University of Bristol History : जानें ‘ग्लोबल रिसर्च’ में अग्रणी ब्रिस्टल विश्वविद्यालय का इतिहास 

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ब्रिस्टल विश्वविद्यालय का इतिहास

University of Bristol History in Hindi : ब्रिस्टल विश्वविद्यालय यूनाइटेड किंगडम में प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी है। इसकी स्थापना 1876 में ब्रिटेन के ब्रिस्टल शहर में एक यूनिवर्सिटी कॉलेज के रूप में की गई थी। 1909 में यह ब्रिस्टल विश्वविद्यालय बन गया। स्थापना के बाद से ही ब्रिस्टल ग्लोबल रिसर्च में आगे है और लगातार इनोवेशन पर फोकस्ड है। QS-World Rankings 2025 में 54वां स्थान दर्ज करवाने वाले ब्रिस्टल विश्वविद्यालय का इतिहास (University of Bristol History in Hindi) जानने के लिए इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ें।

वर्षब्रिस्टल विश्वविद्यालय का इतिहास
1876यूनिवर्सिटी कॉलेज के रूप में स्थापना
1881 अल्फ्रेड मार्शल ने कॉलेज के प्रिंसिपल के रूप में कार्य किया
1899 यूनिवर्सिटी कॉलेज कॉलस्टन सोसाइटी की स्थापना
1909ब्रिस्टल विश्वविद्यालय बना
1909विश्वविद्यालय को रॉयल चार्टर मिला।
This Blog Includes:
  1. 140 से अधिक देशों से स्टूडेंट्स को एनरोल्ड करता है ब्रिस्टल विश्वविद्यालय
  2. यूनिवर्सिटी कॉलेज के रूप में हुई थी ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी की स्थापना
  3. पर्सीवल ने ऑक्सफोर्ड कॉलेजों को लिखा ये
  4. 1874 में हुई बैठक के बाद मिला था समर्थन
  5. 10 अक्टूबर 1876 में ओपन हुआ था कैंपस
  6. काॅलेज में पहले सत्र के दौरान 337 स्टूडेंट्स ने कराया था रजिस्ट्रेशन
  7. 1881 तक कॉलेज के प्रिंसिपल अर्थशास्त्री अल्फ्रेड मार्शल की पत्नी थीं पहली महिला लेक्चरर
  8. 1893 में शामिल हुआ था ब्रिस्टल मेडिकल स्कूल 
  9. कार्यकारी समिति का गठन
  10. 2024 के लिए यूनिवर्सिटी ने नए सिरे से तैयार किया अपना लोगो
  11. ब्रिस्टल विश्वविद्यालय से जुड़े रोचक तथ्य
  12. FAQs

140 से अधिक देशों से स्टूडेंट्स को एनरोल्ड करता है ब्रिस्टल विश्वविद्यालय

यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल की स्थापना 1876 में यूनिवर्सिटी कॉलेज, ब्रिस्टल के रूप में हुई थी। यह यूके में पहला उच्च शिक्षा संस्थान माना जाता था जिसने पुरुषों और महिलाओं को समान आधार पर प्रवेश दिया था। ब्रिस्टल लगातार दुनिया के टॉप 100 और यूके के टॉप 10 विश्वविद्यालयों में लीग टेबल में रैंक करता है। विश्वविद्यालय ब्रिटेन के सभी राज्यों और दुनिया के 140 से अधिक देशों के छात्रों को एनरोल्ड करता है।

यह भी पढ़ें- यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल में पढ़ने के लिए कोर्सेज, योग्यता, आवेदन प्रक्रिया, स्कॉलरशिप्स

यूनिवर्सिटी कॉलेज के रूप में हुई थी ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी की स्थापना

ब्रिस्टल विश्वविद्यालय एक सार्वजनिक विश्वविद्यालय है और इसकी स्थापना 1876 में ब्रिटेन के ब्रिस्टल शहर में एक यूनिवर्सिटी कॉलेज के रूप में की गई थी। इसका इतिहास क्लिफ्टन कॉलेज के प्रधानाध्यापक जॉन पर्सीवल के प्रयासों से जुड़ा है, जिन्होंने इस तरह के संस्थान की स्थापना के लिए सोचा था।

पर्सीवल ने ऑक्सफोर्ड कॉलेजों को लिखा ये

1872 में पर्सीवल ने ऑक्सफोर्ड कॉलेजों को लिखा कि प्रांतों में विश्वविद्यालय होने चाहिए।

अगले वर्ष उन्होंने ‘विश्वविद्यालयों और महान शहरों का संबंध (‘The Connection of the Universities and the Great Towns)’ नामक एक पुस्तिका प्रकाशित की थी और इसे ऑक्सफोर्ड के बैलिओल कॉलेज के मास्टर बेंजामिन जोवेट ने खूब सराहा था। 

University of Bristol History in Hindi

1874 में हुई बैठक के बाद मिला था समर्थन

जून 1874 में ब्रिस्टल के विक्टोरिया रूम में ‘पश्चिमी इंग्लैंड के लिए विज्ञान और साहित्य के स्कूल को बढ़ावा देने के लिए’ एक बैठक हुई। पर्सीवल और जोवेट ने बैठक में भाषण दिया और उन्हें एक प्रभावशाली और समृद्ध स्थानीय परिवार के सदस्यों अल्बर्ट फ्राई और लुईस फ्राई का समर्थन मिला और इसके बाद आगे का काम शुरू हुआ।

10 अक्टूबर 1876 में ओपन हुआ था कैंपस

10 अक्टूबर 1876 को सुबह 9 बजे 32 पार्क रो में यूनिवर्सिटी कॉलेज, ब्रिस्टल ने किराए के परिसर में अपने दरवाजे खोले। शुरू में यहां 15 सब्जेक्ट्स में कोर्सेज प्रदान करने वाले दो प्रोफेसर और पांच लेक्चरर थे। मेडिकल को छोड़कर कॉलेज पुरुषों और महिलाओं के लिए समान आधार पर खुला था। 

काॅलेज में पहले सत्र के दौरान 337 स्टूडेंट्स ने कराया था रजिस्ट्रेशन

काॅलेज में पहले सत्र के दौरान (दिन के लिए) 99 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया (30 पुरुष और 69 महिलाएं) और शाम के लिए 238 छात्रों ने (143 पुरुष और 95 महिलाएं) रजिस्ट्रेशन कराया था।

1881 तक कॉलेज के प्रिंसिपल अर्थशास्त्री अल्फ्रेड मार्शल की पत्नी थीं पहली महिला लेक्चरर

पहले सत्र की शुरुआत के बाद अर्थशास्त्री अल्फ्रेड मार्शल ने 1881 तक कॉलेज के प्रिंसिपल के रूप में कार्य किया। उन्होंने शाम की कक्षाओं में स्टूडेंट्स को पढ़ाया जबकि उनकी पत्नी मैरी पेली दिन में पढ़ाती थीं और पहली महिला लेक्चरर थीं। दूसरे प्रिंसिपल विलियम रामसे थे, जिन्हें गैसों का खोजकर्ता माना जाता था। उन्होंने 1887 में पद छोड़ दिया (1904 में रसायन विज्ञान के लिए नोबेल पुरस्कार प्राप्त किया), लेकिन कॉलेज के अपने स्वयं के रॉयल चार्टर के साथ विश्वविद्यालय बनने के प्रयासों में प्रभावशाली रहे। 

1893 में शामिल हुआ था ब्रिस्टल मेडिकल स्कूल 

1890 में यूनिवर्सिटी कॉलेज, ब्रिस्टल के लिए स्थानीय तकनीकी निर्देश समिति से £2,000 का सहयोग मिला औ 1893 में एक अच्छी खबर आई जब ब्रिस्टल मेडिकल स्कूल (जिसे 1833 में बनाया गया था) को कॉलेज में शामिल कर लिया गया। 1896 में और भी प्रोत्साहन मिला और 1899 में यूनिवर्सिटी कॉलेज कॉलस्टन सोसाइटी की स्थापना एक और अत्यधिक महत्वपूर्ण विकास था, जिसने कॉलेज का समर्थन करने के लिए प्रभावशाली व्यक्तियों के एक बड़े स्पेक्ट्रम को आकर्षित किया।

कार्यकारी समिति का गठन

1904 में मॉरिस ट्रैवर्स को रसायन विज्ञान के प्रोफेसर के रूप में नियुक्त करने के साथ चार्टर के लिए अभियान ने गति पकड़ी। कॉलेज काउंसिल के अध्यक्ष ने 1906 तक ब्रिस्टल के लिए एक विश्वविद्यालय को बढ़ावा देने की योजना को औपचारिक रूप देने के लिए सोचा। इसके बाद एक कार्यकारी समिति का गठन किया गया।

24 मई 1909 को यूनिवर्सिटी कॉलेज के खुलने के 33 साल बाद किंग एडवर्ड VII द्वारा स्वीकृत चार्टर लागू हुआ था और यह विश्वविद्यालय बन गया था। 

2024 के लिए यूनिवर्सिटी ने नए सिरे से तैयार किया अपना लोगो

2024 के लिए यूनिवर्सिटी ने अपने लोगो को नए सिरे से तैयार किया है ताकि वह अपने इतिहास को खुले तौर पर स्वीकार कर सकें और उसे दर्शा सकें। इस लोगो में 14वीं सदी की शहर की मुहर के केंद्र में एक महल और एक जहाज़ को दर्शाया गया है जो एक मज़बूत किलेबंद बंदरगाह को दर्शाता है। महल के गुंबदों पर सेंट जॉर्ज के झंडे भी हैं।

ब्रिस्टल विश्वविद्यालय से जुड़े रोचक तथ्य

ब्रिस्टल विश्वविद्यालय का इतिहास (University of Bristol History in Hindi) जितना जानकारीपूर्ण था, उतने ही रोचक हैं इस यूनिवर्सिटी से जुड़े तथ्य जो यहां दिए गए हैं –

  • ब्रिस्टल लगातार दुनिया के शीर्ष 100 और यूके के शीर्ष 10 विश्वविद्यालयों में स्थान पाता है जो रिचर्स और एकेडमिक एक्सिलेंस के बारे में जानकारी पर आधारित हैं।
  • ब्रिस्टल विश्वविद्यालय को इनोवेशन और एंटरप्रोन्योरशिप का केंद्र माना जाता है।
  • यह विश्वविद्यालय ब्रिटेन का पहला उच्च शिक्षा संस्थान था जिसने पुरुषों और महिलाओं को समान आधार पर प्रवेश दिया।
  • ब्रिस्टल विश्वविद्यालय प्रतिष्ठित रसेल समूह का हिस्सा है।
  • विल्स मेमोरियल बिल्डिंग विश्वविद्यालय का एक प्रतिष्ठित स्थल है।
  • विश्वविद्यालय का इंडस्ट्री और इंप्लायॅर्स के साथ मजबूत संबंध है। 
  • विश्वविद्यालय में वर्तमान में रॉयल सोसाइटी के 40 और ब्रिटिश अकादमी के 13 फेलो हैं।
  • विश्वविद्यालय पूरे संस्थान में नस्लवाद (racism) से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है। 
  • ब्रिस्टल ब्रिटेन के सबसे लोकप्रिय और सफल विश्वविद्यालयों में से एक है जिसे क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 में दुनिया में 54वें स्थान पर रखा गया है। 
  • 1880 से 1887 तक यूनिवर्सिटी कॉलेज, ब्रिस्टल (बाद में ब्रिस्टल विश्वविद्यालय) में रसायन विज्ञान के प्रिंसिपल और प्रोफेसर सर विलियम रामसे को 1904 में नोबेल पुरस्कार ‘हवा में निष्क्रिय गैसीय तत्वों की खोज में उनकी सेवाओं और आवर्त प्रणाली में उनके स्थान के निर्धारण के लिए’ दिया गया।

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FAQs

क्या यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल में प्रवेश पाना कठिन है?

यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल में प्रवेश के लिए कुछ कार्य अनुभव प्राप्त करने के बाद प्रयास करना होगा।

यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल की स्वीकृति दर कितनी है?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल की स्वीकृति दर 67 या 68 प्रतिशत है। 

ब्रिस्टल विश्वविद्यालय में जाने के लिए आपको क्या GPA चाहिए?

जो स्टूडेंट्स हाई स्कूल डिप्लोमा (या समकक्ष) हो, न्यूनतम 3.2 GPA हो और कम से कम दो AP टेस्ट में कम से कम 4 (अधिक सामान्यतः5) अंक हों।

उम्मीद है कि इस ब्लाॅग में आपको ब्रिस्टल विश्वविद्यालय का इतिहास (University of Bristol History in Hindi) की पूरी जानकारी मिल गई होगी। ऐसे ही अन्य स्टडी अब्रॉड से संबंधित ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहे।

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