मुहावरे जिनका प्रयोग हम लगभग प्रतिदिन करते हैं, मुहावरे हमारी बातों को कम शब्दों में बेहतर तरह से प्रस्तुत करने में मदद करते हैं। कई बार ऐसा होता है कि हम मुहावरों का सही अर्थ जानें बिना ही उनका प्रयोग कर देते हैं, जिससे अर्थ का अनर्थ हो जाता है। ऐसे में आइए समझते हैं ‘गले पड़ना मुहावरे का अर्थ’ (Gale Padna Muhavare Ka Arth) क्या होता है और साथ ही जाने इसका वाक्य में प्रयोग।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है, उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा-सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
गले पड़ना मुहावरे का अर्थ क्या है?
गले पड़ना मुहावरे का अर्थ (Gale Padna Muhavare Ka Arth) होता है पीछे पड़ना।
गले पड़ना पर व्याख्या
“गले पड़ना” आसान शब्दों में समझें तो इस मुहावरे का प्रयोग कुछ इस तरह किया जाता है, जैसे – रोहन ने एक बार साक्षी को अपनी परेशानी बताते हुए उससे कुछ पैसे उधार ले लिए, जिसके बाद वह हर महीने इसी तरह उससे पैसे मांगता था तो इस वजह से साक्षी को यह लगने लगा कि रोहन उसके गले ही पड़ गया।
गले पड़ना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
गले पड़ना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है :
- सुमन तो बिना बात हर किसी के गले पड़ जाती है।
- रोहन ने एक दिन राकेश का काम क्या कर दिया, वह तो रोहन से दोबारा काम करवाने को लेकर गले ही पड़ गया।
- राजेश स्कूल में अपनी अच्छी दोस्ती का फायदा उठाते हुए विनीत के गले ही पड़ गया और विनीत को हर वक्त अपने साथ घूमने के लिए कहने लगा।
- आज राकेश ने अपने स्कूल का होमवर्क नहीं किया था, जिस वजह से वह स्कूल न जाने को लेकर अपनी मम्मी के गले ही पड़ गया।
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आशा है कि गले पड़ना मुहावरे का अर्थ (Gale Padna Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।