यदि आप विदेश या देश में मैनेजमेंट में डिग्री या डिप्लोमा करने की योजना बना रहे हैं, तो निश्चित रूप से पीजीडीएम जैसे कोर्स पर आपको विचार करना चाहिए। पीजीडीएम कोर्स में पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा, दो वर्षीय डिप्लोमा कोर्सेज है जो आपको मैनेजमेंट और व्यवसाय उद्योग में आवश्यक स्किल्स प्रदान करते हैं। पीजीडीएम कोर्स आपको एमबीए जैसी डिग्री के समान ज्ञान प्रदान करता हैं। इस ब्लॉग में, हम आपको पीजीडीएम कोर्स, इस कोर्स के प्रमुख तत्वों, शीर्ष कॉलेजों के साथ-साथ नौकरी की सभी संभावनाओं के बारे में जानकारी देंगे। आइए विस्तार से जानते हैं पीजीडीएम कोर्स के बारे में।
कोर्स | पीजीडीएम कोर्स |
फुल फॉर्म | Post Graduate Diploma in Management |
अवधि | 2 साल |
स्तर | पोस्ट-ग्रेजुएट |
योग्यता | बैचलर डिग्री |
प्रवेश परीक्षा | SAT, IELTS/TOEFL(Abroad)JEE Mains, JEE Advanced, CAT, MAT, XAT (India) |
प्रवेश प्रक्रिया | प्रवेश परीक्षा / योग्यता-आधारित |
औसत वार्षिक आय | 10-11 लाख |
कोर्स के बाद रोजगार के अवसर | -मार्केटिंग मैनेजर -इंटरनेशनल सैल्स मैनेजर -अकॉउंट मैनेजर -एडवर्टाइजिंग मैनेजर -सप्लाई चैन मैनेजर |
This Blog Includes:
- पीजीडीएम कोर्स क्या है?
- पीजीडीएम कोर्स और एमबीए में अंतर
- पीजीडीएम कोर्स क्यों चुनें?
- PGDM के प्रकार
- पीजीडीएम कोर्स के लिए स्किल्स
- पीजीडीएम कोर्स के विषय
- पीजीडीएम कोर्स का सिलेबस
- PGDM में कौन से सब्जेक्ट होते हैं?
- पीजीडीएम कोर्स के लिए विदेशी विश्वविद्यालय
- पीजीडीएम कोर्स के लिए भारतीय यूनिवर्सिटीज
- पीजीडीएम कोर्स के लिए योग्यता
- आवेदन प्रक्रिया
- आवश्यक दस्तावेज़
- पीजीडीएम कोर्स के लिए एंट्रेंस एग्जाम
- टॉप रिक्रूटर्स
- जॉब प्रोफाइल्स व सैलरी
- FAQs
पीजीडीएम कोर्स क्या है?
पीजीडीएम कोर्स का फुल फॉर्म पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट है। यह मैनेजमेंट से संबंधित स्नातकोत्तर विशेष डिग्री प्रोग्राम है। पीजीडीएम कोर्स की अवधि 2 वर्ष है और कोर्स के लिए पात्र होने के लिए, उम्मीदवारों को प्रबंधन से बैचलर्स पूरी करनी होगी। लेकिन किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएट इस कोर्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं। पीजीडीएम कोर्स में प्रवेश प्रक्रिया और फीस एक कॉलेज से दूसरे कॉलेज में अलग होती है, कुछ कॉलेज प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं, जबकि कुछ कॉलेज योग्यता-आधारित प्रणाली के आधार पर प्रवेश प्रदान करते हैं।
पीजीडीएम कोर्स और एमबीए में अंतर
पीजीडीएम कोर्स और एम बी ए में अंतर नीचे दिया गया है-
अंतर | पीजीडीएम कोर्स | एमबीए |
डिग्री | पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा मैनेजमेंट | मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन |
अवधि | 1-2 साल | 2 साल |
प्रवेश प्रक्रिया | मेरिट-आधारित / प्रवेश परीक्षा | प्रवेश परीक्षा या मेरिट आधारित |
योग्यता | किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से किसी भी यूजी कोर्स में ग्रेजुएशन | किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से यूजी में न्यूनतम 50% अंकों के साथ किसी भी स्ट्रीम के किसी भी यूजी कोर्स में ग्रेजुएशन |
औसत सैलरी/सालाना | INR 10-11 लाख | INR 7-8 लाख |
पीजीडीएम कोर्स क्यों चुनें?
पीजीडीएम कोर्स क्यों चुनें, इसके कारण नीचे दिए गए हैं-
- किसी भी स्ट्रीम के छात्र इस कोर्स को चुन सकते हैं: पीजीडीएम सिलेबस को किसी भी क्षेत्र के छात्रों के करियर को आकार देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। आवश्यक प्रतिशत के साथ किसी भी विषय में स्नातक की डिग्री रखने वाले छात्र अपने समग्र विकास के लिए पीजीडीएम कोर्स के को चुन सकते हैं।
- फ्यूचर स्कोप: देश-विदेश में क्वालिटी मैनेजर्स की मांग दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। वर्तमान संगठनों ने उद्योग मानकों को पूरा करने के लिए अपने प्रशिक्षण और विकास पर बड़ी राशि खर्च की है जिससे पीजीडीएम कोर्स छात्रों को उद्योगों और बाजारों की वर्तमान आवश्यकता के लिए तैयार करता है जिससे इनका फ्यूचर स्कोप भी बढ़ जाता है।
- कम संतृप्ति (सेचुरेशन) स्तर– किसी भी प्रोफेशनल कोर्स के लिए छात्र आमतौर पर डिप्लोमा की डिग्री के बाद मास्टर डिग्री का विकल्प चुनते हैं, इस प्रकार पीजीडीएम कोर्स को प्रतिस्पर्धा के मामले में एक बेहतरीन करियर विकल्प बनाते हैं, जो अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की तुलना में अपेक्षाकृत कम है।
PGDM के प्रकार
पीजीडीएम का कोर्स 3 तरह का होता है। विद्यार्थी अपनी रूचि के अनुसार कोई एक कोर्स चुन सकते हैं –
- Full Time PGDM
- Distance PGDM
- Online PGDM
पीजीडीएम कोर्स के लिए स्किल्स
पीजीडीएम कोर्स में पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा का अध्ययन करने और अकादमिक और दैनिक जीवन दोनों में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए, महत्वाकांक्षी युवा जो पीजीडीएम में अध्ययन करना चाहते हैं, उन्हें नीचे दी गई स्किल्स का विकास करना चाहिए:
- संचार स्किल्स: पीजीडीएम कोर्स के लिए छात्रों के पास अच्छे संचार कौशल की आवश्यकता होती है। प्रभावी संचार में प्रबंधन द्वारा महारत हासिल की जानी चाहिए, जिससे आप एक प्रोडक्ट की अच्छी मार्केटिंग कर पाएं। इसलिए कहा जाता है अच्छे प्रबंधकों के लिए सुनना संचार का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है।
- लीडरशिप स्किल्स: कंपनी के कर्मचारी के प्रदर्शन में सुधार किया जा सकता है और अच्छे नेतृत्व कौशल से पेशेवर विकास को प्रोत्साहित किया जा सकता है। टीम के सदस्यों को प्रेरित रखने के लिए, प्रबंधन पेशेवरों को लक्ष्य विकसित करने में सक्षम होना चाहिए। आत्म-जागरूकता, आत्म-नियंत्रण, सामाजिक चेतना और पारस्परिक नियंत्रण सभी नेतृत्व कौशल का हिस्सा हैं।
- स्ट्रेटजिक स्किल्स: स्ट्रेटजिक स्किल प्रबंधन छात्रों में आवश्यक प्राथमिक कौशल में से एक है। रणनीतिक सोच एक व्यवस्थित और उचित विचार प्रक्रिया है जो महत्वपूर्ण कारकों का विश्लेषण करने पर केंद्रित है जो किसी कंपनी, टीम या व्यक्ति के दीर्घकालिक प्रदर्शन को प्रभावित करती है इसलिए स्ट्रेटजिक स्किल्स भी महत्वपूर्ण है।
पीजीडीएम कोर्स के विषय
पीजीडीएम कोर्स के प्रमुख कोर्सेज नीचे दिए गए हैं, जिन्हें आप कर सकते हैं-
- ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट: इस कोर्स में, आप किसी कंपनी या संगठन में कर्मियों के प्रबंधन के प्रति रणनीतिक दृष्टिकोण के बारे में जानेंगे। ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट यह सुनिश्चित करने में मुख्य भूमिका निभाता है कि एक कंपनी सुचारू रूप से चल रही है और कर्मचारी भी एक आरामदायक काम के माहौल में कुशलता से काम कर रहे हैं।
- मार्केटिंग मैनेजमेंट: कोर्स का यह क्षेत्र वस्तुओं, सेवाओं और विचारों की योजना, क्रियान्वयन (इम्प्लीमेंटेशन), मूल्य निर्धारण और प्रचार-प्रसार की प्रक्रिया के माध्यम से लोगों द्वारा बाजार के कुशल प्रबंधन को देखता है। यह एक विशिष्ट लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए किया जाता है जो किसी कंपनी या व्यक्ति की आवश्यकताओं के अनुसार अलग हो सकता है।
- IT का परिचय: आईटी क्षेत्र में वर्तमान मांग को पूरा करने के लिए, इस कोर्स ने एक विषय भी पेश किया है जो आपको एक बुनियादी समझ देता है कि सूचना प्रौद्योगिकी क्या है? इस विषय का अध्ययन करके, आप आईटी क्षेत्र के संदर्भ में अंतर्राष्ट्रीय बाजार की गतिशीलता की समझ विकसित करेंगे।
- बिजनेस लॉ: कोर्स का यह क्षेत्र आपको विभिन्न कानूनों और उपभोक्ता अधिकारों से परिचित कराता है जिनके बारे में आपको बाजार में प्रवेश करने से पहले पता होना चाहिए। इन कानूनों में विभिन्न विषय शामिल हैं जैसे मानव संसाधन प्रबंधन, भर्ती प्रक्रिया, उपभोक्ता अधिकार, कॉर्पोरेट कानून आदि।
- ऑपरेशनल मैनेजमेंट: यह कोर्स आपको सिखाता है कि कंपनी को कुशलतापूर्वक कैसे काम करना है ताकि विकास, रीमॉडेलिंग और प्रबंधन की प्रक्रियाएं कंपनी के मुनाफे को अधिकतम करने में काम कर सकें। इसमें एक कंपनी के दैनिक संचालन और उपयोग किए गए संसाधनों की निगरानी करना और विभिन्न दृष्टिकोणों और विधियों को अपनाने के माध्यम से उन्हें उपयोग में लाना शामिल है।
आप AI Course Finder की मदद से अपने पसंद के कोर्स और उससे जुड़ी यूनिवर्सिटी का चयन कर सकते हैं।
पीजीडीएम कोर्स का सिलेबस
पीजीडीएम कोर्स सिलेबस में सभी मुख्य विषयों को कवर करने वाले कई मुख्य और वैकल्पिक विषय शामिल हैं। चूंकि वास्तविक सिलेबस विश्वविद्यालय के अनुसार भिन्न हो सकता है, इसलिए हमने पीजीडीएम कोर्स कोर्सेस के तहत सभी प्रमुख विषयों को नीचे दिया गया है-
सेमस्टर- 1
मैनेजमेंट फंक्शन्स एंड प्रैक्टिसेज | ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट |
इकोनॉमिक एंड सोशल एनवायरनमेंट | इंट्रोडक्शन टू इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी |
सेमस्टर- 2
ऑपरेशन्स मैनेजमेंट | मार्केटिंग मैनेजमेंट |
क्वांटिटेटिव टेक्नीक्स फॉर मैनेजर्स | मैनेजीरियल इकोनॉमिक्स |
डिप्लोमेटिक मैनेजमेंट | – |
सेमस्टर- 3
मार्केटिंग मैनेजमेंट | फाइनेंसियल मैनेजमेंट |
इंटरनेशनल बिजनेस | ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट |
ऑपरेशन मैनेजमेंट | इंफॉर्मेशन सिस्टम |
इंश्योरेंस मैनेजमेंट | – |
सेमस्टर- 4
बिज़नेस लॉ एंड कॉर्पोरेट गवर्नेंस | इंटरनेशनल बिजनेस |
मैनेजमेंट इनफार्मेशन सिस्टम | रिसर्च मेथोडोलॉजी |
प्रोजेक्ट वर्क | – |
PGDM में कौन से सब्जेक्ट होते हैं?
PGDM के सब्जेक्ट्स दो हिस्सों में बंटे हुए है, जिनके बारे में नीचे बताया गया है:
- कोर सब्जेक्ट्स (Core subjects)
- इलेक्टिव सब्जेक्ट्स (Elective Subjects)
कोर सब्जेक्ट्स
कोर सब्जेक्ट्स अनिवार्य विषय होते हैं जिन्हें विद्यार्थी अपनी मर्जी से नहीं चुन सकता है। भारत के अधिकतर कॉलेजों में पीजीडीएम कोर्स में कोर सब्जेक्ट्स की लिस्ट इस प्रकार है –
- मैनेजरियल इकोनॉमिक्स
- फाइनेंस एंड एकाउंटिंग
- ऑर्गनाइजेशनल बिहेवियर
- रिसर्च मेथोडोलॉजी
- बिज़नेस एथिक्स एंड कम्युनिकेशन
इलेक्टिव सब्जेक्ट्स
प्रत्येक वर्ष विद्यार्थी को अपनी मर्जी से 2 इलेक्टिव सब्जेक्ट्स को चुनना होता है यानि 2 साल में कुल 4 इलेक्टिव सब्जेक्ट्स पढ़ने होते हैं।
पीजीडीएम कोर्स के लिए विदेशी विश्वविद्यालय
पीजीडीएम कोर्स के लिए विदेश के टॉप यूनिवर्सिटीज की लिस्ट नीचे दी गई है–
- ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी
- कैलिफोर्निया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी
- हार्वर्ड यूनिवर्सिटी
- येल यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया बर्कले
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ टोरंटो
- यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन
- इंपीरियल कॉलेज लंदन
- लंदन मेट्रोलोपियन यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ डर्बी
- यूनिवर्सिटी ऑफ केंट
आप UniConnect के जरिए विश्व के पहले और सबसे बड़े ऑनलाइन विश्वविद्यालय मेले का हिस्सा बनने का मौका पा सकते हैं, जहाँ आप अपनी पसंद के विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि से सीधा संपर्क कर सकेंगे।
पीजीडीएम कोर्स के लिए भारतीय यूनिवर्सिटीज
भारत में पीजीडीएम कोर्स के लिए कुछ टॉप यूनिवर्सिटीज की सूची नीचे दी गई हैं–
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
- इलाहाबाद विश्वविद्यालय
- दिल्ली विश्वविद्यालय
- गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय
- अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय
- अन्ना विश्वविद्यालय
- लखनऊ विश्वविद्यालय
- मुंबई विश्वविद्यालय
- पुणे विश्वविद्यालय
- लोयोला कॉलेज चेन्नई
- मिरांडा हाउस (दिल्ली)
- मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज
- हिंदू कॉलेज (दिल्ली विश्वविद्यालय)
- श्री वेंकटेश्वर कॉलेज (दिल्ली विश्वविद्यालय)
पीजीडीएम कोर्स के लिए योग्यता
पीजीडीएम कोर्स के लिए कुछ सामान्य योग्यताओं के बारे में नीचे बताया गया है–
- छात्रों के पास किसी भी विषय में किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
- न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ बैचलर्स की डिग्री आवश्यक है, हालांकि प्रतिशत एक कॉलेज से दूसरे कॉलेज में अलग हो सकती है।
- उम्मीदवारों को एक प्रवेश परीक्षा के साथ-साथ एक व्यक्तिगत साक्षात्कार के साथ-साथ संस्थान की आवश्यकताओं को पूरा करना होगा।
- भारत में पीजीडीएम कोर्स के लिए कुछ कॉलेज अपनी प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करते हैं। (जैसे CAT, MATऔर XAT आदि) जिसके आधार पर छात्रों का चयन किया जाता है। विदेश के कुछ यूनिवर्सिटी के लिए ACT, SAT आदि के स्कोर जरूरी होते हैं।
- विदेश में ऊपर दी गई रिक्वायरमेंट्स के साथ IELTS या TOEFL टेस्ट स्कोर ज़रूरी होते हैं।
- साथ ही विदेशी यूनिवर्सिटीज में आवेदन के लिए SOP, LOR और CV/Resume तथा Portfolio की भी ज़रूरत होती है।
क्या आप IELTS/TOEFL/SAT/GRE में अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते हैं? आज ही इन एक्साम्स की बेहतरीन तैयारी के लिए Leverage Live पर register करें और अच्छे अंक प्राप्त करें।
आवेदन प्रक्रिया
भारतीय यूनिवर्सिटीज द्वारा आवेदन प्रक्रिया नीचे मौजूद है-
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
विदेशी विश्वविद्यालय के लिए आवेदन प्रक्रिया के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को पूरा करना होगा-
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप हमारे AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- हमारे एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे हमारे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप हमारी Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800572000 पर संपर्क करें।
आवश्यक दस्तावेज़
विदेशी विश्वविद्यालय में एडमिशन लेने के लिए नीचे दिए गए दस्तावेज़ होने आवश्यक हैं-
- पासपोर्ट साइज फोटो
- पासपोर्ट फोटोकॉपी
- सभी आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्ट और ग्रेड कार्ड
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- सीवी / रिज्यूमे
- अंग्रेजी भाषा कुशलता परीक्षा के अंक
- सिफारिश पत्र या LOR
- स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पस
- बैंक विवरण
छात्र वीजा पाने के लिए भी Leverage Edu विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।
पीजीडीएम कोर्स के लिए एंट्रेंस एग्जाम
पीजीडीएम कोर्स जानने के साथ-साथ प्रवेश प्रक्रिया के बारे में जानना भी बेहद जरूरी है। पीजीडीएम कोर्स के लिए एडमिशन आमतौर पर दो तरीकों से हो सकता है – मेरिट और प्रवेश परीक्षा के आधार पर। हर यूनिवर्सिटी में प्रवेश प्रक्रिया अलग-अलग हो सकती है।
- मेरिट के आधार पर: कुछ यूनिवर्सिटी में पीजीडीएम कोर्स के लिए एडमिशन मेरिट पर आधारित होता है। इसमें यूनिवर्सिटी या कॉलेज में योग्यता और कट ऑफ को पूरा करने वाले आवेदकों को प्रोविजनल प्रवेश की पेशकश की जाती है।
- प्रवेश परीक्षा के आधार पर: पीजीडीएम कोर्स कोर्स में छात्रों को प्रवेश देने के लिए कई कॉलेज और विश्विद्यालयों द्वारा प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती हैं। प्रवेश प्रक्रिया के लिए उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया जाता है, जिसमें इन प्रवेश परीक्षाओं को पास करने के बाद काउंसलिंग राउंड शामिल हैं।
नीचे कुछ प्रसिद्ध एंट्रेंस एग्जाम के नाम दिए गए हैं-
विश्वविद्यालयों के एंट्रेंस एग्जाम की पूर्ण प्रकिया को समझने के लिए आप हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से निःशुल्क 1800572000 पर संपर्क कर सकते हैं।
टॉप रिक्रूटर्स
आप अपनी पीजीडीएम कोर्स डिग्री पूरी करने के बाद इन शीर्ष कंपनियों में काम कर सकते हैं, नीचे कुछ लोकप्रिय कंपनियों की लिस्ट दी गई है-
- ITC Limited
- HCL Ltd
- Wipro Infotech
- Omaxe Housing
- Amazon
- Hero Motocorp
- Mahindra & Mahindra
- Maruti Suzuki
- Tata Motors
- State Bank of India
- Ultratech Cement
- Kajaria Ceramic
- Pidilite Ind
जॉब प्रोफाइल्स व सैलरी
पीजीडीएम कोर्स के छात्रों के पास रोजगार के बेहतरीन अवसर हैं। Payscale के अनुसार उनका औसत वार्षिक वेतन नीचे दिए गए हैं-
रोजगार के अवसर | INR में वार्षिक वेतन |
मार्केटिंग मैनेजर | 6-7 लाख |
एडवर्टाइजिंग मैनेजर | 5-6 लाख |
सप्लाई चैन मैनेजर | 8-9 लाख |
अकॉउंट मैनेजर | 3-4 लाख |
सैल्स मैनेजर | 5-6 लाख |
इंटरनेशनल सैल्स मैनेजर | 10-11 लाख |
आप Leverage Finance की मदद से विदेश में पढ़ाई करने के लिए अपने कोर्स और विश्वविद्यालय के अनुसार एजुकेशन लोन भी पा सकते हैं।
FAQs
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय, डलहौजी विश्वविद्यालय, स्टैफोर्डशायर विश्वविद्यालय, अल्बर्टा विश्वविद्यालय, ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय, टोरंटो विश्वविद्यालय आदि हैं।
पीजीडीएम कोर्स की अवधि 2 वर्ष है।
विदेशी विश्वविद्यालय से पीजीडीएम कोर्स का कोर्स करने के लिए चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर एप्लीकेशन फॉर्म ढूंढें। आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए आप हमारे Leverage Edu के विशेषज्ञ से सम्पर्क कर सकते हैं।
मार्केटिंग मैनेजर, इंटरनेशनल सैल्स मैनेजर, अकॉउंट मैनेजर, एडवर्टाइजिंग मैनेजर, सप्लाई चैन मैनेजर आदि फील्ड्स मैं आप अपना करियर आगे बढ़ा सकते हैं।
पीजीडीएम का कोर्स पूरा करने के बाद अगर आप आगे पढ़ना चाहते हैं तो मैनेजमेंट के किसी विशेष फील्ड में डॉक्टर की डिग्री (PhD) ले सकते हैं। पीजीडीएम का कोर्स पूरा करने के बाद आप चाहे तो किसी बड़ी कंपनी के साथ जुड़ कर जॉब भी कर सकते हैं।
हां, बेशक, दोनों मास्टर्स लेवल के मैनेजमेंट कोर्स हैं। PGDM का अर्थ है पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट; जबकि एमबीए बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स है। दोनों कोर्स की अलग-अलग विशेषज्ञता है।
हम आशा करते हैं कि पीजीडीएम कोर्स क्या है इसकी जानकारी आपको इस ब्लॉग में मिल गई होंगी। अगर आप विदेश में पीजीडीएम कोर्स करना चाहते हैं और साथ ही एक उचित मार्गदर्शन चाहते हैं तो आज ही 1800572000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।