सांच को आंच नहीं मुहावरे का अर्थ (Saanch Ko Aanch Nahi Muhavare Ka Arth) होता है, सच हमेशा सच ही रहता है, उसे कोई नुकसान नहीं पहुंच सकता। जब कोई व्यक्ति यह जान जाता है कि सत्य को पराजित नहीं किया जा सकता है, तो उसके लिए इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप सांच को आंच नहीं मुहावरे का अर्थ, इसका वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है, उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
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सांच को आंच नहीं मुहावरे का अर्थ क्या है?
सांच को आंच नहीं मुहावरे का अर्थ (Saanch Ko Aanch Nahi Muhavare Ka Arth) होता है- सच हमेशा सच ही रहता है, उसे कोई नुकसान नहीं पहुंच सकता। आसान शब्दों में समझें तो इस मुहावरे का प्रयोग यह बताने के लिए किया जाता है कि सत्य परेशान हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं हो सकता है।
सांच को आंच नहीं पर व्याख्या
“सांच को आंच नहीं” हिंदी भाषा का एक बेहद लोकप्रिय मुहावरा है जिसका अर्थ होता है- सच हमेशा सच ही रहता है, उसे कोई नुकसान नहीं पहुंच सकता। इस मुहावरे का प्रयोग यह बताने के लिए किया जाता है कि सत्य की शक्ति अत्यंत प्रबल होती है, उसे कोई दबा नहीं सकता।
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सांच को आंच नहीं मुहावरे का वाक्य प्रयोग
सांच को आंच नहीं मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- देवांग को समझ जाना चाहिए कि वह चाहे कितनी भी कोशिश कर ले, साँच को आंच नहीं आ सकता।
- नुपुर को अब डरने की कोई बात नहीं है, क्योंकि साँच को आंच नहीं आ सकती।
- विशाखा ने धैर्य के साथ जीवन के निर्णय लिए क्योंकि उसको इस बात की तसल्ली थी कि साँच को आंच नहीं आ सकती।
- समाज में जागरूकता का संचार हो रहा है, ये इसीलिए है क्योंकि साँच को आंच नहीं आ सकती है।
- रितिका ने संकटों पर जीतकर यह साबित किया कि साँच को आंच नहीं आ सकती है।
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आशा है कि आपको सांच को आंच नहीं मुहावरे का अर्थ (Saanch Ko Aanch Nahi Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।