राजस्थान का पुराना नाम: जानिए राजस्थान का पुराना नाम क्या था? 

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राजस्थान का पुराना नाम

राजस्थान क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का सबसे बड़ा राज्य है। राजस्थान ऐतिहासिक रूप से भी बड़ा महत्वपूर्ण है। राजस्थान का अपना एक विशाल और स्वर्णिम इतिहास रहा है। राजस्थान का अर्थ होता है राजाओं की भूमि। राजस्थान की भूमि पर अनेक महान शासकों ने जन्म लिया है। महाराणा प्रताप से लेकर पृथ्वीराज चौहान तक सभी वीर राजपूत राजा राजस्थान की धरती पर ही जन्मे थे। यहाँ राजस्थान का पुराना नाम बताया जा रहा है।  

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राजस्थान का पुराना नाम

आजादी से पूर्व राजस्थान राज्य को राजपूताना कहा जाता था। इतिहासकारों का ऐसा मत है कि जॉर्ज थॉमस ने वर्ष 1800 ईस्वी में इसे राजपूताना नाम दिया था। 

राजस्थान से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य 

यहाँ राजस्थान से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य दिए जा रहे हैं : 

  • राजस्थान का सबसे बड़ा जिला जैसलमेर है। 
  • राजस्थान का सबसे छोटा जिला धौलपुर है।  
  • आज़ादी के बाद 19 अलग अलग रियासतों को एक करके राजस्थान राज्य का गठन किया गया था।  
  • राजस्थान के जैसलमेर जिले के पकिस्तान से सटे गांवों में पिछले 10 सालों से कोई भी आपराधिक घटना दर्ज नहीं की गई है।  
  • राजस्थान में पशुओं के मेले बहुत मशहूर हैं।  
  • पोखरन नामक स्थान राजस्थान में ही है जहाँ भारत ने अपना सफल परमाणु परीक्षण किया था। 
  • राजस्थान का थार मरुस्थल राजस्थान से लेकर गुजरात और पकिस्तान के सिंध प्रान्त तक फैला हुआ है।  
  • हिन्दुओं के देवता ब्रम्ह देव, जिन्हें सृष्टि का रचयिता माना जाता है, उनका एकमात्र मंदिर राजस्थान के पुष्कर में है। 
  • राजस्थान के उदयपुर शहर को इसकी खूबसूरत झीलों के कारण झीलों का शहर कहा जाता है।  
  • राजस्थान ख़ूबसूरत गहनों और रत्नों के लिए प्रसिद्ध है. यहां कई तरह की पेंटिंग शैलियां हैं। 
  • राजस्थान का प्रसिद्ध और राज्य पक्षी गोडावण है. इसे अंग्रेज़ी भाषा में ‘ग्रेट इंडियन बस्टर्ड’ कहा जाता है. साल 1981 में गोडावण को राज्य पक्षी घोषित किया गया था। 
  • प्रतिवर्ष 30 मार्च को राजस्थान दिवस मनाया जाता है।  

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राजस्थान का एकीकरण  

यहाँ राजस्थान के एकीकरण से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य बताए जा रहे हैं : 

  • राजस्थान का एकीकरण स्वतंत्रता के बाद 15 मार्च 1949 को किया गया था।  
  • राजस्थान का एकीकरण कुल 19 रियासतों को मिलाकर किया गया था।  
  • राजस्थान का एकीकरण छह चरणों में पूरा हुआ था।  

राजस्थान की तीन सबसे बड़ी रियासतें 

आज़ादी से पूर्व राजस्थान 23 रियासतों, एक सरदारी, एक जागीर और अजमेर – मेवाड़ के ब्रिटिश जिले के रूप में विभाजित था। विभिन्न चरणों में इन सब रियासतों को मिलाकर राजस्थान का गठन एक राज्य के रूप में किया गया। दक्षिण पूर्व राजपूताना के कुछ पुराने क्षेत्र अब मध्य प्रदेश राज्य का भाग बन गए हैं तो वहीं दक्षिण पश्चिम राजपूताना के कुछ भाग अब गुजरात राज्य का हिस्सा बन चुके हैं। 

उम्मीद है कि इस ब्लॉग में आपको राजस्थान का पुराना नाम इस विषय के बारे में जानकारी मिल गयी होगी। ऐसे ही अन्य रोचक और महत्वपूर्ण ब्लॉग पढ़ने के लिए बने रहिये Leverage Edu के साथ बने रहिए।

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