पौ फटना मुहावरे का अर्थ (Pau Phatna Muhavare Ka Arth) ‘प्रातः काल होना’ होता है। सुबह के समय में जब सूरज की पहली किरण निकलती है, तो उस समय को हम कहते हैं पौ फटना। इस ब्लाॅग में आप इस मुहावरे का अर्थ, वाक्यों में प्रयोग और इसके भाव के बारे में जानेंगे।
मुहावरे किसे कहते हैं?
किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे ‘मुहावरा’ कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा-सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
यह भी पढ़ें : सिर ऊँचा करना मुहावरे का अर्थ
पौ फटना मुहावरे का अर्थ क्या है?
पौ फटना मुहावरे का हिंदी अर्थ (Pau Phatna Muhavare Ka Arth) ‘प्रातः काल होना’ होता है।
पौ फटना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग
पौ फटना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग (Pau Phatna Muhavare Ka Arth) इस प्रकार है –
- राहुल दौड़ने के लिए पौ फटते ही उठ गया।
- किसान पौ फटते ही खेत में काम करने निकल पड़े।
- पौ फटते ही पक्षियों की चहचहाहट शुरू हो गई।
- पौ फटते ही रवि ने व्यायाम करके स्नान करके पढ़ने बैठ गया।
- जो अपने परिश्रम से समाज में परिवर्तन लाते हैं, वे पौ फटते ही अपने कामों में लग जाते हैं।
यह भी पढ़ें : अपने हाथ में अपना भाग्य होना मुहावरे का अर्थ
संबंधित आर्टिकल
आशा है कि आपको पौ फटना मुहावरे का अर्थ (Pau Phatna Muhavare Ka Arth) के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। हिंदी मुहावरों के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।