उबल पड़ना मुहावरे का हिंदी अर्थ (Ubal Padna Muhavare Ka Arth) क्रोध में आकर बातें सुनाना या आपे से बाहर हो जाना होता है। जब कोई व्यक्ति क्रोध में आकर कटु वचन बोलने लगता है। तब उबल पड़ना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप ‘उबल पड़ना मुहावरे का अर्थ’ (Ubal Padna Muhavare Ka Arth) और इसके वाक्यों में प्रयोग के बारे में जानेंगे।
मुहावरे किसे कहते हैं?
किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे ‘मुहावरा’ कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
उबल पड़ना मुहावरे का अर्थ क्या है?
उबल पड़ना मुहावरे का हिंदी अर्थ (Ubal Padna Muhavare Ka Arth) क्रोध में आकर बातें सुनाना या आपे से बाहर हो जाना होता है।
उबल पड़ना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग
उबल पड़ना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग निम्नलिखित हैं:-
- आज तो दादाजी बिना कारण ही मुझ पर उबल पड़े।
- मास्टर जी छात्रों की थोड़ी से गलती पर उबल पड़ते हैं।
- परीक्षा में कम अंक आने पर पिताजी रोहन पर उबल पड़े।
- यह अधिकारी कार्यालय में सभी मुलाजिमों पर बेवजह ही उबल पड़ता है।
- काम तय समय पर पूरा न होने से ठेकेदार अपने मजदूरों पर उबल पड़ा।
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आशा है कि आपको, उबल पड़ना मुहावरे का अर्थ (Ubal Padna Muhavare Ka Arth) से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। हिंदी मुहावरों के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।