IIIT ने स्टूडेंट्स के हित में एक अहम फैसला लेते हुए एक IIIT से दूसरी IIIT में एडमिशन लेने के लिए मंजूरी दे दी है। अब स्टूडेंट्स एक IIIT से बाकी चार IIIT में से किसी में भी ट्रांसफर ले सकते हैं। बता दें कि वर्तमान में भारत में कुल सरकार द्वारा फंडेड 5 IIIT हैं। ये IIIT इलाहबाद, IIIT ग्वालियर, IIIT जबलपुर, IIIT कांचीपुरम और IIIT कुरनूल हैं।
ट्रांसफर लेकर किसी भी दूसरे IIIT में छह माह तक पढ़ सकेंगे
जो स्टूडेंट्स सरकार द्वारा फंडेड 5 इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IIIT) में पढ़ाई कर रहे हैं, वे बाकी के 4 IIITs में से किसी भी IIIT में ट्रांसफर ले सकेंगे। इस नए नियम के तहत 2023-24 के सत्र में प्रवेश लेने वाला कोई भी छात्र अब छह महीने के लिए एक IIIT में से किसी भी दूसरे IIIT में प्रवेश ले सकता है। स्टूडेंट्ड जिस भी IIIT में एडमिशन लेगा उसका क्रेडिट उसके रिज़ल्ट में चढ़ जाएगा। इसके लिए पांचो IIITs के लिए एक सेंटर फॉर कोऑपरेशन बनाया गया है।
सेंटर फॉर कोऑपरेशन की होगी बड़ी भूमिका
IIIT द्वारा शुरू की जा रही इस योजना में सेंटर फॉर कोऑपरेशन की बड़ी भूमिका होगी। पांचों IIITs के डायरेक्टर इस सेंटर फॉर कोऑपरेशन के सदस्य बनाए गए हैं। इसके अलावा इन IIITs के प्रोफ़ेसर भी अपनी सुविधा के अनुसार दूसरे किसी भी IIIT की लैब में स्टडी एवं रिसर्च वर्क कर सकते हैं।
नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के तहत लिया गया फैसला
IIIT के द्वारा यह फैसला नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) के तहत लिया गया है। देश के पांचों सरकार द्वारा फंडेड IIITs में से IIIT इलाहबाद और IIIT ग्वालियर देश के पहले दो ऐसे IIIT संस्थान हैं जिन्होंने सबसे पहले अपने सिलेबस में NEP को जोड़ा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) वर्ष 2020 में तैयार की गई थी। इसका उद्देश्य शिक्षा में सुधार और आधुनिक तरीकों को भारतीय शिक्षा व्यवस्था में लागू करना है।
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