भारत की प्रमुख शैक्षिक संस्था नेशनल काउन्सिल ऑफ़ एजुकेशन, रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) अपने सिलेबस में बदलाव करने पर विचार कर रही है। इस संबंध में NCERT ने अपने संपादकों को 2 से तीन दिन की अवधि में NCERT की किताबों की समीक्षा करने के लिए कहा है ताकि सिलेबस में ज़रूरी बदलाव किए जा सकें।
कक्षा 3 से 6 की पाठ्यपुस्तकों में हो सकता है बदलाव
NCERT द्वारा पाठ्यपुस्तकों में यह बदलाव कक्षा 3 से 6 तक की पाठ्यपुस्तकों में किया जाएगा। इसके लिए NCERT के द्वारा एक सख्त समय सीमा निर्धारित की गई है। NCERT इससे जुड़ी तैयारियों में जुटा हुआ है।
न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत पाठ्यपुस्तकों में किया जाएगा बदलाव
NCERT द्वारा यह बदलाव न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत किया जा रहा है। नई शिक्षा नीति के अनुसार बदलते समय के साथ NCERT अपनी पुस्तकों में भी बदलाव करना चाहता है ताकि स्टूडेंट्स के लिए शिक्षा को और भी बेहतर बनाया जा सके। NCERT आगामी सेक्शन 2024 – 25 के लिए कक्षा 3 से 6 तक की पुस्तकों में यह बदलाव कर सकता है।
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इन विषयों की पुस्तकों में बदलाव संभव
नए सिलेबस को लॉन्च करने की प्रक्रिया बहुत ही सावधानी भरी होती है। इसमें सबसे पहले कंटेंट की ड्राफ्टिंग करनी होती है। NCERT द्वारा कक्षा तीन के विषयों जैसे हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, गणित और पर्यावरण अध्ययन आदि के सिलेबस में बदलाव किए जाने की संभावना है। पहले ये पाठ्यपुस्तकें गहन समीक्षा की प्रक्रिया से गुजरेंगी उसके बाद इनमें ज़रूरी बदलाव किए जाएंगे।
अगर कक्षा 6 की बात की जाए तो गणित, विज्ञान और भाषा विषयों की पुस्तकों में बदलाव संभव है। NCERT की ओर से इन पाठ्यपुस्तकों को मार्च के अंत तक प्रकाशित कर दिए जाने का लक्ष्य रखा गया है ताकि नए सत्र से स्टूडेंट्स को पुस्तक उपलब्ध हो सकें। ऐसा हो सकता है कि कक्षा 6 के लिए इतिहास,भूगोल और पोलिटिकल साइंस के सिलेबस को एक साथ मिलाकर सोशल साइंस विषय में ही शामिल कर दिया जाए।
पहले भी पाठ्यपुस्तकों में बदलाव कर चुका है NCERT
यह कोई पहली बार नहीं है कि NCERT अपनी पाठ्यपुस्तकों में बदलाव करने जा रहा है। इससे पहले भी कई बार NCERT अपने सिलेबस में बदलाव कर चुका है। सबसे पहले NCERT द्वारा वर्ष 1990 में इसका पहला सिलेबस लॉन्च किया गया था। इसके बाद इस सिलेबस में NCERT की ओर से वर्ष 2002 से 2004 के बीच में बदलाव किया गया। फिर वर्ष 2004 में भी कुछ बदलाव किए गए। इसके बाद वर्ष 2006 से 2008 के बीच में NCERT की किताबों में तीसरी बार बदलाव किया गया। आख़िरी बार NCERT के सिलेबस में वर्ष 2014 में बदलाव किया गया था।
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