बिन पेंदी का लोटा मुहावरे का अर्थ (Bin Pendi Ka Lota Muhavare Ka Arth) होता है। जब किसी व्यक्ति का कोई सिद्धांत नहीं होता है, तो उसके लिए हम बिन पेंदी का लोटा मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप बिन पेंदी का लोटा मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
बिन पेंदी का लोटा मुहावरे का अर्थ क्या है?
बिन पेंदी का लोटा मुहावरे का अर्थ (Bin Pendi Ka Lota Muhavare Ka Arth) होता है- वह व्यक्ति जिसका अपना कोई सिद्धान्त न हो आदि।
बिन पेंदी का लोटा पर व्याख्या
इस मुहावरे में “बिन पेंदी का लोटा मुहावरे का अर्थ” रवी हर बात में हां ही कहता है वो तो बिन पेंदी का लोटा है
बिन पेंदी का लोटा मुहावरे का वाक्य प्रयोग
बिन पेंदी का लोटा मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- ऑफिस में कई लोग बिन पेंदी के लोटे की तरह होते हैं।
- राजिव नें रमन से कहा कुछ तो अपना पक्ष रखों बिन पेंदी के लोटे की तरह मत रहों
- कमल तो बिन पेंदी का लोटा है, कभी वो जर्मनी का पक्ष लेता है कभी अमेरिका का।
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आशा है कि बिन पेंदी का लोटा मुहावरे का अर्थ (Bin Pendi Ka Lota Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।