मणिपुर के छात्र एडमिशन के लिए कर्नाटक (बेंगलुरु) के स्कूलों (एकेडमिक इंस्टिट्यूट्स) से संपर्क कर रहे हैं। इसे देखते हुए स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग (DSEL) ने स्कूलों को प्रवेश के लिए अपने आवेदनों पर विचार करने के लिए सर्कुलर जारी किया है, क्योंकि एकेडमिक ईयर पहले ही शुरू हो चुका है।
सर्कुलर में स्कूल एजुकेशन कमिश्नर बीबी कावेरी ने कहा कि कर्नाटक के स्कूलों में प्रवेश चाहने वाले मणिपुर के छात्रों के लिए एक स्पेशल केस बनाया जाएगा। यदि इन छात्रों के नामांकन के लिए ट्रांसफर सर्टिफिकेट और स्कूल से संबंधित अन्य डाक्यूमेंट्स उपलब्ध नहीं हैं तो एक स्पेशल केस बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हमारे पास इस बात का सही आंकड़ा नहीं है कि प्रवेश के लिए कितने छात्र कर्नाटक आए हैं, कई निजी स्कूलों ने इस मुद्दे से निपटने के तरीके के बारे में गाइडेंस मांगने के लिए हमसे संपर्क किया है। इस वजह से हमने मणिपुर के छात्रों के लिए एक्ससेप्शन बनाने का फैसला किया है।
क्लास 1 से 10 तक के सभी स्कूलों पर सर्कुलर लागू
कमिश्नर ने कहा कि एनरोलमेंट के समय उन्हें डेट ऑफ बर्थ, ट्रांसफर और अन्य संबंधित डाक्यूमेंट्स देने की आवश्यकता नहीं है। स्कूलों को यह कदम उठाने के लिए सूचित किया गया है कि मणिपुर के छात्रों को उन कक्षाओं में नामांकित किया जाए जो वे अपना गृह राज्य छोड़ने से पहले पढ़ रहे थे। यह सर्कुलर कक्षा 1 से 10 तक के सभी स्कूलों पर लागू होता है।
स्टूडेंट्स को दिल्ली में भी दिया गया एडमिशन
दिल्ली के शिक्षा विभाग के अनुसार मणिपुर के 138 बच्चों को राजधानी के स्कूलों में एडमिशन दिया गया है औऱ 290 आवेदनों पर अभी विचार किया जा रहा है।
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