IIT कानपुर (IIT-K) में अब से इंजीनियरिंग के साथ मैनेजमेंट की पढ़ाई भी शुरू की जाएगी। वहीं कानपुर में स्थित हारकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी (HBTU) में भी मैनेजमेंट की पढ़ाई शुरू की जाएगी। आगामी अकादमिक सेशन 2024-2025 से इन दोनों संस्थानों में मैनेजमेंट कोर्स शुरू होंगे। नई शिक्षा नीति (NEP) के तहत IIT-K और HBTU में कोर्स शुरू हो रहे हैं।
कई डिपार्टमेंट में शुरू किए जाएंगे मैनेजमेंट कोर्स
वहीं इन दोनों संस्थानों में इंटर डिस्पलेरी कोर्स शुरू करने का भी प्रोविज़न है। इन दोनों संस्थानों में मल्टी डिसीप्लिनरी कोर्स में दो या उससे अधिक डिपार्टमेंट्स मिलकर एक कोर्स को डिजाइन करते हैं। वहीं आईआईटी कानपुर में इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट के तहत बीटेक आफ टेक्नोलॉजी विद मैनेजमेंट कोर्स भी शुरू किया जा रहा है। इस कोर्स को कई डिपार्टमेंट्स में भी शुरू किया जाना है। IIT-K में सस्टेनेबल एनर्जी डिपार्टमेंट स्पेस साइंस एंड एस्ट्रोनॉमी डिपार्टमेंट में इसकी शुरुआत की जा रही है। HBTU में भी सिविल और तेल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट मैकेनिकल बायोकेमिकल डिपार्टमेंट इंटरडिस्प्लेनरी कोर्स की शुरुआत जल्द की जाएगी।
IIT कानपुर (IIT-K) के बारे में
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलाॅजी, कानपुर, भारत के उत्तर प्रदेश के कानपुर में स्थित है। इसे टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट एक्ट के तहत भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय महत्व का संस्थान घोषित किया गया था। IIT कानपुर को भारत के सबसे प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों में स्थान दिया गया है। इसकी स्थापना 1959 में हुई थी। IIT को QS रैंकिंग 2024 में 278वां स्थान मिला है।
हारकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी (HBTU) के बारे में
हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी (HBTU) को पहले हरकोर्ट बटलर टेक्नोलॉजिकल इंस्टीट्यूट (HBTI) कहा जाता था। भारत के उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक प्रमुख स्टेट टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी है। HBTU का नाम ब्रिटिश भारत में जॉइंट प्रोविंस के गवर्नर स्पेंसर हरकोर्ट बटलर के नाम पर पड़ा था। HBTU के प्रोग्राम्स को यूनिवर्सिटी के अंतर्गत ऑटोनोमस दर्जा प्रदान किया गया है।
इसी और अन्य प्रकार की Leverage Edu न्यूज़ अपडेट्स के साथ बने रहिए।