Arunachal Pradesh Ki Bhasha: अरुणाचल प्रदेश भारत का एक उत्तर-पूर्वी राज्य है। बताना चाहेंगे अरुणाचल का अर्थ होता है “उगते सूर्य का पर्वत” इसलिए इस प्रदेश को भारत में सूर्य के उगने का प्रदेश भी कहा जाता है। यह राज्य अपनी प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक विविधता और रणनीतिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। अरुणाचल प्रदेश की सीमाएँ दक्षिण में असम दक्षिणपूर्व में नागालैंड पूर्व में म्यांमार पश्चिम में भूटान और उत्तर में तिब्बत से मिलती हैं। अरुणाचल प्रदेश की राजधानी “ईटानगर” है, जो राज्य का प्रशासनिक और राजनीतिक केंद्र है।
बता दें कि अरुणाचल प्रदेश 20 फरवरी, 1987 को पूर्ण राज्य बना था। वहीं वर्ष 1972 तक यह नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर एजेंसी (NEFA) के नाम से जाना जाता था। यहां पहला आम चुनाव फरवरी 1978 में हुआ था। किंतु क्या आप यह जानते हैं कि अरुणाचल प्रदेश में कौन सी भाषा बोली जाती है? (Arunachal Pradesh Mein Kaun Si Bhasha Boli Jaati Hai) यदि नहीं तो इस लेख में इसकी जानकारी दी गई है।
विशिष्ट | विवरण |
स्थापना | 20 फरवरी 1987 |
राजधानी | ईटानगर |
पुराना नाम | नॉर्थ-ईस्ट फ्रंटियर एजेंसी (नेफा) |
क्षेत्रफल | 83743 वर्ग किमी. |
जिले | 28 |
राजकीय भाषा | अंग्रेजी |
अन्य भाषाएं/बोलियां | न्यिशी, दाफ्ला, मीजी, आदी, गालोंग, वांचो, तागिन, पहाड़ी मिरी, मिशुई, मोहपा, नोक्ते, आका, तांग्सा, खाम्ती |
विधानसभा में सीटों की संख्या | 60 |
लोकसभा | 2 |
राज्यसभा | 1 |
राज्यपाल | लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) कैवल्य त्रिविक्रम परनायक |
मुख्यमंत्री | श्री पेमा खांडू |
अरुणाचल प्रदेश की भाषा – Arunachal Pradesh Mein Kaun Si Bhasha Boli Jaati Hai
रिपोर्ट्स के अनुसार अरुणाचल प्रदेश में लगभग 26 जनजातियां और 100 से अधिक उपजातियां बसती हैं। यहाँ 50 से अधिक बोलियां बोली जाती हैं, लेकिन कुछ ही भाषाएं ऐसी हैं जिनकी अपनी लिपि है। इनमें से अधिकांश भाषाएँ तिब्बती-बर्मी परिवार की हैं। हालांकि अरुणाचल प्रदेश की आधिकारिक भाषा “अंग्रेजी” है, लेकिन यहाँ हिंदी समेत अन्य विशिष्ट भाषाएं/बोलियां बोली जाती हैं। बता दें कि हाल के वर्षों में अरुणाचल प्रदेश में हिंदी का प्रचलन बढ़ा है और अब यह यहाँ की जनभाषा बन चुकी है। नीचे अरुणाचल प्रदेश में कौन सी भाषा बोली जाती है? (Arunachal Pradesh Ki Bhasha) की जानकारी दी गई है:-
- अंग्रेजी
- हिंदी
- न्यिशी
- दाफ्ला
- मीजी
- आदी
- गालोंग
- वांचो
- तागिन
- पहाड़ी मिरी
- मिशुई
- मोहपा
- नोक्ते
- आका
- तांग्सा
- खाम्ती
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भाषा का महत्व क्या है?
भारत में कितनी भाषाएं बोली जाती हैं समझने के साथ ही भाषा का महत्व जानना जरूरी है जो कि इस प्रकार बताया गया हैः-
- भाषा हमें अपनी भावनाओं और विचारों को व्यक्त करने में मदद करती है।
- एक क्षेत्रीय भाषा सीखकर आप उन विचारों को समझ सकते हैं जो आपकी अपनी संस्कृति से भिन्न हो सकते हैं।
- भाषा हमें दूसरों के बारे में जानने और उनके विचारों को समझने का अवसर भी देती है।
- भाषा हमारे समाज की संस्कृति, परंपराओं, और इतिहास को जीवित रखने का एक तरीका है। वहीं शिक्षा और ज्ञान का आदान-प्रदान भी भाषा के माध्यम से ही होता है।
- किसी व्यक्ति या समुदाय की भाषा उसकी सामाजिक और सांस्कृतिक पहचान को प्रकट करती है। यह एकता, भाईचारे और राष्ट्रीयता को मजबूत करने में भी मदद करती है।
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FAQs
अरुणाचल प्रदेश की आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है।
अरुणाचल प्रदेश की राजधानी “ईटानगर” (Itanagar) है।
अरुणाचल प्रदेश का क्षेत्रफल लगभग 83,743 वर्ग किलोमीटर है।
अरुणाचल प्रदेश के प्रमुख कृषि उत्पादों में चाय, चावल, मक्का, दाल, और मिर्च शामिल हैं।
अरुणाचल प्रदेश में अंग्रेजी, हिंदी, न्यिशी, दाफ्ला, मीजी, आदी, गालोंग, वांचो, तागिन, पहाड़ी मिरी, मिशुई, तांग्सा और
खाम्ती आदि भाषाएं/बोलियां बोली जाती हैं।
आशा है कि आपको इस ब्लॉग में अरुणाचल प्रदेश में कौन सी भाषा बोली जाती है (Arunachal Pradesh Ki Bhasha, Arunachal Pradesh Mein Kaun Si Bhasha Boli Jaati Hai) की संपूर्ण जानकारी मिल गई होगी। ऐसे ही सामान्य ज्ञान और ट्रेंडिंग इवेंट्स से जुड़े अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।