नाक फुलाना मुहावरे का अर्थ (Naak Fulana Muhavare Ka Arth) होता है अप्रसन्नता व्यक्त करना, तो उसके लिए नाक फुलाना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप नाक फुलाना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
नाक फुलाना मुहावरे का अर्थ क्या है?
नाक फुलाना मुहावरे का अर्थ (Naak Fulana Muhavare Ka Arth) होता है, अप्रसन्नता व्यक्त करना।
नाक फुलाना पर व्याख्या
इस मुहावरे में “नाक फुलाना मुहावरे का अर्थ” है की उदित ने मुझे देख कर अपना नाक फुला लिया।
नाक फुलाना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
नाक फुलाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है :
- उदित ने मुझे देख कर अपना नाक फुला लिया।
- आज खाने में भिंडी की सब्जी बनी थी, जिसे देख कर सुमन की नाक फूल गई।
- अध्यापक द्वारा टेस्ट लिए जाने पर सभी छात्रों की नाक फूल गई।
- रोहन को देख कर सुरेश की नाक हमेशा फूल जाती है।
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आशा है कि नाक फुलाना मुहावरे का अर्थ (Naak Fulana Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।