स्टीफन हॉकिंग भौतिक विज्ञान की दुनिया के एक बहुत ही महत्वपूर्ण और विशिष्ट वैज्ञानिक थे। उन्होंने कई महत्वपूर्ण खोजें करि जिससे वे पूरी दुनिया में मशहूर हो गए। उन्होंने कई सिद्धांत प्रस्तावित और सिद्ध किए। स्टीफन हॉकिंग ने ‘द ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ टाइम’ नाम से एक किताब लिखी जिसमें उन्होंने ब्लैक होल के बारे में बताया। जिसकी जानकारी रखना स्टूडेंट्स के लिए काफी महत्वपूर्ण है और कई बार स्कूलों और अन्य साइंस से जुड़े आयोजनों में स्टीफन हॉकिंग पर भाषण देने के लिए भी कहा जाता है। इसलिए इस ब्लॉग में हम Stephen Hawking Speech in Hindi के बारे में बताएँगे।
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स्टीफन हॉकिंग के बारे में
प्रसिद्ध वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग का जन्म 8 जनवरी 1942 में ब्रिटेन में हुआ था। वह एक ब्रिटिश भौतिक विज्ञानी थे जिन्होंने हमें ब्रह्मांड और ब्लैक होल के बारे में अधिक चीजें समझने में मदद की। उनका जन्म बेहद ही विपरीत परिस्थितियों में हुआ था क्योंकि उस समय द्वितीय विश्व युद्ध चल रहा था। स्टीफन के पिता का नाम फ्रैंक और माता का नाम इसोबेल हॉकिन्स था।
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स्टीफन हॉकिंग पर स्पीच कैसे तैयार करें?
भारत में किसी भी तरह का आयोजन हो और उसमे भाषण न दिया जाए ऐसा हो हे नहीं सकता क्योंकि हर आयोजनों का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा उस दिन दिया जाने वाला भाषण होता है। अगर आप स्पीच देते हैं तो यह आपको औरों से अलग बनाता है। देश भर में 14 मार्च का दिन स्टीफन हॉकिंग की पुण्यतिथि के रूप मृ जाना जाता है और इस दिन जगह-जगह कार्यक्रमों में स्टीफन हॉकिंग पर स्पीच भी दी जाती है (Stephen Hawking Speech in Hindi) देने के लिए ये स्टेप्स अपनाएं-
- स्टीफन हॉकिंग पर स्पीच देने से पहले उनके बारे में सही से जानकारी एकत्र कर लें।
- अपनी स्पीच में सरल शब्दों का चयन करें।
- सही से स्पीच तैयार करने और समय का ध्यान रखते हुए आगे बढ़ना चाहिए।
- अपनी स्पीच में भाषा के महत्व को देखना है कि आप जहां बोल रहे हैं, वहां हिंदी सही रहेगी या इंग्लिश।
- स्पीच की शुरुआत स्टीफन हॉकिंग से जुड़े तथ्यों या फिर उनकी कोई बड़ी कामयाबी से कर सकते हैं।
- स्पीच में स्टीफन हॉकिंग का महत्व बताते हुए उनकी कुछ बड़ी खोजों का उल्लेख कर सकते हैं।
- स्पीच तैयार करते समय यह जानना जरूरी है कि लोगों पर इसका क्या असर रहेगा और यह हमारे लिए कैसे फायदेमंद रहेगी।
- स्पीच में विषय से भटकना नहीं चाहिए, अगर स्टीफन हॉकिंग पर बोल रहे हैं तो पूरे समय में उनके बारे में ही बात होनी चाहिए।
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स्टीफन हॉकिंग पर स्पीच 100 शब्दों में
100 शब्दों में Stephen Hawking Speech in Hindi इस प्रकार है :
स्टीफन हॉकिंग का जन्म 8 जनवरी 1942 को द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हुआ था। उनके माता-पिता ऑक्सफ़ोर्ड नामक एक सुरक्षित स्थान पर चले गए क्योंकि उन्हें हमला होने का डर था। स्टीफन के पिता का नाम फ्रैंक और उनकी माँ का नाम इसोबेल था। वह एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक थे जिन्होंने ब्लैक होल का अध्ययन किया और विज्ञान के बारे में किताबें लिखीं। जब वह 21 वर्ष के थे, तब कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में पढ़ाई के दौरान उन्हें एएलएस नामक बीमारी का पता चला। उनकी कहानी पर ‘द थ्योरी ऑफ एवरीथिंग’ नामक फिल्म बनाई गई थी।
स्टीफन हॉकिंग पर स्पीच 200 शब्दों में
200 शब्दों में Stephen Hawking Speech in Hindi इस प्रकार है :
स्टीफन हॉकिंग एक महान वैज्ञानिक थे जिनका जन्म 1942 में इंग्लैंड में हुआ था। उन्होंने अंतरिक्ष का अध्ययन किया और इसके बारे में किताबें लिखीं। उन्होंने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के एक कॉलेज में काम किया। स्टीफन हॉकिंग ने ब्लैक होल और वे किस प्रकार विकिरण उत्सर्जित करते हैं, इस पर महत्वपूर्ण शोध किया। वह एक सिद्धांत भी लेकर आए जो बताता है कि विज्ञान के दो महत्वपूर्ण विचारों का उपयोग करके ब्रह्मांड कैसे काम करता है। स्टीफन हॉकिंग ने अंतरिक्ष और ब्लैक होल के बारे में बहुत कुछ सीखा। उन्होंने पाया कि ब्लैक होल केवल खाली स्थान नहीं हैं, बल्कि उनका एक तापमान और एक सीमा होती है कि वे कितनी चीजें अपने अंदर समा सकते हैं। इससे वैज्ञानिकों को यह समझने में मदद मिली कि अंतरिक्ष में चीजें कैसे काम करती हैं। हॉकिंग एक बहुत ही महत्वपूर्ण और सम्मानित व्यक्ति थे। विज्ञान और गणित में उनके काम के लिए उन्हें पुरस्कार और सम्मान दिया गया। उन्होंने एक प्रसिद्ध पुस्तक लिखी जिसे बहुत से लोगों ने पसंद किया और यह बहुत लंबे समय तक बेस्ट-सेलर सूची में रही।
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स्टीफन हॉकिंग पर स्पीच 300 शब्दों में
300 शब्दों में Stephen Hawking Speech in Hindi इस प्रकार है:
स्पीच की शुरुआत में
स्टीफन हॉकिंग के ऊपर स्पीच देने की शुरुआत में सबसे पहले जहां स्पीच दे रहे हैं वहां के वरिष्ठ लोगों का संबोधन करना है और फिर स्टीफन हॉकिंग और स्टीफन हॉकिंग की जयंती के बारे में थोड़ा बताना है। जैसे- स्टीफन हॉकिंग का भौतिक विज्ञान में योगदान या फिर उनकी सबसे प्रसिद्ध खोजों के बारे में आदि।
स्पीच में क्या बोलें?
स्टीफन विलियम हॉकिंग का जन्म 8 जनवरी 1942 को फ्रैंक हॉकिंग और इसोबेल हॉकिंग के घर इंग्लैंड में हुआ था। अपने प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल के वर्षों के लिए, वह बायरन हाउस स्कूल गए और फिर सेंट एल्बंस स्कूल में दाखिला लिया। हॉकिंग को अपने दोस्तों के साथ बोर्ड गेम खेलना पसंद था और उन्होंने अपने गणित शिक्षक की मदद से घड़ी के हिस्सों, एक पुराने टेलीफोन स्विचबोर्ड और अन्य पुनर्नवीनीकरण भागों से एक कंप्यूटर भी बनाया।
स्टीफन हॉकिंग वास्तव में एक ब्रिटिश भौतिक विज्ञानी थे जिन्होंने अध्ययन किया कि ब्रह्मांड की शुरुआत कैसे हुई और ब्लैक होल कैसे काम करते हैं। उन्होंने ऐसी पुस्तकें लिखीं जो भौतिकी को पसंद करने वाले बहुत से लोगों को बहुत पसंद आईं। स्टीफन हॉकिंग ने 1962 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय और 1966 में ट्रिनिटी हॉल, कैम्ब्रिज में भौतिकी का अध्ययन किया। उन्होंने भौतिकी में विशेष योगदान दिया जिसने अन्य वैज्ञानिकों को आश्चर्यचकित कर दिया। प्रोफेसर स्टीफ़न हॉकिंग को उनके महत्वपूर्ण कार्यों के लिए 13 विशेष डिग्रियाँ और पुरस्कार प्राप्त हुए। उन्हें अपना पहला पुरस्कार काफी समय पहले 1966 में मिला था।
स्पीच के अंत में
स्टीफ़न विलियम हौकिंग के शब्दों में कहें तो जीवन कितना भी कठिन क्यों न लगे आप हमेशा कुछ न कुछ कर सकते हैं और उसमें सफल हो सकते हैं। यह मायने रखता है कि आप हार न मानें। इन शब्दों के साथ मैं अपने भाषण को विराम देती हूं। धन्यवाद।
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स्टीफन हॉकिंग पर 10 लाइन्स
स्टीफन हॉकिंग पर 10 लाइन इस प्रकार हैं:
- स्टीफन हॉकिंग एक प्रसिद्ध ब्रह्माण्डविज्ञानी, भौतिक विज्ञानी और प्रोफेसर थे।
- स्टीफन हॉकिंग का जन्म 8 जनवरी 1942 को न्यूयॉर्क, इंग्लैंड में हुआ था।
- 14 जुलाई 1965 को स्टीफन हॉकिंग ने जेन वाइल्ड से शादी की।
- वह बचपन से ही मेधावी थे।
- स्टीफन हॉकिंग ने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से ब्रह्माण्ड विज्ञान में स्नातक की उपाधि प्राप्त की।
- स्टीफन हॉकिंग का पहला शोध क्षेत्र सिंगुलैरिटी प्रमेय (Singularity Theorem) था जिसका विस्तार किया गया।
- उन्होंने ब्रह्माण्ड विज्ञान में पीएचडी भी की थी।
- उनके हॉकिंग एनर्जी फॉर्मूले ने उन्हें वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई।
- 14 मार्च 2018 को उनकी बीमारी के कारण मृत्यु हो गई।
- उन्होंने कई किताबें लिखीं, जिनमें ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ टाइम, द यूनिवर्स इज ए नटशेल आदि शामिल हैं।
FAQs
साल 2001 की जनवरी में स्टीफन हॉकिंग भारत आए थे और यह 16 दिन का दौरा था। इस दौरे से लौटने के बाद उन्होंने अपनी भारत यात्रा को शानदार बताया था।
स्टीफन हॉकिंग को मोटर न्यूरॉन नाम की बीमारी थी। इस बीमारी में मनुष्य का नर्वस सिस्टम धीरे-धीरे खत्म हो जाता है और शरीर के मूवमेंट करने और कम्युनिकेशन पावर समाप्त हो जाती है।
स्टीफन हॉकिंग ने ब्लैक होल की भौतिकी पर काम किया था। उन्होंने प्रस्तावित किया कि ब्लैक होल उप-परमाणु कणों का उत्सर्जन करेंगे जब तक कि वे अंततः विस्फोट न करें। उन्होंने सबसे ज्यादा बिकने वाली किताबें भी लिखीं, जिनमें से सबसे प्रसिद्ध ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ टाइम: फ्रॉम द बिग बैंग टू ब्लैक होल्स (1988) थी।
स्टीफन विलियम हॉकिंग का जन्म 8 जनवरी, 1942 को इंग्लैंड के ऑक्सफ़ोर्ड में फ्रेंक और इसाबेल हॉकिंग दंपत्ति के घर में हुआ था।
स्टीफ़न विलियम हौकिंग।
14 मार्च 2018 में।
आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको Stephen Hawking Speech in Hindi से जुड़ी पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।