पृथ्वी जिसमें पूरा संसार समाया हुआ है। हम सभी को पता होना चाहिए कि हमारा ग्रह पृथ्वी ही एकमात्र ऐसा ग्रह है जहाँ जीवन मौजूद है। पृथ्वी ग्रह हमें पानी, हवा, खाने के लिए भोजन और बहुत सी ज़रूरत की चीजें प्रदान करता है। लेकिन पर्यावरण परिवर्तन से पृथ्वी पर बहुत प्रभाव पड़ता है। आज हम इस बारे में बात करेंगे कि आप सभी ज़रूरी उपाय करके अपने ग्रह पृथ्वी को कैसे बचा सकते हैं। इस Essay on Earth in Hindi ब्लॉग से आप पृथ्वी संबंधित बहुत सी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
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पृथ्वी पर निबंध 100 शब्दों में
पृथ्वी, जो कि आकाशीय, ब्रह्मांड की भव्यता का प्रमाण है। 4.5 बिलियन से ज्यादा सालों से इसने जीवन का पोषण किया है, आज हम जो तरह-तरह के चित्र देखते हैं, वह पृथ्वी का भूवैज्ञानिक इतिहास परिवर्तन के युगों को प्रकट करता है, जबकि इसकी जलवायु महाद्वीपों में पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखती है। पृथ्वी ग्रह को समय-समय पर बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदूषण से लेकर वनों की कटाई तक लोगों द्वारा की गई चीजें प्रकृति के संतुलन को खतरे में डालती हैं। जलवायु संकट पारिस्थितिकी तंत्र और समुदायों के लिए खतरा बनता जा रहा है।
पृथ्वी पर निबंध 200 शब्दों में
Essay on Earth in Hindi 200 शब्दों में नीचे दिया गया है-
पृथ्वी ग्रह हमें स्वच्छ जल, ताज़ी हवा और खाने के लिए भोजन जैसी मूलभूत आवश्यक चीजें प्रदान करती हैं। हम देख सकते हैं कि, जलवायु परिवर्तन के हानिकारक प्रभावों में से जो पहले से ही महसूस किए जा रहे हैं, उनमें समुद्र का बढ़ता स्तर, ग्लेशियरों का पिघलना और चरम मौसम की घटनाओं में वृद्धि शामिल है। प्रदूषण एक और बड़ी समस्या है। हवा, पानी और भूमि के प्रदूषण के लिए मुख्य सामग्री हानिकारक रसायन, प्लास्टिक जिन्हें लापरवाही से फेंक दिया जाता है और अन्य सामग्री हैं। यह न केवल मनुष्यों और वन्यजीवों के लिए बल्कि पर्यावरण के लिए भी हानिकारक है। पृथ्वी, आकार में गोलाकार, सौरमंडल में सूर्य से तीसरा ग्रह माना जाता है और यह एकमात्र ऐसा ग्रह है जिस पर स्थायी जीवन स्थितियां हैं। पानी है, बाहरी अंतरिक्ष से देखने पर पृथ्वी नीली दिखाई देती है, जिससे इसे “नीला ग्रह” भी है। हमें इसके संरक्षण के बारे में बेहद सतर्क रहना चाहिए क्योंकि पृथ्वी के अतिरिक्त किसी अन्य ग्रह पर जीवन संभव नहीं है।
पृथ्वी ने हम सभी लोगों को जीवन जीने के लिए आवश्यक संसाधन दी हैं, लेकिन हम इन संसाधनों का किसी न किसी तरह से नुकसान पहुंचते आ रहे हैं। पृथ्वी की सुरक्षा एक बड़ी चिंता का विषय बन गया है क्योंकि इससे पूरी दुनिया की वनस्पतियों का विनाश हो रहा है। जंगल की आग, भूकंप, ज्वालामुखी विस्फोट, सुनामी और चक्रवात जैसी प्राकृतिक आपदाएँ हमारे द्वारा की गई गलतियॉं का ही परिणाम हैं।
पृथ्वी पर निबंध 500 शब्दों में
Essay on Earth in Hindi 500 शब्दों में नीचे दिया गया है-
प्रस्तावना
पृथ्वी एक कक्षा में सूर्य के चारों ओर घूमती है और इसके चारों ओर एक चक्कर पूरा करने में लगभग 364 दिन और 6 घंटे का समय लेती है। इस प्रकार हम इसे एक वर्ष कहते हैं। हम सब जनते हैं की पृथ्वी में कई चीजों से बनी है चट्टानें और पानी भी पृथ्वी का निर्माण करता है। देखा जाएं तो पानी सतह के 70% हिस्से को घेरता है। इसमें महासागर, नदियाँ, समुद्र और बहुत कुछ शामिल हैं। पृथ्वी भी 24 घंटे के भीतर अपनी धुरी पर घूमती है जिसे हम एक सौर दिवस कहते हैं।
पृथ्वी के बारे में
पृथ्वी को तीन परतों में विभाजित किया जा सकता है – कोर, मेंटल और क्रस्ट। कोर पृथ्वी का सेंटर है जो कि बहुत ही गर्म है। वहीं बाहर की परत हो क्रस्ट करते हैं और मध्य भाग को मेंटल कहते हैं। हम मनुष्य जिस परत पर निवास करते हैं वह चट्टानों वाली बाहरी परत कहलाती है। पृथ्वी सिर्फ मनुष्यों का घर नहीं बल्कि करोड़ों पक्षियों, पेड़, पौधों और पशुओं का भी घर है। यहां पानी और हवा ही हम सभी के जीवन को पृथ्वी पर बनाए रखना संभव बनाती है। वहीं पृथ्वी के वायुमंडल में कई ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड जैसी गैसें भी हैं।
पृथ्वी की रक्षा कैसे करें?
जलवायु परिवर्तन के कारण बदतर होता जा रहा है और हमें इसके बारे में गंभीरता से सोचना शुरू करना होगा। इसका हमारे भोजन, हवा, शिक्षा, पानी और बहुत कुछ पर सीधा असर पड़ता है।
- जल संरक्षण – जल है तो कल है यह आपने सुना होगा। पर हमारा कल तभी सुरक्षित रहेगा जब इस पृथ्वी पर साफ पीने योग्य पानी बचेगा। पानी के बिना इस पृथ्वी की कल्पना करना भी मुश्किल है। ऐसे में अगर आप पृथ्वी को बचाना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको जल संरक्षण पर विशेष ध्यान देना होगा। इसके लिए आपको पानी की बर्बादी का रोकना, पानी बेवजह खर्च न करें और बारिश के पानी को स्टोर करके उसका इस्तेमाल करें।
- वायु प्रदूषण को कम करना : वर्तमान समय में वायु प्रदूषण बहुत अधिक बढ़ता जा रहा है। लोगों के लिए खुली हवा में सांस लेना दूबर होता जा रहा है। जिससे कई बीमारियां बढ़ती जा रही हैं। वाहनों की बढ़ती संख्या उनसे निकलने वाले धुएं से प्रदूषण फैलता है। हम सभी को चाहिए की गाड़ियों का इस्तेमाल कम और साइकिल या पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल अधिक करें।
- कचरा रीसाइक्लिंग और केमिकल – जैसे-जैसे पृथ्वी पर जनसंख्या बढ़ रही है वैसे-वैसे नए-नए खतरे भी सामने आ रहे हैं। इनमें ही दो नए खतरे हैं कचरा और केमिकल। आज के समय में बड़े बड़े शहर कचरे को लेकर परेशान है। हर दिन शहरों में लाखों किलो कचरा निकलता है। इसे रिसाइकल करना बहुत जरूरी होता है। अगर इसे सही से रीसाइकल न किया जाए तो ये प्रदूषण का बहुत बड़ा कारण हो सकता है। इसके साथ ही केमिकल का बढ़ता प्रयोग भी पृथ्वी के लिए बहुत हानिकारक है। कृषि में प्रयोग होने वाले केमिकल पृथ्वी को सीधे प्रदूषित करता है।
पृथ्वी को बेहतर बनाने में हमारा योगदान
पृथ्वी को बेहतर बनाने में हमारा योगदान इस तरह से हो सकता है-
- कुछ पेड़ लगाएं।
- अपना कचरा कम करें।
- एक ग्रीन फंडरेज़र शुरू करें।
- रीसाइक्लिंग प्रोग्राम्स शुरू करें।
- पानी को बिल्कुल बर्बाद न करें।
- बहते जल या नदियों में कचरा न डालें।
- साइकिल या पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल अधिक करें।
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FAQs
धरा, भूमि, धरित्री, रसा, रत्नगर्भा।
नील हरित शैवाल सबसे पुराना जीव है।
वायुमंडल और अंतरिक्ष के बीच की सीमा को कारमन रेखा कहा जाता है।
सबसे ठोस और पांचवां सबसे बड़ा ग्रह है।
12 लाख पशु प्रजातियां हैं।
उम्मीद है आपको Essay on Earth in Hindi के संदर्भ में हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा। हिंदी निबंध के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।