दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) भारत की सबसे प्रसिद्ध और टॉप रैंकिंग यूनिवर्सिटीज़ में से एक है, जहां हर साल लाखों छात्र एडमिशन के लिए आवेदन करते हैं। यहां आर्ट्स, साइंस, कॉमर्स, मैनेजमेंट, लैंग्वेज, एजुकेशन, मीडिया और टेक्नोलॉजी जैसे कई क्षेत्रों में पढ़ाई के विकल्प उपलब्ध हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी में अंडरग्रेजुएट (UG), पोस्टग्रेजुएट (PG), डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स कराए जाते हैं। कुछ कोर्स रेगुलर बेसिस में होते हैं, जबकि कई कोर्स ओपन लर्निंग (SOL) और डिस्टेंस मोड से भी किए जा सकते हैं। स्टूडेंट्स अपने इंटरेस्ट और करियर गोल के अनुसार यहां से सही कोर्स चुन सकते हैं। इस ब्लॉग में हम आपको दिल्ली यूनिवर्सिटी के सभी कोर्सेज़ की पूरी लिस्ट और उनकी डिटेल्स बताएंगे, ताकि आपको कोर्स चुनने करने में आसानी हो।
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दिल्ली यूनिवर्सिटी में डिग्री और स्ट्रीम अनुसार कोर्सेज की सूची
दिल्ली यूनिवर्सिटी में हर स्ट्रीम के छात्रों के लिए ढेरों कोर्स उपलब्ध हैं। यहां आर्ट्स, साइंस, कॉमर्स, मैनेजमेंट, मीडिया, लैंग्वेज, एजुकेशन और कई प्रोफेशनल फील्ड में पढ़ाई के विकल्प मौजूद हैं। यूनिवर्सिटी में रेगुलर, सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और प्रोफेशनल कोर्स सभी तरह के प्रोग्राम चलाए जाते हैं, ताकि छात्र अपने इंटरेस्ट और करियर गोल के अनुसार सही कोर्स चुन सकें।
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अंडरग्रेजुएट कोर्सेज की लिस्ट
अंडरग्रेजुएट कोर्स 12वीं पास करने के बाद किए जाते हैं और आमतौर पर इनकी अवधि 3 से 4 साल होती है। दिल्ली यूनिवर्सिटी में उपलब्ध कुछ प्रमुख UG कोर्स इस प्रकार हैं:-
| कोर्स कैटेगरी | कोर्स का नाम | अवधि |
| आर्ट्स और ह्यूमैनिटीज़ | बी.ए. (ऑनर्स) इंग्लिश, बी.ए. (ऑनर्स) पॉलिटिकल साइंस, बी.ए. (ऑनर्स) हिस्ट्री, बी.ए. (ऑनर्स) इकॉनॉमिक्स, बी.ए. (ऑनर्स) सोशियोलॉजी, बी.ए. (ऑनर्स) साइकॉलजी, बी.ए. (ऑनर्स) जर्नलिज़्म, बी.ए. प्रोग्राम | 3 साल |
| कॉमर्स और बिज़नेस स्टडीज़ | बी.कॉम, बी.कॉम (ऑनर्स), बी.बी.ए. (एफ.आई.ए.), बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज़ (बी.एम.एस.), बी.ए. (ऑनर्स) बिज़नेस इकॉनॉमिक्स | 3 साल |
| साइंस | बी.एससी. (ऑनर्स) फिज़िक्स, बी.एससी. (ऑनर्स) केमिस्ट्री, बी.एससी. (ऑनर्स) मैथ्स, बी.एससी. (ऑनर्स) जूलॉजी, बी.एससी. (ऑनर्स) बॉटनी, बी.एससी. (ऑनर्स) कंप्यूटर साइंस, बी.एससी. (लाइफ साइंसेज़), बी.एससी. (होम साइंस) | 3 साल |
| वोकेशनल और प्रोफेशनल | बी.ए. (वोकेशनल स्टडीज़) — टूरिज़्म मैनेजमेंट, ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, रिटेल, आईटी; बी.वोक.- हेल्थकेयर मैनेजमेंट, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट | 3 साल |
| शिक्षा और अन्य कोर्सेज | बैचलर ऑफ एलिमेंट्री एजुकेशन (बी.एल.एड.), बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन, बैचलर ऑफ लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस | 3 से 4 साल |
| संगीत और फाइन आर्ट्स | बी.ए. (ऑनर्स) हिंदुस्तानी म्यूज़िक, बी.ए. (ऑनर्स) कर्नाटिक म्यूज़िक, बी.ए. (ऑनर्स) परकशन म्यूज़िक, बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (BFA) | 3 से 4 साल |
पोस्टग्रेजुएट कोर्सेज की लिस्ट
पोस्टग्रेजुएट कोर्स ग्रेजुएशन के बाद किए जाते हैं और आमतौर पर 2 साल की अवधि के होते हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी में उपलब्ध कुछ प्रमुख PG कोर्स हैं:
| कोर्स कैटेगरी | कोर्स का नाम | अवधि |
| आर्ट्स | एम.ए. हिंदी, एम.ए. इंग्लिश, एम.ए. इतिहास, एम.ए. पॉलिटिकल साइंस, एम.ए. समाजशास्त्र, एम.ए. दर्शनशास्त्र, एम.ए. मनोविज्ञान, एम.ए. जर्नलिज़्म एंड मास कम्युनिकेशन | 2 साल |
| कॉमर्स | एम.कॉम, एम.बी.ए. (फाइनेंस, मार्केटिंग, एच.आर.), एम.ए. इन बिज़नेस इकॉनॉमिक्स | 2 साल |
| साइंस | एम.एससी. फिज़िक्स, एम.एससी. केमिस्ट्री, एम.एससी. मैथ्स, एम.एससी. बॉटनी, एम.एससी. जूलॉजी, एम.एससी. कंप्यूटर साइंस, एम.एससी. एनवायरनमेंटल साइंस | 2 साल |
| प्रोफेशनल | एल.एल.बी., एल.एल.एम., एम.एड., एम.लिब.आई.एस.सी. (Master of Library & Information Science), एम.पी.एड. (Master of Physical Education), एम.वोक. (Vocational Studies में Masters) | 2–3 साल |
सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्सेज
DU में कई सर्टिफिकेट और डिप्लोमा प्रोग्राम भी हैं, जो कम समय में स्पेशलाइजेशन के लिए किए जा सकते हैं। ये कोर्स 6 महीने से 1 साल की अवधि के होते हैं।
| कोर्स का नाम | अवधि |
| सर्टिफिकेट इन फ़ॉरेन लैंग्वेज (फ़्रेंच, जर्मन, स्पैनिश, जापानीज़) | 6 महीने – 1 साल |
| सर्टिफिकेट इन डिजिटल मार्केटिंग | 6 महीने – 1 साल |
| सर्टिफिकेट इन वेब डिज़ाइनिंग | 6 महीने – 1 साल |
| सर्टिफिकेट इन फ़ोटोग्राफ़ी | 6 महीने – 1 साल |
| सर्टिफिकेट इन इवेंट मैनेजमेंट | 6 महीने – 1 साल |
| डिप्लोमा इन फ़ॉरेन लैंग्वेजेज़ | 1 साल |
| डिप्लोमा इन बिज़नेस जर्नलिज़्म | 1 साल |
| डिप्लोमा इन इंटीरियर डिज़ाइनिंग | 1 साल |
| डिप्लोमा इन फ़ैशन डिज़ाइनिंग | 1 साल |
प्रोफेशनल और वोकेशनल कोर्सेज
दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेशनल और वोकेशनल कोर्स छात्रों को इंडस्ट्री-रेडी बनाने के लिए डिजाइन किए गए हैं। ये कोर्स प्रैक्टिकल नॉलेज और स्किल डेवलपमेंट पर फोकस करते हैं।
| कोर्स का नाम | अवधि |
| बैचलर ऑफ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन (BBA) | 3 साल |
| बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज़ (BMS) | 3 साल |
| बैचलर ऑफ वोकेशनल स्टडीज़ (B.Voc.) – सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट, रिटेल मैनेजमेंट, टूरिज़्म & हॉस्पिटैलिटी | 3 साल |
| बैचलर इन मल्टीमीडिया एंड मास कम्युनिकेशन (BMMMC) | 3 साल |
| पी.जी. डिप्लोमा इन साइबर सिक्योरिटी एंड लॉ | 1 साल |
| पी.जी. डिप्लोमा इन जर्नलिज़्म एंड मास कम्युनिकेशन | 1 साल |
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कोर्स की अवधि, योग्यता और एडमिशन प्रोसेस
दिल्ली यूनिवर्सिटी में हर कोर्स की अवधि, पात्रता और एडमिशन प्रोसेस अलग होता है।
अवधि (Duration):
- अंडरग्रेजुएट (UG) कोर्स: 3–4 साल
- पोस्टग्रेजुएट (PG) कोर्स: 2 साल
- सर्टिफिकेट/डिप्लोमा कोर्स: 6 महीने से 1 साल
- प्रोफेशनल कोर्स: 1–4 साल, कोर्स के अनुसार
योग्यता (Eligibility):
- यूजी कोर्स के लिए: 12वीं पास होना अनिवार्य है। इसके लिए आमतौर पर किसी निश्चित स्ट्रीम (जैसे आर्ट्स, कॉमर्स या साइंस) और न्यूनतम प्रतिशत की जरूरत होती है। इससे आपको बेसिक अकादमिक तैयारी मिलती है।
- पीजी कोर्स के लिए: संबंधित विषय में स्नातक डिग्री होना ज़रूरी है। उदाहरण के लिए, मास्टर ऑफ जर्नलिज़्म और मास कम्युनिकेशन (MJMC) के लिए किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन होना चाहिए।
- प्रोफेशनल कोर्स: कुछ खास कोर्स में किसी भी स्ट्रीम से 12वीं पास छात्र आवेदन कर सकते हैं। ये कोर्स आमतौर पर स्किल डेवलपमेंट और स्पेशलाइज्ड ट्रेनिंग पर फोकस करते हैं।
एडमिशन प्रोसेस:
- अंडरग्रेजुएट कोर्सेज: सभी UG कोर्स (BA, BSc, BCom आदि) में एडमिशन CUET (Common University Entrance Test) स्कोर के आधार पर होता है। स्कोर के बाद, कॉलेज और कोर्स अलॉटमेंट काउंसलिंग प्रोसेस से तय होता है।
- पोस्टग्रेजुएट कोर्सेज: PG कोर्सेज (MA, MSc, MCom आदि) के लिए एडमिशन CUET PG परीक्षा या मेरिट लिस्ट (कुछ कोर्सेज में) के आधार पर दिया जाता है।
- सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और एडवांस्ड डिप्लोमा कोर्सेज: इन कोर्सेज में एडमिशन मेरिट (12वीं के अंक) या फिर एंट्रेंस टेस्ट (कॉलेज/डिपार्टमेंट स्तर) के आधार पर होता है। कुछ प्रोफेशनल और स्किल-बेस्ड कोर्सेज के लिए इंटरव्यू/एप्टीट्यूड टेस्ट भी लिया जा सकता है।
दिल्ली यूनिवर्सिटी कोर्सेज की फीस
दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की फीस अन्य यूनिवर्सिटी की तुलना में कम होती है, इसलिए ज़्यादातर छात्र यहां आसानी से पढ़ाई कर सकते हैं:-
| कोर्स प्रकार | फीस रेंज | नोट |
| अंडरग्रेजुएट कोर्स | ₹5,000 – ₹20,000 प्रति वर्ष | कॉलेज और कोर्स के अनुसार |
| पोस्टग्रेजुएट कोर्स | ₹8,000 – ₹30,000 प्रति वर्ष | — |
| सर्टिफिकेट / डिप्लोमा कोर्स | ₹5,000 – ₹15,000 पूरे कोर्स के लिए | — |
| प्रोफेशनल कोर्स | ₹20,000 – ₹1,00,000 प्रति वर्ष | MBA, BMMMC, B.Voc आदि के लिए अधिक फीस हो सकती है |
| सेल्फ-फाइनेंस्ड कोर्स | सामान्य कोर्स से अधिक | — |
दिल्ली यूनिवर्सिटी में कोर्स चुनने से पहले ध्यान देने वाली बातें
किसी भी कोर्स में एडमिशन लेने से पहले कुछ ज़रूरी बातों पर ध्यान देना चाहिए, ताकि आपका चुनाव सही हो और पढ़ाई आपके करियर के लिए फायदेमंद बने।
- वही कोर्स चुनें जो आपको पसंद हो और आपके भविष्य के प्लान से मेल खाता हो।
- जिस कॉलेज में पढ़ने जा रहे हैं, उसकी रैंक, पढ़ाई की क्वालिटी और प्लेसमेंट का रिकॉर्ड देखें।
- कोर्स में क्या-क्या पढ़ाया जाएगा, पहले से जान लें।
- अपने बजट को देखें और DU में मिलने वाली स्कॉलरशिप की जानकारी लें।
दिल्ली यूनिवर्सिटी कोर्सेज के बाद करियर विकल्प
DU से पढ़ाई करने के बाद छात्रों के पास अपने कोर्स और स्ट्रीम के अनुसार कई करियर चुनने के मौके होते हैं।
- आर्ट्स स्ट्रीम: सिविल सर्विसेज, मीडिया, कंटेंट राइटिंग, टीचिंग, रिसर्च, पब्लिक रिलेशंस
- कॉमर्स स्ट्रीम: अकाउंटिंग, फाइनेंस, बैंकिंग, बिज़नेस एनालिटिक्स, मार्केटिंग, एम.बी.ए.
- साइंस स्ट्रीम: रिसर्च, डेटा साइंस, हेल्थकेयर, बायोटेक्नोलॉजी, आई.टी. सेक्टर
- प्रोफेशनल कोर्स: फैशन डिजाइनिंग, इवेंट मैनेजमेंट, डिजिटल मार्केटिंग, मास कम्युनिकेशन, टूरिज़्म, हॉस्पिटैलिटी
- हायर स्टडीज: एम.ए., एम.एससी., एम.कॉम, एम.बी.ए., एल.एल.बी., पीएच.डी. या विदेश में पढ़ाई के अवसर
FAQs
दिल्ली यूनिवर्सिटी में बी.ए., बी.कॉम, बी.एससी., एम.ए., एम.कॉम, एम.एससी., एम.बी.ए., एल.एल.बी. जैसे कोर्स के साथ सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और प्रोफेशनल कोर्स भी उपलब्ध हैं।
जी हां, DU में मेरिट-बेस्ड और नीड-बेस्ड स्कॉलरशिप स्कीम उपलब्ध हैं।
नहीं, ज्यादातर सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स में डायरेक्ट एडमिशन होता है।
हां, DU की डिग्री इंटरनेशनल लेवल पर मान्यता प्राप्त है, जिससे विदेश में पढ़ाई और नौकरी के अच्छे अवसर मिलते हैं।
जी हां, DU के कई कॉलेजों में लड़कियों और लड़कों के लिए अलग-अलग हॉस्टल हैं, लेकिन सीटें सीमित होती हैं।
हमें आशा है कि इस लेख में आपको दिल्ली यूनिवर्सिटी कोर्सेज की पूरी जानकारी मिल गई होगी। अन्य कोर्स से संबंधित लेख पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।
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