आज के बदलते दौर में बीएससी एमएलटी एक ऐसा कोर्स है जिसकी डिमांड लगातार बढ़ रही है। अगर आप मेडिकल फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं और डॉक्टर या नर्सिंग के अलावा किसी प्रोफेशनल ऑप्शन की तलाश कर रहे हैं, तो यह कोर्स आपके लिए अच्छा विकल्प हो सकता है। इसमें आपको मेडिकल लैब में होने वाले टेस्ट, सैंपल हैंडलिंग और बेसिक डायग्नोस्टिक प्रक्रियाओं को आसान तरीके से सीखने का मौका मिलता है। हेल्थकेयर सेक्टर के तेजी से बढ़ने के कारण एमएलटी प्रोफेशनल्स की जरूरत भी लगातार बढ़ रही है, जिससे आपको अच्छी नौकरी और बेहतर सैलरी के अवसर मिलते हैं। इस लेख में आप BSc MLT कोर्स की योग्यता, एडमिशन प्रक्रिया, सिलेबस और करियर स्कोप से जुड़ी जरूरी जानकारी सरल भाषा में जान पाएंगे।
This Blog Includes:
- BSc MLT कोर्स क्या है?
- BSc MLT कोर्स क्यों चुनें?
- BSc MLT कोर्स के लिए आवश्यक योग्यता
- बीएससी मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी कोर्स सिलेबस
- BSc MLT कोर्स के लिए बेस्ट कॉलेज
- BSc MLT कोर्स की औसत फीस
- BSc MLT कोर्स के लिए आवेदन प्रक्रिया
- BSc MLT कोर्स के लिए आवश्यक दस्तावेज
- BSc MLT कोर्स करने के बाद करियर स्कोप
- BSc MLT कोर्स करने के बाद मिलने वाली सैलरी
- FAQs
BSc MLT कोर्स क्या है?
बीएससी इन मेडिकल लैबोरेटरी टेक्नोलॉजी (BSc MLT) एक स्नातक स्तर का हेल्थकेयर कोर्स है। BSc MLT की मानक अवधि 3 वर्ष + अनिवार्य/वैकल्पिक इंटर्नशिप (6–12 माह) होती है। इस कोर्स में छात्रों को लैब टेस्टिंग, पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री और डायग्नोस्टिक तकनीकों की ट्रेनिंग दी जाती है। इसमें प्रयोगशाला तकनीक, पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री और क्लिनिकल रिसर्च जैसे विषय शामिल होते हैं।
BSc MLT कोर्स क्यों चुनें?
यह कोर्स मेडिकल साइंस का अहम हिस्सा है जिसमें छात्रों को खून, पेशाब, ऊतक और अन्य नमूनों की जांच करना सिखाया जाता है। भारत में बढ़ते स्वास्थ्य ढांचे और मेडिकल टेक्नोलॉजी की जरूरत के कारण एमएलटी पेशेवरों की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। यही कारण है कि यह कोर्स आपके बेहतरीन करियर के लिए एक शानदार विकल्प साबित हो सकता है। इस कोर्स में छात्र न केवल सैद्धांतिक ज्ञान प्राप्त करते हैं, बल्कि प्रयोगशाला में प्रैक्टिकल ट्रेनिंग लेकर वास्तविक अनुभव भी हासिल कर सकते हैं।
BSc MLT कोर्स के लिए आवश्यक योग्यता
इस कोर्स में प्रवेश पाने के लिए कुछ निम्नलिखित योग्यताएं और शर्तें जरुरी होती हैं –
- इस कोर्स को करने के लिए छात्रों को 12वीं कक्षा में साइंस स्ट्रीम से फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी (PCB) के साथ पास होना आवश्यक है।
- इस कोर्स को करने के लिए ज्यादातर यूनिवर्सिटीज़ में एडमिशन के लिए 50% या उससे अधिक अंक आवश्यक होते हैं। हालाँकि आरक्षित श्रेणी के छात्रों के लिए इसमें कुछ छूट भी दी जाती है।
- कुछ कॉलेज सीधे मेरिट के आधार पर एडमिशन देते हैं, लेकिन कई यूनिवर्सिटीज़ अपनी एंट्रेंस परीक्षाएँ भी आयोजित करती हैं। BSc MLT के लिए होने वाली प्रमुख एंट्रेंस परीक्षाओं में CUET-UG, IPU CET, जैन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट, KCET (कुछ राज्यों में) और कई निजी विश्वविद्यालयों द्वारा आयोजित इन-हाउस एंट्रेंस एग्ज़ाम शामिल हैं। इन परीक्षाओं के माध्यम से छात्रों का चयन उनकी रैंक और स्कोर के आधार पर किया जाता है।
- इस कोर्स में आवेदन के लिए स्टूडेंट्स की सामान्यतः न्यूनतम आयु 17 वर्ष होनी चाहिए।
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बीएससी मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी कोर्स सिलेबस
BSc MLT कोर्स का सिलेबस राज्य और यूनिवर्सिटी के अनुसार थोड़ा अलग हो सकता है, लेकिन इसका सामान्य और बुनियादी सिलेबस कुछ इस प्रकार होता है:
| विषय | इम्पोर्टेंट टॉपिक्स |
| सेमेस्टर 1 | मानव शरीर रचना विज्ञान-I मानव शरीर क्रिया विज्ञान-I स्वास्थ्य शिक्षा और स्वास्थ्य संचार जैव रसायन-I |
| सेमेस्टर 2 | जैव-चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन मानव शरीर रचना विज्ञान-II मानव शरीर रचना-II जैव रसायन-II |
| सेमेस्टर 3 | पैथोलॉजी-I क्लिनिकल हेमेटोलॉजी-I इम्यूनोलॉजी और सीरोलॉजी-I माइक्रोबायोलॉजी-I |
| सेमेस्टर 4 | क्लिनिकल हेमेटोलॉजी-I हिस्टोपैथोलॉजी और हिस्टोटेक्निक्स – I माइक्रोबायोलॉजी, इम्यूनोलॉजी और सीरोलॉजी – I |
| सेमेस्टर 5 | पैथोलॉजी – II क्लिनिकल हेमेटोलॉजी-II इम्यूनोलॉजी और सीरोलॉजी-II माइक्रोबायोलॉजी-II |
| सेमेस्टर 6 | इम्यूनोहेमेटोलॉजी और रक्त बैंकिंग क्लिनिकल एंजाइमोलॉजी और स्वचालन परजीवी विज्ञान और विषाणु विज्ञान डायग्नोस्टिक साइटोलॉजी |
| सेमेस्टर 7 | उन्नत निदान तकनीकें नैदानिक आणविक जीवविज्ञान क्लिनिकल बायोकेमिस्ट्री |
BSc MLT कोर्स के लिए बेस्ट कॉलेज
BSc MLT कोर्स के लिए निम्नलिखित कॉलेज/संस्थान आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं:
- दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू)
- बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी
- एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा
- पारुल यूनिवर्सिटी
- अमृता विश्व विद्यापीठम, कोयंबटूर
- जामिया मिलिया इस्लामिया
- फर्ग्यूसन कॉलेज
- एसआरएम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, कट्टनकुलथुर
BSc MLT कोर्स की औसत फीस
BSc MLT कोर्स की फीस कॉलेज या यूनिवर्सिटी के प्रकार पर निर्भर करती है। बता दें कि सरकारी संस्थानों में इसकी फीस आमतौर पर 20,000 से 50,000 रुपये प्रति वर्ष तक हो सकती है, जबकि प्राइवेट कॉलेजों में यही फीस 70,000 रुपये से लेकर 1,50,000 रुपये प्रति वर्ष तक पहुंच सकती है। एक्सपर्ट्स की मानी जाए तो इस कोर्स की कुल अनुमानित फीस लगभग 2 लाख से 4.5 लाख रुपये तक हो सकती है।
BSc MLT कोर्स के लिए आवेदन प्रक्रिया
BSc MLT कोर्स में एडमिशन के लिए छात्र ऑनलाइन या ऑफ़लाइन दोनों तरीकों से आवेदन कर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन के लिए इच्छुक छात्र संबंधित कॉलेज या विश्वविद्यालय की ऑफ़िशियल वेबसाइट पर जाकर आवेदन फॉर्म भरते हैं, जहाँ उन्हें अपनी 10+2 मार्कशीट, पहचान पत्र, फोटो और यदि लागू हो तो जाति प्रमाण पत्र जैसी आवश्यक दस्तावेज़ों की स्कैन कॉपी अपलोड करनी होती है। फॉर्म भरने के बाद निर्धारित शुल्क का ऑनलाइन भुगतान किया जाता है। कई कॉलेज एंट्रेंस एग्ज़ाम के आधार पर प्रवेश देते हैं, जबकि कुछ मेरिट सूची के आधार पर एडमिशन प्रदान करते हैं। चयन होने के बाद छात्रों को दस्तावेज़ सत्यापन के लिए कॉलेज जाना होता है, जिसके बाद फीस जमा करने पर प्रवेश पूरा हो जाता है।
ऑफ़लाइन आवेदन प्रक्रिया में छात्र सीधे कॉलेज जाकर आवेदन फॉर्म प्राप्त करते हैं और उसे ध्यान से भरकर आवश्यक दस्तावेज़ों की कॉपी के साथ निर्धारित तिथि से पहले जमा करते हैं। कुछ कॉलेज ऑफ़लाइन मोड में भी एंट्रेंस परीक्षा आयोजित करते हैं, जिसमें छात्रों को शामिल होना आवश्यक होता है। बाद में मेरिट लिस्ट या परीक्षा परिणाम के आधार पर चयनित छात्रों को दस्तावेज़ सत्यापन के लिए बुलाया जाता है, और सभी दस्तावेज़ सही पाए जाने तथा फीस जमा करने के बाद एडमिशन प्रक्रिया पूरी हो जाती है।
BSc MLT कोर्स के लिए आवश्यक दस्तावेज
इस कोर्स को करने के लिए उम्मीदवारों के पास आमतौर पर निम्नलिखित दस्तावेज होना अनिवार्य है, जो कि लगभग हर संस्थान में एडमिशन के समय मांगे जाते हैं –
- पासपोर्ट साइज फोटो
- आधार कार्ड या कोई वैध पहचान पत्र
- दसवीं और बारहवीं की मार्कशीट और सर्टिफिकेट
- ट्रांसफर सर्टिफिकेट (TC) या माइग्रेशन सर्टिफिकेट
- कैटेगरी सर्टिफिकेट (यदि लागू हो)
- मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट
BSc MLT कोर्स करने के बाद करियर स्कोप
BSc मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी कोर्स पूरा करने के बाद छात्रों के लिए हेल्थकेयर सेक्टर में नौकरी के बहुत अच्छे और स्थिर अवसर मिलते हैं। इस कोर्स के बाद आप सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों, पैथोलॉजी लैब्स, डायग्नोस्टिक सेंटर्स, रिसर्च लैबोरेट्री और दवा उद्योग में आसानी से नौकरी पा सकते हैं। यहाँ आप रिसर्च असिस्टेंट, मेडिकल लैब टेक्नीशियन, पैथोलॉजी टेक्नीशियन, क्लिनिकल लैब सुपरवाइज़र, क्लिनिकल लैब टेक्नोलॉजिस्ट, और ब्लड बैंक टेक्नीशियन जैसे पदों पर काम कर सकते हैं।
इस क्षेत्र की खासियत यह है कि लैब टेक्नीशियन की मांग हर साल बढ़ रही है, क्योंकि अस्पतालों और टेस्टिंग सेंटरों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अनुभव बढ़ने पर आपको बेहतर पदों के साथ अच्छी सैलरी भी मिलने लगती है। चाहे आप नौकरी करें या खुद की डायग्नोस्टिक लैब शुरू करें, दोनों ही तरह से करियर में अच्छे अवसर मौजूद रहते हैं।
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BSc MLT कोर्स करने के बाद मिलने वाली सैलरी
बीएससी मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी कोर्स करने के बाद मिलने वाली अनुमानित सालाना सैलरी Ambitionbox.com के अनुसार नीचे दी गई तालिका में दर्शाई गई है। वास्तविक सैलरी आपके अनुभव, कौशल और परफॉर्मेंस के आधार पर इससे अधिक भी हो सकती है।
| जॉब प्रोफाइल्स | अनुमानित सालाना सैलरी (INR) |
| मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजिस्ट | INR 1 लाख – 10 लाख |
| सीनियर मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजिस्ट | INR 1.8 लाख – 12 लाख |
| लैब मैनेजर/सुपरवाइजर | INR 3 लाख – 20 लाख |
| रिसर्च एसोसिएट | INR 2 लाख – 8 लाख |
| क्लीनिकल ट्रायल रिसर्च एसोसिएट | INR 3 लाख – 8 लाख |
| क्वालिटी कंट्रोल/क्वालिटी एस्युरेंस टेक्नीशियन | INR 2 लाख – 8.4 लाख |
FAQs
BSc MLT यानी बैचलर ऑफ साइंस इन मेडिकल लैबोरेटरी टेक्नोलॉजी एक ग्रेजुएशन लेवल का कोर्स है जिसमें छात्रों को पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, हेमैटोलॉजी और बायोकैमिस्ट्री जैसे विषयों से संबंधित मेडिकल लैब में कार्य करने की ट्रेनिंग दी जाती है।
B.Sc. MLT की फीस आमतौर पर सरकारी कॉलेजों में लगभग ₹5,000–₹50,000 प्रति वर्ष होती है, जो राज्य या संस्थान पर निर्भर करती है। वहीं, प्राइवेट कॉलेजों में यह फीस ₹70,000 से ₹1,50,000 प्रति वर्ष तक हो सकती है।
यह कोर्स आमतौर पर तीन वर्ष का होता है और कई विश्वविद्यालयों में इसे चार वर्षीय कार्यक्रम के रूप में भी पढ़ाया जाता है जिसमें इंटर्नशिप शामिल होती है।
इस कोर्स में पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, बायोकैमिस्ट्री, इम्यूनोलॉजी, क्लिनिकल बायोटेक्नोलॉजी, ब्लड बैंकिंग और लैबोरेटरी प्रबंधन जैसे विषय शामिल होते हैं।
बीएससी एमएलटी के बाद छात्र अस्पतालों, डायग्नोस्टिक लैब, रिसर्च संस्थान, ब्लड बैंक, पैथोलॉजी लैब और मेडिकल उपकरण कंपनियों में कार्य कर सकते हैं, साथ ही उच्च शिक्षा भी प्राप्त कर सकते हैं।
हमें उम्मीद है कि इस लेख के माध्यम से आपको BSc MLT कोर्स से संबंधित संपूर्ण जानकारी मिल गई होगी। अन्य कोर्स-सम्बंधित जानकारियों के लिए Leverage Edu के साथ जुड़े रहें।
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