15 मई 2023 को शिक्षा मंत्री आतिशी द्वारा दिल्ली स्कूल शिक्षा बोर्ड (DBSE) की 10वीं और 12वीं की परीक्षा के पहले नतीजे घोषित किए गए हैं। इस दिन को ऐतिहासिक दिन के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि DBSE ने सरकारी स्कूलों के लिए अपनी अनूठी मूल्यांकन प्रक्रिया के माध्यम से शिक्षा प्रणाली में एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है।
गौरतलब है कि कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा में पहले वर्ष में 1574 छात्रों ने उत्तीर्ण की और 662 छात्रों ने कक्षा 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की। इस वर्ष में कक्षा 10वीं में उत्तीर्ण छात्रों का कुल प्रतिशत 99.49% और कक्षा 12वीं में उत्तीर्ण छात्रों का कुल प्रतिशत 99.25% रहा।
आतिशी ने कहा, “किसी भी राष्ट्र के विकास में शिक्षा का सबसे बड़ा योगदान है। अलग-अलग प्रकार के नवीन शिक्षा सुधारों ने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया गया कि सभी बच्चों की विश्व स्तरीय शिक्षा तक समान पहुंच हो, भले ही उनकी पृष्ठभूमि कुछ भी हो।”
आतिशी ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा, “हर साल दिल्ली के बजट का 25% शिक्षा के लिए आवंटित किया जाता है। आठ वर्षों में इस बजट के कारण पाठ्यपुस्तकों और गणवेश की गुणवत्ता में भारी बदलाव देखा गया है। पिछले तीन वर्षों में कई छात्र निजी स्कूलों से सरकारी स्कूलों में चले गए हैं।”
आतिशी ने DBSE में कोर्स और मूल्यांकन प्रक्रिया को बताते हुए कहा, “DBSE की स्थापना 2021 में हुई थी। उसी वर्ष चार डोमेन- STEM (साइंस,टेक्नोलॉजी,इंजीनियरिंग और मैथमेटिक्स), ह्यूमिनिटीज, परफॉर्मिंग एंड विसुअल आर्ट और 21वीं सदी के कौशल में विशेष उत्कृष्टता के साथ 20 स्कूल द्वारा स्थापित किए गए थे।”
इस मौके पर आतिशी ने कहा कि छात्रों को सभी डोमेन में कक्षा 9 में और DBSE से संबद्ध स्कूलों में STEM डोमेन में कक्षा 11 में एक एप्टीट्यूड टेस्ट के माध्यम से नामांकित किया गया था। DBSE सेकेंडरी सर्टिफिकेट असेसमेंट (SCA) दो टर्म में आयोजित किया गया था। दूसरा टर्म-एंड असेसमेंट इस साल 10 मार्च 2023 से 29 मार्च 2023 के बीच हुआ था।
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