इंडियन फॉरेन सर्विस (IFS) का सिलेबस, परीक्षा पैटर्न और बुक्स

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IFS सिलेबस

IFS परीक्षा बेहद प्रतिष्ठित परीक्षा है क्योंकि इसके माध्यम से भारत की विदेश नीति, कूटनीति, अंतरराष्ट्रीय सम्बन्ध व विश्व मामलों में काम करने वाले कर्मचारियों का चयन किया जाता है। इस परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए जरुरी होता है कि वे इस परीक्षा के सिलेबस को पूरी तरह समझें। इस लेख में आपके लिए IFS सिलेबस और परीक्षा पैटर्न के बारे में विस्तार से बताया गया है, जिसकी सहायता से आप परीक्षा को लेकर अपनी रणनीति तैयार कर सकेंगे।

IFS क्या है?

IFS का पूरा नाम भारतीय विदेश सेवा है, और यह भारत में सबसे प्रतिष्ठित सेवाओं में से एक है। आईएफएस केंद्रीय सिविल सेवा का हिस्सा है और इसके अधिकारियों की भर्ती संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से की जाती है। भारतीय विदेश सेवा (IFS) देश की केंद्रीय सेवाओं का हिस्सा है।

IFS सिलेबस

IFS ऑफिसर भारतीय सिविल सर्विसेस के एक अधिकारी पद की नौकरी है, जिसे देश का प्रतिनिधत्व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर करना होता है। IFS एग्जाम प्रारम्भिक यानी प्रीलिम्स और मुख्य यानि मेंस के चरणों में आयोजित की जाती है। यहाँ दी गई निम्नलिखित टेबल में IFS सिलेबस दिया गया है – 

परीक्षा चरणपेपर संख्या/प्रकारविषय-विवरण
प्रारंभिक परीक्षापेपर I – सामान्य अध्ययनराष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय समसामयिक घटनाएँ
भारत का इतिहास व राष्ट्रीय आंदोलन
भारतीय एवं विश्व भूगोल
राजनीति व शासन
आर्थिक एवं सामाजिक विकास
पर्यावरण-विविधता-जलवायु परिवर्तन
सामान्य विज्ञान
पेपर II – सामान्य योग्यता परीक्षण (CSAT)तार्किक तर्क
विश्लेषणात्मक क्षमता
निर्णय-लेना
समस्या-समाधान
बुनियादी संख्यात्मकता और आँकड़ों की व्याख्या
मुख्य परीक्षापेपर I – सामान्य अध्ययन Iभारतीय संस्कृति
कला-साहित्य-वास्तुकला-नृत्य
आधुनिक भारतीय इतिहास
विश्व व भारत का भूगोल
पेपर II – सामान्य अध्ययन IIशासन-व्यवस्था
संविधान
राजनीति-संस्थाएँ
सामाजिक न्याय
अंतरराष्ट्रीय सम्बन्ध
भारत की विदेश नीति और कूटनीति
पेपर III – सामान्य अध्ययन IIIप्रौद्योगिकी-विकास
आर्थिक विकास
जनसांख्यिकी
सतत विकास
जैव-विविधता
पर्यावरण सुरक्षा व आपदा-प्रबंधन
पेपर IV – सामान्य अध्ययन IVनैतिकता
अखंडता
योग्यता
भावनात्मक बुद्धिमत्ता
लोक प्रशास­न में नैतिक मुद्दे
वैकल्पिक विषय पेपर I & IIउम्मीदवार अपने विषय के अनुसार दो पेपर देते हैं (जैसे राजनीति विज्ञान, इतिहास, अर्थशास्त्र, भूगोल आदि)
पेपर VI – विशेष IFS पेपरभारतीय विदेश नीति
भारत-पड़ोसी देश संबंध
विश्व व्यापार संगठन
ब्रिक्स
वैश्विक संस्थाएँ
कूटनीति-रणनीति-अंतरराष्ट्रीय व्यापार और विकास सहयोग
पेपर VII – निबंधराष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय विषयों पर निबंध लेखन
पेपर VIII – भाषा पेपरकिसी भारतीय भाषा (आपकी पसंद के आधार पर) पर पेपर
पेपर IX – अंग्रेजी पेपरअंग्रेजी लेखन-शैली
समझ, संक्षेप लेखन व निबंध

यह भी पढ़ें – UPSSSC जूनियर असिस्टेंट सिलेबस और परीक्षा पैटर्न

IFS परीक्षा के लिए परीक्षा पैटर्न

यहाँ IFS परीक्षा के लिए परीक्षा पैटर्न की जानकारी दी गई है –

चरणपेपर / भागप्रकारअंकसमयावधि
प्रीलिम्सपेपर I – जनरल स्टडीज (GS I)ऑब्जेक्टिव (MCQ)2002 घंटे
प्रीलिम्सपेपर II – CSAT (जनरल स्टडीज II)ऑब्जेक्टिव (MCQ) – योग्यता पत्रक (क्वालीफाइंग)2002 घंटे
मेन्सअनेक पेपर (वर्णनात्मक)डिस्क्रिप्टिवकुल 250-300 अंक प्रति पेपर (पेपरों की संख्या विषय एवं वर्ष के आधार पर बदल सकती है)लगभग 3 घंटे प्रति पेपर
इंटरव्यू / व्यक्तित्व परीक्षणकेवल व्यक्तिगत साक्षात्कार300 अंक (वर्ष एवं अधिसूचना के अनुसार)

IFS परीक्षा की तैयारी के लिए बुक्स

यहाँ दी गई निम्नलिखित बुक्स के माध्यम से आप IFS परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं –

बुक का नामऑथर/पब्लिशर का नामयहां से खरीदें 
IFS द इंडियन फारेन सर्विससौरभ सर क्लासेसयहां से खरीदें 
भारतीय विदेश नीति जे एन दीक्षित और रहीस सिंहयहां से खरीदें 
भारतीय विदेश नीति मंजेश सर क्लासेज यहां से खरीदें 
अंतर्राष्ट्रीय राजनीतिडॉ. बी.एल.फड़िआ और डॉ. कुलदीप फड़िआयहां से खरीदें 

FAQs

IFS का फुल फॉर्म क्या होता हैं?

इंडियन फॉरेन सर्विस है।

IFS ऑफिसर क्या काम करते हैं ?

एक IFS ऑफिसर दूसरे देशों में अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। इनके मुख्य काम है विदेशी सरकार से अपने सरकार के बीच रिश्ते मजबूत करना। 

IFS रैंक क्या होता है ?

इंटरव्यू प्रोसेस में सफल होने के बाद आपका रिजल्ट आता है जिसमें आपको एक रैंक दी जाती है। अगर आपके अंक सबसे ज्यादा हैं तो आपको IAS और IFS की पोस्ट मिलती है जिसमें किसी एक का चयन आपको करना है।

आशा हैं कि आपको इस ब्लाॅग में IFS सिलेबस और परीक्षा पैटर्न से संबंधित जानकारी मिल गई होगी। इंडियन एग्जाम से जुड़े इसी प्रकार के अन्य ज्ञानवर्धक ब्लॉग पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ जुड़े रहें।

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