आज यानि 6 फ़रवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1,330 करोड़ से अधिक की लागत वाले कई प्रोजेक्ट्स की आधारशिला रखने के अलावा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (NIT) के परमानेंट कैंपस का उद्घाटन करेंगे। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विकसित भारत, विकसित गोवा 2047 प्रोग्राम को भी संबोधित करेंगे।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वॉटरस्पोर्ट्स के नए कैंपस का भी होगा उद्घाटन
प्रधानमंत्री नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वॉटरस्पोर्ट्स का नया कैंपस भी लोगों को समर्पित करेंगे। इसी पर जारी प्रेस रिलीज़ में कहा गया है कि “संस्थान जनता और सशस्त्र बलों दोनों के लिए जलक्रीड़ा और जल बचाव गतिविधियों के विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 28 विशेष कोर्सेज पेश करेगा।”
NIT गोवा के लिए वर्ष 2017 में दी गई थी 113 एकड़ जमीन
पूर्व गोवा सरकार ने जुलाई 2017 में परमानेंट कैंपस के लिए साउथ गोवा के कुनकोलिम शहर में 113 एकड़ भूमि दी थी, और दिसंबर 2018 में NIT गोवा की आधारशिला रखी गई। RCC प्रीकास्ट 3S टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए निर्माण मई 2019 में शुरू हुआ, जिसमें शुरुआत में 46 एकड़ जमीन शामिल थी। INR 390.83 करोड़ की लागत वाले इस कैंपस में 70,750 वर्गमीटर का निर्मित क्षेत्र है, जिसमें 1,260 छात्र रह सकते हैं।
NIT गोवा में ये हैं सुविधांए
एक ट्यूटोरियल कॉम्प्लेक्स, डिपार्टमेंटल कॉम्प्लेक्स, सेमिनार कॉम्प्लेक्स, एडमिनिस्ट्रेटिव कॉम्प्लेक्स, हॉस्टल, हैल्थकेयर सेंटर, स्टाफ क्वार्टर, फैसिलिटी सेंटर और खेल मैदान की विशेषता के साथ, कैंपस इन विभिन्न सुविधाओं से लैस है। वहीं विशेष रूप से, इसमें सोलर प्लांट्स, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स, वाटर-सेविंग फिक्सचर्स, एफिशिएंट लाइटिंग और सोलर-पॉवर्ड स्ट्रीट लाइट जैसे इको-फ्रेंडली एलिमेंट्स शामिल हैं। डिज़ाइन इलेक्ट्रिसिटी के कंज़म्प्शन को कम करने के लिए नेचुरल वेंटिलेशन और लाइटिंग प्रबंधों को प्राथमिकता देता है।
परमानेंट कैंपस से पहले टेम्पररी कैंपस फेज़ में था NIT गोवा
NIT गोवा ने वर्ष 2010 में गोवा इंजीनियरिंग कॉलेज के कैंपस के भीतर एक टेम्पररी साइट पर अपना ऑपरेशन शुरू किया था और 2023 में शिक्षा मंत्रालय के समर्थन से धीरे-धीरे साउथ गोवा के कुनकोलिम शहर में परमानेंट कैंपस बनाने की ओर रुख किया।
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