डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन द्वारा लिखी गई पुस्तकें कौन सी हैं? यहां देखें पूरी लिस्ट

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डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन द्वारा लिखी गई पुस्तकें

सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारत के महान दार्शनिक, विद्वान, शिक्षक और राजनेता थे। वह 1952 से 1962 तक भारत के पहले उपराष्ट्रपति और 1962 से 1967 तक दूसरे राष्ट्रपति बने। हालांकि, वह अपने अकादमिक कार्यों और दार्शनिक विचारों के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध थे। उनकी किताबें भारतीय परंपरा, दर्शन, धर्म, और आध्यात्मिकता पर केंद्रित थीं। राधाकृष्णन ने वेदांत, उपनिषदों, और भगवद गीता जैसे ग्रंथों के माध्यम से भारतीय दर्शन की गहराई को उजागर किया और इसे आधुनिक संदर्भ में प्रस्तुत किया। उनके लेखन में पश्चिमी और भारतीय दर्शन की तुलना भी देखी जा सकती है, जिससे उन्होंने वैश्विक संवाद को प्रोत्साहित किया। उनकी किताबें मानव जीवन और समाज के बड़े प्रश्नों पर सोचने के लिए प्रेरित करती हैं, जिसे आपको जरूर पढ़ना चाहिए। इसलिए इस ब्लॉग में डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन द्वारा लिखी गई पुस्तकें कौन सी हैं के बारे में बताया गया है।

डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन द्वारा लिखी गई पुस्तकें

डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की पुस्तकों के नाम यहाँ दिए गए हैं : 

संख्यापुस्तकेंलिंक
1महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi)यहाँ से खरीदें 
2हिंदू धर्म का दर्शन (The Philosophy of Hinduism)यहाँ से खरीदें 
3रवींद्रनाथ टैगोर का दर्शन (The Philosophy of Rabindranath Tagore)यहाँ से खरीदें 
4धम्मपदा (The Dhammapada)यहाँ से खरीदें 
5भारत और विश्व (Bharat Aur Vishwa)यहाँ से खरीदें 
6भगवत गीता (Bhagavadgita)यहाँ से खरीदें 
7नवयुवको से (Navyuvko Se)यहाँ से खरीदें 
8भारतीय दर्शन (Indian Philosophy)यहाँ से खरीदें 
9भारत की अन्तरात्मा (Bharat Ki Antaratma)यहाँ से खरीदें 
10स्वतंत्रता और संस्कृति (Swatantrata Aur Sanskriti)यहाँ से खरीदें 
11मनोविज्ञान के आवश्यक तत्व (Essentials of Psychology)यहाँ से खरीदें 
12मनुष्य की अवधारणा (The Concept Of Man)यहाँ से खरीदें 
13सर्वपल्ली राधाकृष्णन का दर्शन (The Philosophy of Sarvepalli Radhadkrishnan)यहाँ से खरीदें 
14समकालीन दर्शन में धर्म का साम्राज्य (The Reign of Religion in Contemporary Philosophy)यहाँ से खरीदें 
15वह धर्म जिसकी हमें आवश्यकता है (The religion we need)यहाँ से खरीदें 
16हमारी संस्कृति एवं सत्य की खोज (Humari Sanskriti Evam Satya Ki Khoj)यहाँ से खरीदें 
17हिंदू जीवन दृष्टिकोण (Hindu View Of Life)यहाँ से खरीदें 
18प्रिंसिपल उपनिषद (Principal Upanisads)यहाँ से खरीदें 
19सत्य की मेरी खोज (My Search for Truth)यहाँ से खरीदें 

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महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi)

सर्वपल्ली राधाकृष्णन द्वारा लिखी गई ‘महात्मा गांधी’ पुस्तक महात्मा गांधी के जीवन और उनके विचारों का गहन विश्लेषण प्रस्तुत करती है। राधाकृष्णन, जो स्वयं एक महान दार्शनिक और भारत के दूसरे राष्ट्रपति थे, गांधीजी के विचारों और उनके जीवन पर अपने दृष्टिकोण को इस पुस्तक के माध्यम से विस्तार से प्रस्तुत करते हैं। इस पुस्तक में महात्मा गांधी के राजनीतिक, सामाजिक, और आध्यात्मिक विचारों को प्रमुखता से रखा गया है। राधाकृष्णन गांधीजी के सत्य, अहिंसा, स्वराज, और धर्म के प्रति उनकी आस्था पर विशेष ध्यान देते हैं। वे गांधीजी के व्यक्तित्व की विविधताओं और उनके द्वारा किए गए कार्यों की गहराई को उजागर करते हैं, जो न केवल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण थे, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी प्रेरणा का स्रोत बने।

धम्मपदा (The Dhammapada)

सर्वपल्ली राधाकृष्णन द्वारा लिखी गई ‘धम्मपद’ पुस्तक बुद्ध के उपदेशों का संग्रह और उनकी शिक्षाओं का गहन विश्लेषण प्रस्तुत करती है। “धम्मपद” बौद्ध धर्म के प्रमुख ग्रंथों में से एक है, जो मूल रूप से पालि भाषा में रचित है और इसमें भगवान बुद्ध के उपदेशों का सार निहित है। 

भारतीय दर्शन (Indian Philosophy)

सर्वपल्ली राधाकृष्णन की ‘इंडियन फिलॉसफी’ पुस्तक भारतीय दर्शन का एक व्यापक और गहन अध्ययन प्रस्तुत करती है। यह दो खंडों में विभाजित एक महान कृति है, जिसमें भारतीय दार्शनिक परंपराओं, विचारधाराओं और विभिन्न दर्शनों की एक समग्र व्याख्या की गई है। यह पुस्तक न केवल भारतीय दर्शनों के ऐतिहासिक और बौद्धिक विकास का विश्लेषण करती है, बल्कि भारतीय दर्शन के विभिन्न विचारों को पश्चिमी दर्शन से भी जोड़ती है।

स्वतंत्रता और संस्कृति (Swatantrata Aur Sanskriti)

सर्वपल्ली राधाकृष्णन द्वारा लिखी गई ‘स्वतंत्रता और संस्कृति’ पुस्तक स्वतंत्रता, संस्कृति, और समाज के विकास के बीच गहरे संबंधों का विश्लेषण करती है। इस पुस्तक में राधाकृष्णन ने स्वतंत्रता के व्यापक अर्थों और उसकी सांस्कृतिक और नैतिक आवश्यकताओं पर ध्यान केंद्रित किया है। वे इस पुस्तक के माध्यम से यह समझाने का प्रयास करते हैं कि किसी भी समाज में स्वतंत्रता तभी फल-फूल सकती है, जब वह सांस्कृतिक, नैतिक और आध्यात्मिक रूप से विकसित हो।

FAQs

सर्वपल्ली राधाकृष्णन कौन है?

सर्वपल्ली राधाकृष्णन को स्वत्रंत भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति के रूप में जाना जाते हैं।

सर्वपल्ली राधाकृष्णन की प्रारंभिक शिक्षा कहाँ हुई?

डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का बचपन तिरुमनी गांव में ही व्यतीत हुआ। वहीं से इन्होंने अपनी शिक्षा की प्रारंभ की। आगे की शिक्षा के लिए इनके पिता जी ने क्रिश्चियन मिशनरी संस्था लुथर्न मिशन स्कूल, तिरुपति में दाखिला करा दिया। जहां वे 1896 से 1900 तक रहे। सन 1900 में डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने वेल्लूर के कॉलेज से शिक्षा ग्रहण की। तत्पश्चात मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज, मद्रास से अपनी आगे की शिक्षा पूरी की।

सर्वपल्ली राधाकृष्णन को शिक्षा और राजनीति में उत्कृष्ट योगदान के लिए किस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है?

शिक्षा और राजनीति में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए सर्वपल्ली राधाकृष्णन को सन 1954 में सर्वोच्च अलंकरण “भारत रत्न” से सम्मानित किया गया था।

सर्वपल्ली राधाकृष्णन के कितने बच्चे थे?

सर्वपल्ली राधाकृष्णन के 6 बच्चें थे जिनमें 5 बेटी और 1 बेटा था।

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आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन द्वारा लिखी गई पुस्तकें कौन सी हैं के बारे में पता चला होगा। इसी प्रकार साहित्य से जुड़ी अन्य जानकारी के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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