Viram Chinh : हमारी भाषा में शब्दों और वाक्यों को सही तरीके से व्यक्त करने के लिए सिर्फ शब्दों का ही महत्व नहीं होता, बल्कि उन शब्दों के बीच सही विराम चिन्ह का प्रयोग भी अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। विराम चिन्ह वह प्रतीक होते हैं, जो वाक्यों के बीच रुकावट, अर्थ की स्पष्टता और भावनाओं को व्यक्त करने में मदद करते हैं। हिंदी में कुछ मुख्य विराम चिन्ह हैं जैसे पूर्ण विराम (।), अल्पविराम (,), प्रश्नवाचक चिह्न (?), विस्मयादिबोधक चिह्न (!), कोटेशन चिह्न (“”), और दो बिंदु (:) आदि। इस ब्लॉग में हम विराम चिन्हों (Viram Chinh) के प्रकार, उनका कैसे और कब इस्तेमाल करें, इसके बारे में विस्तार से समझेंगे।
This Blog Includes:
विराम चिन्ह की परिभाषा क्या है?
विराम का अर्थ “रुकना” है। लिखित भाषा में प्रयोग किए जाने वाले लिखित चिन्हों को viram chinh कहते हैं। लेखक के भाव बोध को सुबोध और सरल बनाने के लिए विराम चिह्नों की आवश्यकता होती है।
विराम चिन्ह के उदाहरण
विराम चिन्ह के उदाहरण निम्नलखित है :
- पूर्ण विराम (।)
- उदाहरण: वह स्कूल गया।
- उपयोग: यह वाक्य का अंत दिखाने के लिए प्रयोग किया जाता है।
2. अल्पविराम (,)
- उदाहरण: मुझे सेब, केले, और आम पसंद हैं।
- उपयोग: यह शब्दों या वाक्यांशों के बीच छोटी रुकावट के लिए प्रयोग होता है।
3. प्रश्नवाचक चिह्न (?)
- उदाहरण: तुम कहाँ जा रहे हो?
- उपयोग: यह वाक्य में सवाल पूछने के लिए प्रयोग होता है।
4. विस्मयादिबोधक चिह्न (!)
- उदाहरण: वाह, यह कितना सुंदर है!
- उपयोग: यह आश्चर्य, खुशी, या गुस्से को व्यक्त करने के लिए प्रयोग होता है।
5. कोटेशन चिह्न (“”)
- उदाहरण: उसने कहा, “मैं स्कूल जा रहा हूँ।”
- उपयोग: किसी के कहे गए शब्दों को उद्धृत करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
6. दो बिंदु (:)
- उदाहरण: मुझे तीन चीज़ों की आवश्यकता है: किताब, पेन और रबर।
- उपयोग: यह सूची या विवरण देने के लिए प्रयोग होता है।
7. अर्धविराम (;)
- उदाहरण: मैं घर पर था; उसने मुझे कॉल किया।
- उपयोग: यह दो स्वतंत्र वाक्यांशों को जोड़ने के लिए प्रयोग किया जाता है।
विराम चिन्ह के कितने प्रकार होते हैं?
Viram Chinh 13 प्रकार के होते हैं :
पूर्ण विराम | Full Stop (।) |
अर्द्ध विराम | Semi Colon (;) |
अल्प विराम | Comma (,) |
उप विराम | Colon (:) |
प्रश्नवाचक चिन्ह | Question Mark (?) |
योजक चिन्ह | Hyphen (–) |
कोष्ठक चिन्ह | Bracket () |
अवतरण या उदहारणचिन्ह | Inverted Comma ( “…” ) |
विस्मयादिबोदक चिह्न | Sign of Exclamation [ ! ] |
लाघव चिन्ह/ संक्षेपसूचक | Abbreviation Sign (०) |
निर्देशक चिह्न | Sign of Dash [ — ] |
विवरण चिन्ह | Sign of Following ( :- ) |
विस्मरण चिन्ह या त्रुटिपूरक चिन्ह/हंसपद | Oblivion Sign (^) |
पूर्ण विराम-(।)
हम बोलते समय वाक्य ख़त्म होने के बाद विराम देते है। इसी प्रकार लिखते वक़्त वाक्य ख़त्म होने के बाद पूर्ण विराम लगाते है। इसका प्रयोग विस्मायवाचक वाक्यों और प्रश्नवाचक वाक्यों को छोड़ कर हर जगह किया जाता है। इस viram chinh के उदाहरण इस प्रकार है :-
जैसे- लड़के का पैर फिसल गया। सब बच्चे उसके पास गए।
दोहा शायरी, छंद में भी पूर्ण विराम का प्रयोग करते है | पहला चरण खत्म होने के बाद एक पूर्ण विराम आता है और दूसरा चरण ख़त्म होने पर दो पूर्ण विराम लगाए जाते है |
अर्द्ध विराम-(;)
जहाँ पूर्ण विराम की अपेक्षा कम देर और अल्पविराम की अपेक्षा अधिक देर तक रुकना हो , वहां अर्द्धविराम का प्रयोग करते हैं। (;)। Viram Chinh In Hindi में इस viram chinh के उदाहरण इस प्रकार है :-
- सूर्यास्त हो गया; लालिमा का स्थान कालिमा ने ले लिया ।
- सूर्योदय हो गया; चिड़िया चहकने लगी और कमल खिल गए
- फलों में आम को सर्वश्रेष्ठ फल माना गया है; लेकिन श्रीनगर में और ही किस्म के फल विशेष रूप से पैदा होते हैं।
अल्प विराम-(,)
वाक्य के बीच में विराम उत्पन्न करने वाले विराम चिन्ह को अल्प विराम कहते हैं। अल्प विराम का प्रयोग नीचे दी गई परिस्तिथियों में किया जाता है। Viram Chinh In Hindi में इस viram chinh के उदाहरण इस प्रकार है :-
- किसी वाक्य में दो या दो से ज़्यादा समान पद वाले शब्दों में
- हां/नहीं के बाद ; जैसे : नहीं, मैं नहीं चल सकता हूँ । हां, तुम जाना चाहो तो चले जाओ।
- उपाधियों के अलगाव के लिए; जैसे : बी.ए , एम.ए., पी.एच. डी.।
उप विराम-(:)
अपूर्ण विराम भी कहा जाता है। जब किसी को अलग से दर्शाया जाता है। इस viram chinh के उदाहरण इस प्रकार है :-
जैसे- राम खाना खाता है।
- शीर्षक – माँ : ममता की प्रतिमूर्ति
- सवांद – सुमन : चलिए , आपको यमराज से मिलवाऊं।
- अमित : भाई, अभी मेरा उनसे बात करने का मन नहीं है।
प्रश्नवाचक चिन्ह-(?)
प्रश्नवाचक वाक्य के अंत में ‘प्रश्नसूचक चिन्ह’ (?) का प्रयोग किया जाता है।
- वाक्य में प्रश्नवाचक शब्दों कब, कहाँ , कैसे , क्यों, कब आदि के साथ।
जैसे :1. क्या आप जा रही है? 2. आपने उसे क्यों बुलाया ? - व्यंग्यात्मक भाव प्रकट करने के लिए भी सामान्य कथन के बाद ; जैसे : उनके जैसा शरीफ आजतक पैदा नहीं हुआ ?
योजक चिन्ह-(–)
दो शब्दों में परस्पर संबंध स्पष्ट करने के लिए तथा उन्हें जोड़कर लिखने के लिए योजक-चिह्न (–) का प्रयोग किया जाता है। इस viram chinh के उदाहरण इस प्रकार है :-
- तत्पुरुष और द्वंद समास दोनों पदों के बीच में : गीता- संगीता, माता-पिता , खरा-खोटा।
- मध्य के अर्थ में : कालका-हावड़ा-मेल ।
- तुलना सूचक सा/सी/से के पहले : तुम-सा, मीरा-सी भक्त ।
- विभिन्न शब्द (युग्मों में)-भीड़ – भाड़ , डर-वर , पानी – वानी ।
कोष्ठक चिन्ह-()
वाक्य के बीच में आए शब्दों अथवा पदों का अर्थ स्पष्ट करने के लिए कोष्ठक का प्रयोग किया जाता है अथार्त कोष्ठक चिन्ह () का प्रयोग अर्थ को और अधिक स्पष्ट करने के लिए शब्द अथवा वाक्यांश को कोष्ठक के अन्दर लिखकर किया जाता है। इस viram chinh के उदाहरण इस प्रकार है :-
जैसे :- दशहरे के अवसर पर दशानन( रावण) का वध होता है ।
लता मंगेशकर भारत की कोकिला (मीठा गाने वाली ) ।
अवतरण या उदाहरण चिन्ह-( “…” )
किसी महान पुरुष द्वारा कही गई बात को उद्धरण करने या किसी वाक्य के खास शब्द पर जोर देने के लिए अवतरण चिह्न (”…”) का प्रयोग किया जाता है। इस viram chinh के उदाहरण इस प्रकार है :-
जैसे : महावीर ने कहा , “अहिंसा परमो धर्म “।
गाँधी ने कहा, “हमेशा सत्य बोलो “।
विस्मयादिबोधक चिह्न [ ! ]
वाक्य में हर्ष, विवाद, विस्मय, घृणा, आश्रर्य, करुणा, भय इत्यादि का बोध कराने के लिए विस्मयादिबोधक चिह्न का प्रयोग किया जाता है अर्थात विस्मयादिबोधक चिन्ह (!) का प्रयोग अव्यय शब्द से पहले किया जाता है। इस viram chinh के उदाहरण इस प्रकार है :-
जैसे – हे राम! यह क्या हो गया।
छी:छी ! कितना गन्दा है।
आह ! कितना सुहावना मौसम है।
लाघव चिन्ह/ संक्षेपसूचक -(०)
किसी बड़े अंश का संक्षिप्त रूप लिखने के लिए लाघव चिन्ह/ संक्षेपसूचक(०) का प्रयोग किया जाता है। इस viram chinh के उदाहरण इस प्रकार है :-
अर्जित अवकाश के लिए – अ० अ०
डॉक्टर के लिए – डा०
उत्तर प्रदेश के लिए ― उ० प्र०
निर्देशक चिह्न [ — ]
निर्देशक चिह्न भी बड़ी लकीर की तरह होता है लेकिन इसका आकार योजक चिन्ह से बड़ा होता है। इस viram chinh के उदाहरण इस प्रकार है :-
- किसी वाक्यांश/ पद की परिभाषा स्पष्ट करने के लिए , जैसे : “तुम्हे एक अच्छा नागरिक बनना है” -परिश्रम ,लगन , निष्ठा से ।
- किसी व्यक्ति के द्वारा कहे गए कथन को अधिकृत करने से पहले ; जैसे: गाँधी जी ने कहाँ – “सत्य अहिंसा से ही हम देश को आज़ाद करा सकते है । ”
विवरण चिन्ह-( :- )
विवरण चिन्ह (:-)का प्रयोग वाक्यांश के विषयों में कुछ सूचक निर्देश आदि देने के लिए किया जाता है। इस viram chinh के उदाहरण इस प्रकार है :-
जैसे – हिमालय से कई नदियाँ निकलती है जिसमे मुख्य है :- गंगा
विस्मरण चिन्ह या त्रुटिपूरक चिन्ह/हंसपद – (^)
इसे त्रुटिपूरक भी कहा जाता है | लिखते समय जब कोई शब्द छूट जाता है तो इस चिन्ह को लगाकर उस शब्द को ऊपर लिख दिया जाता है। इस viram chinh के उदाहरण इस प्रकार है :-
जैसे – राम ^ गया — राम चला गया।
सीता ^ लायी — सीता खीर लाई।
विराम चिन्ह MCQ
1.चलना
2.ठहरना या रुकना
3.वाक्यों का दोहराव
4. इनमे से कोई नहीं
उत्तर -(2) ठहरना या रुकना
1. ^
2. “”
3. ?
4. :
उत्तर – (1) ^
1.अल्प विराम
2. पूर्ण विराम
3. अर्द्ध विराम
4. हंसपद विराम
उत्तर – (1)अल्प विराम
1. अल्प विराम
2. पूर्ण विराम
3 अर्द्ध विराम
4. हंसपद विराम
उत्तर – (1) पूर्ण विराम
1. पूर्ण विराम
2. अर्द्ध विराम
3. अल्प विराम
4. प्रश्न विराम
उत्तर (4) प्रश्न विराम
1. उपविराम
2. अल्पविराम
3.विवरण चिन्ह
4. प्रश्न विराम
उत्तर- (1) उपविराम
1.अरे! तुम इतनी जल्दी उठ गए|
2. अरे; तुम इतनी जल्दी उठ गए|
3. अरे, तुम इतनी जल्दी उठ गए|
4. अरे ? तुम इतनी जल्दी उठ गए|
उत्तर- (1) अरे! तुम इतनी जल्दी उठ गए|
प्रैक्टिस वर्कशीट
यह भी पढ़ें- विराम चिन्ह वर्कशीट
FAQs
विराम का अर्थ “रुकना” है।
अर्द्ध विराम-Semi Colon (;)
लेखक के भाव बोध को सुबोध और सरल बनाने के लिए विराम चिह्नों की आवश्यकता होती है।
विराम चिन्ह को इंग्लिश में (Punctuation) कहते हैं।
प्रश्नवाचक वाक्य के अंत में ‘प्रश्नसूचक चिन्ह’ (?) का प्रयोग किया जाता है।
निर्देशक चिह्न ( Sign of Dash) [ — ]
!
अर्द्ध विराम
भावाभिव्यक्ति की स्पष्टता के लिए विराम चिन्हों का उपयोग होता है।
उम्मीद है कि Viram Chinh का यह ब्लॉग आपको अच्छा लगा होगा। हिंदी ग्रामर से जुड़े ऐसे ही अन्य ब्लॉग पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहिए।
-
Parfect Definitions
-
बहुत-बहुत धन्यवाद, ऐसे ही हमारी वेबसाइट पर बने रहिए।
-
-
आपने बहुत अच्छे हैं समझया है चीजों की जानकारी देने के लिए धन्यवाद
-
शुक्रिया, हमारे और ब्लॉग्स पढ़ने के लिए वेबसाइट पर बने रहिए।
-
7 comments
nice blog.
Bohot hi achhi jankari mili
मनीषा जी, ऐसे ही हमारी वेबसाइट पर बने रहिए।
Parfect Definitions
बहुत-बहुत धन्यवाद, ऐसे ही हमारी वेबसाइट पर बने रहिए।
आपने बहुत अच्छे हैं समझया है चीजों की जानकारी देने के लिए धन्यवाद
शुक्रिया, हमारे और ब्लॉग्स पढ़ने के लिए वेबसाइट पर बने रहिए।