सही उत्तर: B) राखलदास बनर्जी
मोहनजोदड़ो, हड़प्पा सभ्यता का एक प्रमुख नगर था। मोहनजोदड़ो की खोज राखलदास बनर्जी ने साल 1922 में की थी। राखलदास बनर्जी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के एक अधिकारी थे। बताना चाहेंगे यह स्थल वर्तमान पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित है। इस खोज ने प्राचीन भारतीय इतिहास में एक नई सभ्यता के अस्तित्व को उजागर किया था।
मोहनजोदड़ो हड़प्पा सभ्यता की खोज किसने की थी?
मोहनजोदड़ो हड़प्पा घाटी सभ्यता का एक प्रमुख और प्रसिद्ध नगर था। इसकी खोज वर्ष 1922 में भारतीय पुरातत्वविद् राखलदास बनर्जी ने की थी। यह स्थल वर्तमान में पाकिस्तान के सिंध प्रांत में, सिंधु नदी के पास स्थित है। राखलदास बनर्जी उस समय भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) में कार्यरत थे। उनकी इस खोज ने इतिहासकारों और पुरातत्वविदों को चौंका दिया था। यह सभ्यता लगभग 2500 ईसा पूर्व की मानी जाती है और यह मिस्र और मेसोपोटामिया (Mesopotamia) जैसी प्राचीन सभ्यताओं की समकालीन थी।
बताना चाहेंगे मोहनजोदड़ो का अर्थ है ‘मृतकों का टीला’। यहाँ खुदाई में ईंटों से बने मकान, नालियों की व्यवस्था, स्नानघर (ग्रेट बाथ), मुहरें, मूर्तियाँ, और धातु के उपकरण मिले थे। वे सभी उस समय की उन्नत जीवनशैली और नगर नियोजन का प्रमाण हैं।
राखलदास बनर्जी की इस खोज से भारतीय उपमहाद्वीप की प्राचीन सभ्यता के बारे में जानने का मार्ग खुला था। यह खोज न केवल भारत के लिए, बल्कि पूरी मानव सभ्यता के इतिहास के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है।
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