भारत ने अनेक वीरों ने जन्म लिया है , जिन्होंने अपनी वीरता और बलिदान से राष्ट्र की रक्षा की। इन्हीं वीरों में महाराणा प्रताप का नाम सर्वोपरि है। महाराणा प्रताप एक ऐसे योद्धा थे जिन्होंने मुगलों के विशाल साम्राज्य के सामने भी झुकने से इनकार कर दिया था। ऐसे महान पुरुष बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए। इसलिए आज के इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे भारत के वीर पुत्र महाराणा प्रताप का जन्म कब हुआ था? और इसके साथ उनके जीवन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें भी जानेंगे।
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महाराणा प्रताप का जन्म कब हुआ था?
देश के सबसे वीर योद्धाओं में से एक महाराणा प्रताप का जन्म इंग्लिश कैलेंडर के मुताबिक 9 मई 1540 को मेवाड़ के कुम्भलगढ के एक राजपूत परिवार में हुआ था। इनके पिता का नाम राणा उदय सिंह और माता का नाम जयवंता बाई था। महाराणा प्रताप के बचपन का नाम ‘कीका’ था। उनकी की धर्मपत्नी का नाम अजबदे पुनवार था।
इनके दो पुत्र थे, अमर सिंह और भगवान दास। महाराणा प्रताप मेवाड़ के एक बहादुर राजा थे जिन्होंने अकबर के खिलाफ कई महत्वपूर्ण लड़ाइयाँ लड़ीं, जिनमें 1576 में हल्दीघाटी की लड़ाई भी शामिल थी। वहीं महान राजपूत योद्धा महाराणा प्रताप के घोड़े का नाम चेतक था। अश्व चेतक महाराणा प्रताप की तरह वीर योद्धा था। चेतक में संवेदनशीलता, वफ़ादारी और बहादुरी की भरमार थी।
महाराणा प्रताप से जुड़े तथ्य
महाराणा प्रताप से जुड़े तथ्य यहाँ दिए गए हैं :
- महाराणा प्रताप का पूरा नाम महाराणा प्रताप सिंह सिसोदिया था।
- महाराणा प्रताप की 11 पत्नियां थीं और 17 बेटे व 5 बेटियां थीं।
- महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक का मंदिर भी बना है जो हल्दी घाटी पर स्थित है।
- महाराणा प्रताप का भाला 81 किलो का था और छाती का कवच 72 किलो।
- महाराणा प्रताप के पास एक हाथी भी था जिसका नाम रामप्रसाद था और उसने हल्दीघाटी युद्ध में अकबर के 40 हाथियों को अकेले मार गिराया था।
महाराणा प्रताप की मृत्यु कब हुई?
महाराणा प्रताप की मृत्यु 57 वर्ष की आयु में 19 जनवरी 1597 को हुई। कुछ इतिहासकारों के मुताबिक, वह जंगल में एक एक दुर्घटना की वजह से घायल हो गए थे।
आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको महाराणा प्रताप का जन्म कब हुआ था? इसके बारे में जानकारी मिल गयी होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।