9 जून 2023 को मीडिया से बातचीत के दौरान महाराष्ट्र के हायर एजुकेशन मिनिस्टर चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि न्यू एजुकेशन पॉलिसी (NEP) के एग्ज़िक्यूशन के लिए सभी स्टेकहोल्डर्स के प्रश्नों को हल करने के लिए विश्वविद्यालयों को पर्याप्त समय दिया जाएगा।
एजुकेशन मिनिस्टर चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि “टीचर्स के वर्कलोड, सोर्सेज साझा करने या सहयोग से कोर्सेज की पेशकश से संबंधित सभी मुद्दों को इस साल के अंत तक सुलझाया जाएगा। अगले साल कोई भी कॉलेज NEP को लागू नहीं करने का बहाना नहीं दे सकता है।
वहीं हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट के एक ऑफिसर ने कहा कि प्रोफेसरों ने राज्य से संपर्क किया कि रोलआउट योजना की घोषणा करने से पहले उनसे सलाह नहीं ली गई और कुलपति भी आवश्यक बदलावों के लिए और समय चाहते हैं।
पाटिल ने कहा कि 144 ऑटोनोमस कॉलेज, पोस्टग्रेजुएट डिपार्टमेंट्स वाले कॉलेज और यूनिवर्सिटी कैंपस वर्तमान में इस वर्ष नीति को लागू करने के लिए तैयार हैं। लगभग 36 और कॉलेजों, जिन्हें हाल ही में ऑटोनोमी प्रदान की गई है, को चार साल का प्रोग्राम शुरू करने का विकल्प दिया जाएगा।
मार्कशीट तैयार होते ही स्टूडेंट्स को डिजि-लाॅकर्स पर मिले
महाराष्ट्र की योजना है कि यूनिवर्सिटीज द्वारा मार्कशीट तैयार होते ही डिजी-लॉकर्स पर डी-ग्री सर्टिफिकेट उपलब्ध करा दिया जाए। पाटिल आगे कहते हैं कि हम नहीं चाहते कि छात्र जनवरी या फरवरी तक यूनिवर्सिटीज के कॉन्वोकेशन फंक्शन आयोजित करने का इंतजार करें। इसके बजाय, वे उन्हें तुरंत डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध करा सकते हैं।
4 साल के प्रोग्राम में तीसरे वर्ष काॅलेज बदलने का विकल्प
एक और अधिकारी ने कहा कि 4 साल के प्रोग्राम में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स के पास अपने तीसरे वर्ष के बाद कॉलेज बदलने का विकल्प होगा, लेकिन उनसे यह चुनने की उम्मीद की जाती है कि वे प्रवेश के बाद 4 साल के प्रोग्राम का ऑप्शन चुनना चाहते हैं।
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