चार दिन की चांदनी मुहावरे का अर्थ (Char Din Ki Chandni Muhavare Ka Arth) होता है, किसी व्यक्ति के पास एक समय बहुत सारी खुशियों का आ जाना और दूसरे पल कोई परेशानी का आ जाने के लिए चार दिन की चांदनी मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप चार दिन की चांदनी मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
चार दिन की चांदनी मुहावरे का अर्थ क्या है?
चार दिन की चांदनी मुहावरे का अर्थ (Char Din Ki Chandni Muhavare Ka Arth) होता है- सुख और खुशियां कुछ दिन की होती है, थोड़े दिन का सुख, सीमित अवधि के लिए सुख का होना आदि।
चार दिन की चांदनी पर व्याख्या
इस मुहावरे में “चार दिन की चांदनी मुहावरे का अर्थ” जीवन ज्यादा खुशी आ जाने पर कभी घमंड नहीं करना चाहिए, क्योंकि सब दिन एक समान नहीं होते चार दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात।
चार दिन की चांदनी मुहावरे का वाक्य प्रयोग
चार दिन की चांदनी मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- रोहन की लॉटरी क्या लगी, वह हवा में उड़ने लगा उसे नहीं पता कि पैसा चार दिन की चांदनी की तरह होते हैं।
- सुख-सुविधाएँ और अच्छे दिन आते हैं, आने पर कभी पुराने लोगों और दिनों को नहीं भूलना चाहिए, क्योंकि समय कभी एक जैसा नहीं होता है, सिर्फ चार दिन की चांदनी होती है।
- शिवम ने नया घर और कार ली उसके बाद से उसने सबसे बात करना ही बंद कर दिया, वो भूल गया की ये सब चार दिन की चांदनी है।
- अनुराग के विदेश जाते ही चार दिन की चांदनी के लिए उसने अपने लोगों से ही मुँह फेर लिया।
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आशा है कि चार दिन की चांदनी मुहावरे का अर्थ (Char Din Ki Chandni Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।