गर्दन पर छुरी फेरना मुहावरे का अर्थ (Gardan par Chhuri Ferna Muhavare Ka Arth) अत्याचार करना होता है। जब किसी व्यक्ति पर कोई अत्याचार करता है या फिर जान से मारने का प्रयास करता है तो वहां पर गर्दन पर छुरी फेरना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लाॅग में आप गर्दन पर छुरी फेरना मुहावरे का अर्थ, वाक्यों में प्रयोग और इसके भाव के बारे में जानेंगे।
मुहावरे किसे कहते हैं?
किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे ‘मुहावरा’ कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा-सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
गर्दन पर छुरी फेरना मुहावरे का अर्थ क्या है?
गर्दन पर छुरी फेरना मुहावरे का हिंदी अर्थ (Gardan par Chhuri Ferna Muhavare Ka Arth) अत्याचार करना होता है।
गर्दन पर छुरी फेरना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग
गर्दन पर छुरी फेरना का वाक्यों में प्रयोग इस प्रकार है-
- किशन के गांव में निर्दयी डाकू ने किसान की गर्दन पर छुरी फेर दी।
- विराट की नजर में राकेश ने दोस्ती का दिखावा किया और विश्वासघात करके उसकी गर्दन पर छुरी फेरने का काम किया।
- मोहन ने अपने भाई के साथ इतना बुरा किया, मानो उसकी गर्दन पर छुरी ही फेर दी हो।
- गांव में सत्ता के लालच में प्रधान ने अपने सहयोगी की गर्दन पर छुरी फेरने का काम किया।
- छात्रों ने कक्षा में अध्यापक से गर्दन पर छुरी फेरना मुहावरे के बारे में पूछा।
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आशा है कि आपको गर्दन पर छुरी फेरना मुहावरे का अर्थ (Gardan par Chhuri Ferna Muhavare Ka Arth) के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। हिंदी मुहावरों के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।