध्यम से पाँचवीं कक्षा के छात्रों के लिए हिंदी हॉलिडे होमवर्क आडियाज (Hindi Holiday Homework For Class 5) लेकर आए हैं, जो छात्रों के लिए ज्ञानवर्द्धक और मनोरंजक होगा। यह सभी बच्चों, शिक्षकों और अभिभावकों के लिए गर्मियों की पढ़ाई को मज़ेदार बनाने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है।
अभ्यास 1
अपठित गद्ययांश
एक दिन लोनपो गार ने अपने बेटे को सौ भेड़ें देते हुए कहा, “तुम इन्हें लेकर शहर जाओ। मगर इन्हें मारना या बेचना नहीं। इन्हें वापस लाना सौ जौ के बोरों के साथ। वरना मैं तुम्हें घर में नहीं घुसने दूँगा।” इसके बाद उन्होंने बेटे को शहर की तरफ रवाना किया।
लोनपो गार का बेटा शहर पहुँच गया। मगर इतने बोरे जौ खरीदने के लिए उसके पास रुपए ही कहाँ थे? वह इस समस्या पर सोचने-विचारने के लिए सड़क किनारे बैठ गया। मगर कोई हल उसकी समझ में ही नहीं आ रहा था। वह बहुत दुखी था। तभी एक लड़की उसके सामने आ खड़ी हुई। “क्या बात है तुम इतने दुखी क्यों हो?” लोनपो गार के बेटे ने अपना हाल कह सुनाया। “इसमें इतना दुखी होने की कोई बात नहीं। मैं इसका हल निकाल देती हूँ।” इतना कहकर लड़की ने भेड़ो के बाल उतारे और उसे बाज़ार में बेच दिया। जो रूपये मिले उनसे जौ के सौ बोरे खरीदकर उसे घर वापस भेज दिया।
लोनपो गार के बेटे को लगा कि उसके पिता बहुत खुश होंगे। भगर उसकी आपबीती पर उन्होंने ध्यान नहीं दिया। वे उठकर कमरे से बाहर चले गए। दूसरे दिन उन्होंने अपने बेटे को बुलाकर कहा, “पिछली बार भेड़ों के बाल उतारकर बेचना मुझे जरा भी पसंद नहीं आया। अब तुम दोबारा उन्हीं भेड़ों को लेकर जाओ। उनके साथ जौ के सौ बोरे लेकर ही लौटना।”
एक बार फिर निराश लोनपो गार का बेटा शहर में उसी जगह जा बैठा। न जाने क्यों उसे यकीन था कि वह लड़की उसकी मदद के लिए ज़रूर आएगी। और हुआ भी कुछ ऐसा ही, वह लड़की आई। उससे उसने अपनी मुश्किल कह सुनाई, “अब तो बिना जौ के सौ बोरों के मेरे पिता मुझे घर में नहीं घुसने देंगे।” लड़की सोचकर बोली, “एक तरीका है।” उसने भेड़ों के सींग काट लिए। उन्हें बेचकर जो रुपए मिले उनसे सौ बोरे जौ खरीदे। बोरे लोनपो गार के बेटे को सौंपकर लड़की ने उसे घर भेज दिया। भेड़ें और जौ के बोरे पिता के हवाले करते हुए लोनपो गार का बेटा खुश था।
स्त्रोत – यह गद्ययांश ‘राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद’ (NCERT) की ऑफिशियल वेबसाइट से पाँचवीं कक्षा की किताब ‘रिमझिम’ के अध्याय 1 (राख की रस्सी) से लिया गया है।
ऊपर लिखे हुए गद्यांश को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(क) – लोनपो गार ने अपने बेटे को शहर क्यों भेजा था?
(ख) – लोनपो गार का बेटा शहर जाते हुए क्यों चिंतित था?
(ग) – लड़की ने लोनपो गार के बेटे की कैसे सहायता की?
(घ) – इस गद्ययांश पर अपने विचार लिखिए।
अभ्यास 2
यहाँ पाँचवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए हिंदी हॉलिडे होमवर्क आडियाज (Hindi Holiday Homework For Class 5) के बारे में बताया गया है-
- आपको कौन सा त्योहार बहुत अच्छा लगता है और क्यों? इस दिन आपकी दिनचर्या क्या रहती है? 100 शब्दों में अपना उत्तर दीजिए?
अभ्यास 3
नीचे दिए पांच शब्दों पर एक वाक्य लिखिए-
- शिक्षा
- दया
- सुबह
- विद्यालय
- ट्रेन
अभ्यास 4
- अपने दोस्त को अपनी नई यात्रा के बारे में बताते हुए एक पत्र लिखिए?
अभ्यास 5
निम्नलिखित विषयों में से किसी एक पर चार्ट बनाइए-
- पसंदीदा खेल
- त्योहार
- पशु-पक्षी
- अपना घर
- पर्यावरण
ऐसे ही हिंदी हॉलिडे होमवर्क आडियाज (Hindi Holiday Homework For Class 5) के बारे में जानने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।