हिन्दी दिवस के अवसर पर दुनियाभर में रहने वाले हिंदी प्रेमी अपनी मातृभाषा हिंदी के प्रति सम्मान और गौरव के भावों को व्यक्त करते हैं। इस दिन को मनाए जाने का उद्देश्य हमें एक ऐसा अवसर प्रदान करना है, जिससे हम अपनी भाषा के साहित्य, इसकी गरिमा और महत्व को निकट से जान पाएं। हिंदी, जो केवल एक भाषा नहीं बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर और पहचान का प्रतीक है, शायरी के माध्यम से अपनी भावनात्मक गहराई और सुंदरता को व्यक्त करती है। इस ब्लॉग में, आपको ऐसी ही Hindi Divas Shayari (हिंदी दिवस पर शायरी) पढ़ने का अवसर प्राप्त होगा, जिसके माध्यम से आप अपनी भाषा के प्रति सम्मान और प्यार व्यक्त कर पाएंगे।
हिंदी दिवस पर शायरी – Hindi Divas Shayari
हिंदी दिवस पर शायरी (Hindi Divas Shayari) कुछ इस प्रकार हैं, जिन्हें आप अपने मित्रों, परिजनों और शुभचिंतकों को साझा कर पाएंगे –
“सादगी, समर्पण और प्रेम की परिभाषा है
समाज को राह दिखाने वाली हिंदी भाषा है…”
– मयंक विश्नोई
“भारत माँ के वीर पुत्रों कदम से कदम मिलाओ
हिंदी भाषा की महिमा का जग में ज्ञान फैलाओ…”
– मयंक विश्नोई
“जिस भाषा ने हमें सुखों के सक्षम बनाया है
आज उसी हिंदी भाषा का सम्मान का दिन आया है…”
– मयंक विश्नोई
“हिंदी से ही बनती है हमारी विशेष पहचान
हिंदी भाषा का आओ हम सब करें सम्मान…”
– मयंक विश्नोई
“हिंदी ही हमारी मातृभाषा है, इसके बिना हम कुछ भी नहीं
हिंदी के आँगन में पनपते सपने सारे, इसके बिना कहीं सुख है भी नहीं…”
– मयंक विश्नोई
“हिंदी ही हमारे आत्मविश्वास को अधिक बल देती है
दुःखों को हरती है हमारे, सुखों को हर पल देती है…”
– मयंक विश्नोई
“हिंदी का सम्मान करने वाले ही जग में ख्याति पाएंगे
हिंदी के आँगन में रहने वाले जग को सद्मार्ग दिखाएंगे…”
– मयंक विश्नोई
“संघर्षों के पार ही मिलता है सफलताओं का किनारा
संकटों के भवसागर में मिलता है हमें हिंदी का सहारा…”
– मयंक विश्नोई
“हिंदी की महिमा जानता है ये जग सारा
हिंदी से ही बढ़ता है आत्मविश्वास हमारा…”
– मयंक विश्नोई
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हिंदी दिवस पर शेर
हिंदी दिवस पर शेर पढ़कर आप हिंदी भाषा की महिमा के बारे में जान पाएंगे, ये शेर आपको हिंदी भाषा के साहित्य को निकट से जानने के लिए प्रेरित करेंगे। हिंदी दिवस पर शेर कुछ इस प्रकार हैं –
“मानव जीवन में गहरा उतरता हिंदी साहित्य का ज्ञान
हिंदी भाषा की गोद में प्रफुल्लित है मेरी अपनी पहचान…”
– मयंक विश्नोई
“हिंदी जो ना पढ़ी किसी ने, तो फिर आगे पढ़ना क्या?
हिंदी को बंद कर तालों में उन्नति के लिए आगे बढ़ना क्या?”
– मयंक विश्नोई
“हिंदी भाषा का सम्मान देखकर विश्व हुआ स्तब्ध
जग को जीवन का सार बताता हिंदी का हर शब्द…”
– मयंक विश्नोई
“हिंदी हमारी धरोहर है इसे संभालकर रखना
हिंदी है आधार हमारा, इसका सदा सम्मान करना…”
– मयंक विश्नोई
“हिंदी भाषा के आँगन में जीवन अच्छे से बीत जाएगा
हिंदी भाषा को सम्मान देना, अब ये जग सीख जाएगा…”
– मयंक विश्नोई
“सभ्यताओं के माथे पर सजी हुई बिंदी है
वीरों की गाथाएं गाती, अपनी भाषा हिंदी है…”
– मयंक विश्नोई
“हिंदी भाषा जैसा स्वाभाव रख ‘मयंक’
जो भी यहाँ तुझसे मिले, वो तेरा होकर मिले…”
– मयंक विश्नोई
“मुझे हवा में महक उसकी आने लगी
उसकी आहट मेरी भाषा में समाने लगी…”
– मयंक विश्नोई
“जीवन के इस मेले में खुशियों का ही विस्तार मिले
इस जीवन में सदा मेरे यश हिंदी जैसा अपार मिले…”
– मयंक विश्नोई
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मातृभाषा पर शायरी
मातृभाषा पर शायरी का उद्देश्य आपको आपकी मातृभाषा पर गर्व की अनुभूति करना है। मातृभाषा पर शायरी पढ़कर आप अपने जीवन में इसके महत्व को जान पाएंगे, ये शायरी कुछ इस प्रकार हैं –
“मेरी मातृभाषा में मुझे मेरी मिट्टी की खुशबू आती है
मेरी मातृभाषा ही मुझे जीवन का सही अर्थ बताती है…”
– मयंक विश्नोई
“अपनी मातृभाषा पर हमें गर्व था, है और सदा रहेगा
मातृभाषा हमारे अस्तित्व का आधार था, है और सदा रहेगा…”
– मयंक विश्नोई
“मातृभाषा को अपना गौरव कहना, ये केवल एक झांकी है
मातृभाषा के ज्ञान का प्रचार करना, ये होना अभी बाकी है…”
– मयंक विश्नोई
“मत रोको सघर्षों के सिपाहियों को, साहस कर आगे बढ़ने दो
अपनी मातृभाषा पर गर्व करके, सत्य को मिथ्य से लड़ने दो…”
– मयंक विश्नोई
“मातृभाषा मानव को उन्नति का सद्मार्ग दिखाती है
मातृभाषा ही विचारों को स्वतंत्र रहना सिखाती है…”
– मयंक विश्नोई
“मातृभाषा की बगिया में हम पुष्प बनकर खिल जाएंगे
मातृभाषा से मिले ज्ञान से हम जग में सुगंध फैलाएंगे…”
– मयंक विश्नोई
“सभी का सम्मान करेंगे, अपना अपमान न होने देंगे
मातृभाषा के साथ न्याय करेंगे, अब अन्याय न होने देंगे…”
– मयंक विश्नोई
“मातृभाषा से हो गौरवान्वित, अब ये तन-मन अपना
मातृभाषा से आत्मविश्वास मिले, अब पूरा हो हर सपना…”
– मयंक विश्नोई
“मातृभाषा पर अपनी हम सब मिलकर गर्व करें
ना चिंतित हों चुनौतियों से, हम सब निरंतर अपना कर्म करें…”
– मयंक विश्नोई
“मातृभाषा के ज्ञान से प्रकाशित ये संसार हो
मातृभाषा के आँगन में हमारे यश का विस्तार हो…”
– मयंक विश्नोई
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आशा है कि इस ब्लॉग में आपको हिंदी दिवस पर शायरी (Hindi Divas Shayari) पढ़ने का अवसर मिला होगा। हिंदी दिवस पर शायरी पढ़ने के बाद आप इन्हें अपने मित्रों, परिवारजनों और शुभचिंतकों के साथ साझा कर सकते हैं। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।