17 सितंबर 2022 को आई रिपोर्ट अनुसार 2.6 लाख से भी ज़्यादा स्टूडेंट्स अपनी हायर एजुकेशन के लिए ऑस्ट्रेलिया की तरफ रुख करते दिखे। यह संख्या कोविड के कारण ऑस्ट्रेलिया द्वारा लगाए बॉर्डर को खोलने के परिणाम स्वरूप देखने को मिली है। साउथ एशिया के ऑस्ट्रेलियाई ट्रेड और इन्वेस्टमेंट कमिशनर अब्दुल एकरम के अनुसार ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय स्टूडेंट्स के लिए स्टडी ऑस्ट्रलिया इंडस्ट्री एक्सपेरिंस प्रोग्राम इंट्रोड्यूस किया है। इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय छात्रों में रोज़गार की स्किल्स को इम्प्रूव करना है।
हाल ही में, ऑस्ट्रेलियाई ट्रेड और इन्वेस्टमेंट कमीशन (Austrade) ने ‘स्टडी ऑस्ट्रेलिया’ नामक एक दिन के रोड शो का भी आयोजन किया, जिसका मुख्य कारण इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को ऑस्ट्रेलिया में पढ़ने की जानकारी देना, यूनिवर्सिटी के रिप्रेज़ेंटेटिव्ज़ से इंटरैक्ट करना और वीज़ा और स्कॉलरशिप से जुड़ी जानकारी देना था।
श्रीमान एकरम ने प्रेस रिलीज़ में कहा कि ‘हम भारतीय स्टूडेंट्स के काफी करीब रहकर काम करते हैं ताकि यह जान पाएं कि स्टूडेंट्स अपने ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई के फैसले को बैस्ट मानते हैं। इसके साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया रोड शो ने स्टूडेंट्स की पढ़ाई की अपडेट्स स्टूडेंट्स, पेरेंट्स और इंस्टीट्यूट्स के हेड्स को प्रदान कर दी है। उन्होंने आगे कहा कि ऑस्ट्रेलिया स्टूडेंट्स को वर्ल्डवाइड एजुकेशन, स्ट्रांग करियर और अतुल्य लाइफस्टाइल देने में सक्षम है।
ऑस्ट्रेलियाई ट्रेड और इन्वेस्टमेंट कमीशन का कहना है कि ‘दिसम्बर मिड 2021 से जुलाई 22, 2022 तक 2.60 लाख स्टूडेंट्स ने अपनी जगह ऑस्ट्रेलिया की यूनिवर्सिटीज में बनाई।
श्रीमान एकरम का यह दावा है कि समय अनुसार ऑस्ट्रेलिया में भर्ती लेने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी, जिसका कारण ऑस्ट्रेलिया की हाई स्टैंडर्ड लाइफ, ग्रेजुएशन के बाद मिलने वाले रोज़गार के मौके और वर्ल्ड क्लास एजुकेशन है। इवेंट के दौरान ऑस्ट्रेलिया की यूनिवर्सिटीज के रिप्रिसेंटेटिव्स ने स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप्स, स्टूडेंट्स लाइफ और राष्ट्र में मिलने वाली सिक्योरिटी की गहन जानकारी दी।