Chandrayaan-3 UPSC की तैयारी के लिए कुछ जानकारी होगी फायदेमंद

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Chandrayaan-3 UPSC

आज न सिर्फ भारत की निगाहें चंद्रयान-3 पर टिकी रही बल्कि विदेशो में भी ये चर्चा का विषय बना रहा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से चंद्रयान-3 चंद्रमा मिशन आज लॉन्च किया है। चंद्रयान-3 मिशन पर लगभग 54 महिला इंजीनियर/वैज्ञानिक काम कर रही हैं। वे अलग-अलग केंद्रों पर काम करने वाले विभिन्न प्रणालियों के सहयोगी और उप परियोजना निदेशक और परियोजना प्रबंधक हैं।

चंद्रयान-3, चंद्रयान-2 मिशन का अनुसरण करता है जहां वैज्ञानिकों का लक्ष्य है चंद्रमा की कक्षा तक पहुंचना, लैंडर का उपयोग करके चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट-लैंडिंग करना। देखा जाये तो यह भारत के लिए बहुत बड़ा विषय है, और साथ ही हम सब को इसके बारे में कितने जानकारी है या हम इसके विषय में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं। 

देखा जाए तो, सरकारी नौकरी UPSC या अन्य परीक्षा की  तैयारी लाखो की संख्या में आज के युवा करते है और अपनी तैयारी के लिए एक रणनीति को तैयार करते है- जैसे की मॉकटेस्ट देना, कोचिंग ज्वाइन करना या अलग अलग सर्च इंजन से प्रश्नों को खोजना। तैयारी के लिए हम बहुत पैसे भी खर्च कर देते है, लेकिन अब आपको आपकी तैयारी के लिए कहीं  जाने की जरूरत नहीं हम आपको यह आपकी तैयारी के लिए  चंद्रयान-3 मिशन से जुड़ें कुछ प्रश्नों को दे रहे हैं,जो आपकी chandrayaan-3 UPSC की तैयारी में मदद करेंगे।  

Chandrayaan-3 UPSC की तैयारी के शामिल करें ये प्रश्न

प्रश्न: चंद्रयान-3 मिशन की लैंडिंग कब अपेक्षित है? 

उत्तर: चंद्रयान-3 मिशन की प्रक्रिया में करीब 42 दिन लगने की संभावना है, चंद्रमा पर 23 अगस्त को शाम 5.47 बजे लैंडिंग होने का अनुमान है।

प्रश्न: चंद्रयान-3 मिशन का सबसे टफ़्फ़ पार्ट कौन सा है?  

उत्तर: चांद की सतह पर उतारना सबसे कठिन काम है, जैसेकि  2019 में चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर की हार्ड लैंडिंग की वजह के मिशन खराब हो गया था। 

प्रश्न: चंद्रयान-3 मिशन के अनुसार चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग की सफलता कितनी प्रतिशत है? 

उत्तर: जिसे की पहले भी किये गए कई देशों के प्रयास में सॉफ्ट लैंडिंग की सफलता का प्रतिशत मात्र 52% ही रहा है. 50 % हम सफलता की संभावना क्र सकते हैं। 

प्रश्न: चंद्रयान 3 के लॉन्च को देखने के लिए कितने स्टूडेंट्स स्पेस सेंटर पहुंचे थे?

उत्तर: चंद्रयान 3 मिशन के लॉन्च को देखने के लिए करीब 200 स्टूडेंट्स पहुंचे थे।  

प्रश्न: कौन है डॉ. रितु करिधल और कहा हुआ इनका जन्म?

उत्तर: चंद्रयान 3 मिशन के निदेशक सी. रितु करिधल है, इनका जन्म 1975 में लखनऊ के मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ।

प्रश्न: चंद्रयान 3 अभियान के प्रोजेक्ट डायरेक्टर कौन है?

उत्तर: इस अभियान के प्रोजेक्ट डायरेक्टर पी. वीरा मुथुवेल हैं। 

 प्रश्न: क्या आपको पता है चंद्रयान 3 मिशन की थीम है? 

उत्तर: इस मिशन की थीम Science Of The Moon यानी चंद्रमा का विज्ञान है।  

 प्रश्न: इस चंद्रयान 3 मिशन के प्रबंधन करता कौन हैं?

उत्तर: चंद्रयान 3 मिशन के प्रबंधन करता भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की लीड साइंटिस्ट रितु खारिधल ही इसका  नेतृत्व कर रही हैं। 

प्रश्न: प्रोपल्शन मॉड्यूल क्या है और क्या है इसका डिजाइन?

उत्तर: Propulsion Module एक बॉक्स जैसी आकार है जिसमें बड़ा सौर पैनल और बड़ा सिलेंडर है, जोकि लैंडर के माउंटिंग फ्रेमवर्क के रूप में कार्य करता है.

प्रश्न: क्या आपको पता है इस चंद्रयान 3 मिशन की कितनी कीमत है?
उत्तर: चंद्रयान 3 मिशन की लागत लगभग 960 करोड़ से कम है, जोकि चंद्रयान 2 मिशन की थी। 

 प्रश्न: चंद्रयान 3 मिशन किस तारीख को लॉन्च हुआ ?

उत्तर: 14 जुलाई 2023 को लॉन्च किया जाने वाला तीसरा चंद्र अन्वेषण मिशन है.

प्रश्न: चंद्रयान-3 मिशन के तहत किस लांचर का उपयोग किया गया है?
उत्तर: लांचर GSLV-Mk3 है, जो इंटीग्रेटेड मॉड्यूल को लगभग 170 x 36500 किमी की एलिप्टिक पार्किंग ऑर्बिट (ईपीओ) में स्थापित करेगा।

प्रश्न: शेकल्टन क्रेटर क्या है और ये क्या काम करता है?

उत्तर: चंद्रयान 3 मिशन का चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव 4.2 किलोमीटर वाला बड़ा शेकल्टन क्रेटर है। जहां खास जगह पर अरबों सालों से सूर्य की रोशनी नहीं पहुंची है। यहां तापमान -267 डिग्री फारेनहाइट रहता है।

 प्रश्न: चंद्रयान 3 मिशन से पहले कौन -कौन से मिशन इसरो द्वारा हुए?

उत्तर: इसरो चंद्रयान 3 मिशन पहले साल 2008 में चंद्रयान-1 और 2019 में चंद्रयान-2 लॉन्च कर चुका है.

प्रश्न: इस बार इसरो ने लैंडर और ओवर का क्या नाम रखा है?

उत्तर: इसरो ने इस बार लैंडर का नाम ‘विक्रम’ और रोवर का ‘प्रज्ञान’ रखा है.

प्रश्न: लैंडर और रोवर की मिशन लाइफ बराबर?

उत्तर: इसरो अधिकारियों के अनुसार, लैंडर का मिशन जीवन एक चंद्र दिवस है, जो पृथ्वी पर 14 दिनों के बराबर है।

प्रश्न: चंद्रयान 3 का कुल वजन कितना है?

उत्तर: वजन 2,148 किलोग्राम है, और लैंडर और रोवर दोनों लैंडर मॉड्यूल में हैं, जिसका वजन 1,752 किलोग्राम है।

प्रश्न: चंद्रयान 3 में लैंडर और रोवर कौन से वैज्ञानिक उपकरण ले गए है ?

 उत्तर: भूतल विज्ञान उपकरण, वायुमंडलीय विज्ञान उपकरण और जल विज्ञान उपकरण।

प्रश्न: चंद्रयान 3 मिशन के निदेशक कौन हैं?

उत्तर: चंद्रयान 3 मिशन के निदेशक सी. रितु करिधल है। 

प्रश्न: चंद्रयान 3 मिशन में कितनी थी रॉकेट की रफ्तार ?

उत्तर: 36 हजार किलो मीटर प्रतिघंटा थी। 

यह था chandrayaan-3 upsc पर हमारा आर्टिकल। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग इवेंट्स आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।

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