गुरुग्राम यूनिवर्सिटी (GU) के इंजीनियरिंग छात्र अब हिमाचल प्रदेश के आईआईटी मंडी में भी पढ़ाई कर सकेंगे। दोनों विश्वविद्यालय अपने सोर्सेज को अपने छात्रों और फैकल्टी दोनों के लिए आसान बनाने के लिए सहयोग कर रहे हैं।
GU के कुलपति के अनुसार, इस सहयोग से दोनों संस्थानों के इंजीनियरिंग छात्रों को उनकी पसंद और आवश्यकता के अनुसार किसी एक कैंपस में अध्ययन करने की अनुमति दी जाएगी।
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इन चीज़ों का होगा आदान-प्रदान
इस साझेदारी में न केवल शिक्षकों, टेक्नोलॉजी और रिसर्च का आदान-प्रदान शामिल होगा, बल्कि कैंपस के बीच चयन करने के विकल्प के माध्यम से छात्रों के लिए सीखने के तरीकों को भी आसान बनाया जाएगा। गठबंधन पोस्टग्रेजुएट और पीएचडी छात्रों के जॉइंट सुपरविज़न की भी सुविधा प्रदान करेगा।
इस सहयोग के माध्यम से, जिन छात्रों को मार्गदर्शन या संसाधनों की आवश्यकता होती है जो उन्हें एक विश्वविद्यालय में उपलब्ध नहीं हैं, वे कैंपस में अपनी उपस्थिति के बारे में बताए बिना दूसरे विश्वविद्यालय में इसका लाभ उठा सकते हैं। वर्तमान में विश्वविद्यालय में पढ़ रहे सभी छात्र उस सहयोग का लाभ उठा सकते हैं जो कम से कम एक इंजीनियरिंग कार्यक्रम की अवधि तक चलेगा।
आईआईटी मंडी के बारे में
आईआईटी मंडी ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट मिनिस्ट्री (MHRD) द्वारा स्थापित आठ नए आईआईटी में से एक है। इसकी स्थापना वर्ष 2009 में की गई थी। आईआईटी मंडी एक रिसर्च यूनिवर्सिटी है, जो हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में स्थित है और इसमें 132 फैकल्टी हैं जिनमें UG, PG और रिसर्च लेवल पर 1,655 छात्र एंरोल्ड हैं।
गुरुग्राम यूनिवर्सिटी के बारे में
गुरुग्राम यूनिवर्सिटी एक स्टेट यूनिवर्सिटी है, जो 2017 के हरियाणा एक्ट 17 द्वारा स्थापित की गई थी। अकादमिक वर्ष 2018-19 से यहां पढ़ाई शुरू हो गई थी।
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