असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर (ASO) एक महत्वपूर्ण सरकारी पद है, जो युवाओं को प्रतिष्ठित प्रशासनिक क्षेत्र में काम करने का अवसर देता है। यह पद मुख्य रूप से केंद्रीय सचिवालय सेवा (CSS) में होता है, और इसके लिए भर्ती प्रक्रिया SSC CGL परीक्षा के माध्यम से पूरी की जाती है। यदि आप सरकारी ऑफिस में इस प्रतिष्ठित पद पर काम करना चाहते हैं तो यहां असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर बनने की पूरी प्रक्रिया की जानकारी दी गई है।
This Blog Includes:
- असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर कौन होता है?
- असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर के लिए परीक्षा
- ASO बनने के लिए आवश्यक योग्यता
- ASO बनने के लिए आयु सीमा
- ASO परीक्षा का सिलेबस
- एंट्रेस एग्जाम का पैटर्न
- असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर बनने के लिए आवश्यक स्किल्स
- असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर का करियर स्कोप
- असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर को मिलने वाला वेतन
- FAQs
असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर कौन होता है?
असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर (ASO) भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में कार्य करने वाला एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक अधिकारी होता है। यह पद आमतौर पर स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (SSC) की CGL परीक्षा के माध्यम से प्राप्त किया जाता है। ASO का मुख्य कार्य फाइलों और दस्तावेजों का प्रबंधन, सरकारी नीतियों से संबंधित नोटिंग–ड्राफ्टिंग तैयार करना, विभागीय जानकारी उच्च अधिकारियों तक पहुंचाना तथा मंत्रालय के दैनिक कार्यों का समन्वय करना होता है। यह पद केंद्रीय प्रशासन के सुचारू संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर के लिए परीक्षा
ASO के लिए प्रमुख परीक्षा SSC CGL है, जिसके माध्यम से विदेश मंत्रालय, गृह मंत्रालय, रेल मंत्रालय सहित विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों में ASO की भर्ती की जाती है। यह परीक्षा दो चरणों प्रिलिम्स (टियर-I), मेंस (टियर-II) और इसके बाद होने वाले डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के आधार पर पूरी की जाती है।
ASO बनने के लिए आवश्यक योग्यता
असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर बनने के लिए उम्मीदवारों को निम्नलिखित आवश्यक योग्यता का पूरा करना जरूरी है:
- असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर बनने के लिए सबसे पहले उम्मीदवार की किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन डिग्री होनी चाहिए।
- इसके लिए उम्मीदवार को SSC CGL परीक्षा पास करनी होती है, जिसमें Tier-1, Tier-2 शामिल हैं।
- असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर की पोस्ट के लिए कोई विशेष शारीरिक योग्यता आवश्यक नहीं होती। लेकिन उम्मीदवार का मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ होना जरूरी है ताकि वह अपना काम अच्छी तरह कर सके।
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ASO बनने के लिए आयु सीमा
असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर बनने के लिए विभिन्न विभागों में निर्धारित आयु सीमा नीचे दी गई है। इस पद पर चयनित अधिकारी ग्रुप ‘B’ श्रेणी में आते हैं:-
| विभाग | आयु सीमा |
| केंद्रीय सचिवालय सेवा | 20-30 वर्ष |
| इंटेलीजेंस ब्यूरो | 18-30 वर्ष |
| रेल मंत्रालय | 20-30 वर्ष |
| विदेश मंत्रालय | 20-30 वर्ष |
| एएफएचक्यू | 20-30 वर्ष |
| इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय | 18-30 वर्ष |
| अन्य मंत्रालय/विभाग/संगठन | 18-30 वर्ष |
ASO परीक्षा का सिलेबस
यहाँ असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर के लिए आयोजित होने वाले एग्जाम का सिलेबस दिया गया है-
टियर 1 में आयोजित परीक्षा का सिलेबस
| सेक्शन | मुख्य टॉपिक |
| जनरल इंटेलीजेंस एंड रीजनिंग | अनलॉजिस कोडिंग-डिकोडिंग सीरीज (नंबर/फिगरेटिव) पज़ल्स सेलोजिस्म्स वेंन डायग्राम स्पेस ओरिएंटेशन ब्लड रिलेशन्स |
| जनरल अवेयरनेस | करंट अफयेर्स हिस्ट्री (प्राचीन से आधुनिक) भारत और विश्व की जियोग्राफी इकोनॉमिक्सपॉलिटी (इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन, PM, संसद) साइंस एंड एन्वॉयरमेंट. |
| क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड | संख्या प्रणालियाँ प्रतिशत अनुपात और समानुपात औसत समय कार्य और गति लाभ और हानि ज्यामिति (त्रिकोण, वृत्त) मापन त्रिकोणमिति आँकड़ा व्याख्या (चार्ट) |
| English Language & Comprehension | Grammar (Error Spotting, Sentence Improvement) Vocabulary (Synonyms, Antonyms, One-word Substitution) Reading Comprehension Phrases & Idioms, Cloze Test |
टियर 2 में आयोजित परीक्षा का सिलेबस
| सेक्शन | मुख्य टॉपिक |
| मैथमेटिकल एबिलिटी | संख्या प्रणालियाँ सांख्यिकी और प्रायिकता मौलिक अंक गणितीय संक्रियाएँ बीजगणित, ज्यामिति मापन त्रिकोणमिति सांख्यिकी और प्रायिकता |
| तर्क और सामान्य बुद्धि | सिमेंटिक एनालॉजी सिंबॉलिक ऑपरेशन्स सिंबॉलिक/ नंबर एनालॉजी ट्रेंड्स फीगुरल एनालॉजी स्पेस ओरिएंटेशन सिमेंटिक क्लासिफिकेशन वेंन डायग्राम सिंबॉलिक/ नंबर क्लासिफिकेशन ड्राइंग इंफ़ेरेंसेस फीगुरल क्लासिफिकेशन नंबर सीरीज पंचड होल/ पैटर्न-फोल्डिंग एंड अनफोलडिंग सिमेंटिक सीरीज फीगुरल पैटर्न फोल्डिंग एंड कम्पलीशन क्रिटिकल थिंकिंग प्रॉब्लम-सॉल्विंग इमोशनल इंटेलिजेंस वर्ड बिल्डिंग एम्बेडेड फिगर्स सोशल इंटेलिजेंस कोडिंग एंड डिकोडिंग न्यूमेरिकल ऑपरेशन्स फीगुरल सीरीज |
| English Language & Comprehension | Active/ passive voice of verbs Spelling/ detecting misspelled words Spot the error Conversion into direct/ indirect narration Idioms & phrases Fill in the blanks Shuffling of sentence parts One-word substitution Synonyms Shuffling of sentences in a passage Improvement of sentences Antonyms Cloze passage Sentence Structure Comprehension passage Homonyms |
| कंप्यूटर प्रवीणता | कंप्यूटर का संगठन सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (सीपीयू), इनपुट/आउटपुट डिवाइस कंप्यूटर मेमोरी, मेमोरी संगठन बैक-अप डिवाइस पोर्ट विंडोज एक्सप्लोरर कीबोर्ड शॉर्टकट विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम जिसमें माइक्रोसॉफ्टऑफिस जैसे एमएस वर्ड, एमएस एक्सेल और पावरपॉइंट की मूल बातें शामिल हैं। वेब ब्राउज़िंग और सर्चिंग डाउनलोडिंग और अपलोडिंग ईमेल अकाउंट का प्रबंधन ई-बैंकिंग नेटवर्किंग और साइबर सुरक्षा की मूल बातें |
एंट्रेस एग्जाम का पैटर्न
SSC CGL ASO के सभी चरणों का नया परीक्षा पैटर्न नीचे दिया गया है। कैंडिडेट तैयारी के लिए टियर-I और टियर-II के विस्तृत परीक्षा पैटर्न को देख सकते हैं:-
स्टेज 1: SSC CGL ASO टियर 1
| विषय | प्रश्न | अंक | समय |
| सामान्य बुद्धि एवं तर्क | 25 | 50 | 60 मिनट (सेरेब्रल पाल्सी से पीड़ित दृष्टिबाधित अभ्यर्थियों के लिए: 80 मिनट) |
| सामान्य जागरूकता | 25 | 50 | |
| मात्रात्मक रूझान या क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड | 25 | 50 | |
| अंग्रेजी भाषा | 25 | 50 | |
| कुल | 100 | 200 |
स्टेज 2: SSC CGL ASO टियर 2
| पेपर | सेशन | विषय | प्रश्नों की संख्या | अधिकतम अंक | समय |
| पेपर – 1 | सेशन – I (2 घंटेand 15 मिनट) | सेक्शन-I:मॉड्यूल-I: Mathematical Abilitiesमॉड्यूल-II: Reasoning and General Intelligence. | 30 30 कुल = 60 | 180 | 1 घंटा (प्रत्येक सेक्शन के लिए) |
| सेक्शन-II:मॉड्यूल-I: English Language and Comprehensionमॉड्यूल-II: General Awareness | 45 25 कुल = 70 | 70*3 = 210 | |||
| सेक्शन-III:मॉड्यूल-I: Computer Knowledge Module | 20 | 20*3 = 60 | 15 मिनट (प्रत्येक मॉड्यूल के लिए) | ||
| सेशन – 2(15मिनट) | सेक्शन-III:मॉड्यूल-II: Data Entry Speed Test Module | एक डेटा एंट्री टास्क | – | ||
| पेपर – 2 | General Studies (Finance and Economics) | 100 | 100*2 = 200 | 2 घंटा (प्रत्येक पेपर के लिए) | |
असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर बनने के लिए आवश्यक स्किल्स
असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर बनने के लिए उम्मीदवारों में निम्नलिखित स्किल्स का होना महत्वपूर्ण माना जाता है:-
- संचार कौशल
- विश्लेषणात्मक सोच
- समय प्रबंधन
- तकनीकी ज्ञान
- टीमवर्क और नेतृत्व
- नैतिकता और गोपनीयता
असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर का करियर स्कोप
ASO पोस्ट के प्रमोशन और करियर ग्रोथ के स्टेप्स इस प्रकार हैं:-
- सेक्शन ऑफिसर: ASO के बाद पहला प्रमोशन सेक्शन ऑफिसर के रूप में होता है। यह अधिकारी किसी सेक्शन की पूरी प्रशासनिक और फाइल वर्क प्रक्रिया की निगरानी करता है। इसके पास अनुमोदन, रिपोर्ट चेकिंग और जूनियर कर्मचारियों को गाइड करने की जिम्मेदारी होती है।
- अंडर सेक्रेटरी: SO के बाद अगला पद अंडर सेक्रेटरी का होता है। यह अधिकारी महत्वपूर्ण सरकारी नीतियों, प्रस्तावों और उच्च स्तर के डाक्यूमेंट्स की समीक्षा करता है। साथ ही मंत्रालयों के बीच समन्वय स्थापित करने की जिम्मेदारी भी निभाता है।
- डिप्टी सेक्रेटरी: यह सीनियर लेवल का पद है, जो किसी विशेष विभाग या प्रोजेक्ट का प्रशासनिक नेतृत्व संभालता है। यह नीतिगत निर्णयों में सलाह देता है और विभागीय कार्यों को प्रभावी तरीके से लागू करवाता है।
- डायरेक्टर: ASO प्रमोशन श्रृंखला का यह उच्च पद है। डायरेक्टर किसी मंत्रालय या विभाग में नीति निर्माण, महत्वपूर्ण सरकारी योजनाओं की निगरानी और उच्च अधिकारियों से समन्वय जैसे महत्वपूर्ण कार्य संभालता है। यह पद रणनीतिक निर्णय लेने में प्रमुख भूमिका निभाता है।
असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर को मिलने वाला वेतन
असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर (ASO) की सैलरी 7वें वेतन आयोग के हिसाब से तय होती है। इस पद पर शुरुआती अनुमानित सैलरी करीब 44,900 रूपये होती है, जो धीरे-धीरे बढ़कर 1,42,400 तक पहुँच सकती है। इसके अलावा नौकरी में DA, HRA और TA जैसे अतिरिक्त लाभ भी मिलते हैं। हालांकि यह सैलरी समय के साथ बढ़ती रहती है और भत्तों में भी समय-समय पर बढ़ोतरी होती रहती है।
नोट: असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर की सैलरी की जानकारी अन्य स्रोतों से ली गई है और भिन्न हो सकती है।
FAQs
असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर बनने के लिए उम्मीदवारों को कर्मचारी चयन आयोग यानी एसएससी द्वारा आयोजित सीजीएल परीक्षा पास करनी होती है।
सेक्शन ऑफिसर को हिंदी में अनुभाग अधिकारी कहा जाता है, जो किसी संगठन के एक विशिष्ट विभाग या प्रभाग का प्रभारी होता है।
असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर मंत्रालयों और विभागों में फाइलों की देखरेख, रिपोर्ट तैयार करने और प्रशासनिक कार्यों की जिम्मेदारी निभाते हैं।
ASO का पूरा नाम ‘असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर’ होता है।
हमें आशा है कि आप इस लेख में जान पाए होंगे कि असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर कैसे बनें। ऐसे ही करियर से संबंधित अन्य लेख पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।
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