हाथ की कठपुतली बनाना मुहावरे का अर्थ (Hath Ki Kathputli Bnana Muhavare Ka Arth) होता है। जब कोई व्यक्ति किसी को अपने इशारों पर चलता है। तो उसके लिए हम हाथ की कठपुतली बनाना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप हाथ की कठपुतली बनाना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
हाथ की कठपुतली बनाना मुहावरे का अर्थ क्या है?
हाथ की कठपुतली बनाना मुहावरे का अर्थ (Hath Ki Kathputli Bnana Muhavare Ka Arth) होता है- किसी को अपने इशारों पर चलना आदि।
हाथ की कठपुतली बनाना व्याख्या
इस मुहावरे में “हाथ की कठपुतली बनाना मुहावरे का अर्थ” सुरेश हमेशा रीमा को कठपुतली बनाना चाहता था।
हाथ की कठपुतली बनाना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
हाथ की कठपुतली बनाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- कुछ लोग चाहते हैं की लोग उनकी हाँ में हाँ मिलते रहे और उनकी हाथ की कठपुतली बने रहे।
- दीपक ने शिवम् को अपनी हाथ की कठपुतली बना रखा था।
- अपने काम को स्वयं करना की ताकत होनी चाहिए, की कभी किसी के हाथ की कठपुतली न बनाना पड़े।
- दिनेश रोहित को कोई काम करने नहीं देता हैं, वह चाहता है की रोहित उसकी हाथ की कठपुतली बना रहे।
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आशा है कि हाथ की कठपुतली बनाना मुहावरे का अर्थ (Hath Ki Kathputli Bnana Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।