दाल न गलना मुहावरे का अर्थ (Daal Na Galna Muhavare Ka Arth) होता है किसी भी काम में सफल न होना, तो उसके लिए दाल न गलना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप दाल न गलना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
दाल न गलना मुहावरे का अर्थ क्या है?
Daal Na Galna Muhavare Ka Arth होता है, किसी भी काम में सफल न होना।
दाल न गलना पर व्याख्या
इस मुहावरे में “दाल न गलना मुहावरे का अर्थ” है कि गौरव ने बोर्ड की परीक्षा में नकल करने की बहुत कोशिश की, परंतु उसकी दाल न गली।
दाल न गलना देना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
दाल न गलना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है :
- रोहन सारा दिन सरकारी दफ्तर में अपना काम करवाने में लगा रहा लेकिन उसकी दाल नहीं गली।
- मोहित शादी के लिए लड़की देखने गया था, परन्तु वहां उसकी दाल नहीं गली।
- अरे भाई आगे बढ़ो यहां तुम्हारी दाल नहीं गलेगी।
- सोनू ने अपने रिजल्ट में नंबर बढ़वाने की बहुत कोशिश की लेकिन उसके शिक्षक के सामने उसकी दाल नहीं गली।
- कश्मीर में जेहादी आतंकवादी कई वर्षों से प्रयास कर रहे हैं लेकिन उनकी दाल नहीं गल रही है।
- कोमल ने बहला-फुसलाकर मोहक से अपना काम निकलवाना चाहा लेकिन कोमल की दाल नहीं गली।
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आशा है कि दाल न गलना मुहावरे का अर्थ (Daal Na Galna Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।